वित्तीय विश्लेषण (Financial analysis) का अर्थ क्या हैं? Reviewed by Nageshwar Das on Saturday, September 15, 2018 Rating: 5
वित्तीय विश्लेषण से क्या आशय है इसके उद्देश्य बताइए?
इसे सुनेंरोकेंवित्तीय विश्लेषण एक फ़र्म की वित्तीय सुदृढ़ता एवं कमजोरियों को पहचानने का एक प्रक्रम है, जिसमें तुलन-पत्र तथा लाभ व हानि विवरण की मदों के बीच उचित संबंधों को देखा जाता है। विश्लेषण की प्रकृति, उपयोगकर्ता अर्थात्, विश्लेषक के उद्देश्य पर आधारित होती है जो भिन्न-भिन्न हो सकती है।
आर्थिक नियोजन की मध्यावधि समीक्षा क्या है?
इसे सुनेंरोकेंभारत में आर्थिक नियोजन भारत में मिश्रित वित्तीय विवरण विश्लेषण के उद्देश्य अर्थव्यवस्था है, जिसमें निजी क्षेत्रा एवं सार्वजनिक क्षेत्रा का सह-असितत्व है। भारत में समाजवादी व्यवस्था पर आधारित विकास प्राप्त करने हेतू मार्च 1950 में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में एक सांविधक संस्था ‘योजना-आयोग का गठन किया।
इस नीति के वित्तीय विवरण विश्लेषण के उद्देश्य क्या उद्देश्य थे?
इसे सुनेंरोकेंराज्यों की सक्रिय भागीदारी के साथ राष्ट्रीय विकास प्राथमिकताओं, क्षेत्रों और रणनीतियों का एक साझा दृष्टिकोण विकसित करना। सशक्त राज्य ही सशक्त राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं, इसको स्वीकार करते हुए राज्यों के साथ सतत आधार पर संरचनात्मक सहयोग की पहल और तंत्रों के माध्यम से सहयोगपूर्ण संघवाद को बढ़ावा देना।
राष्ट्रीय आय से आप क्या समझते हैं भारत में पंचवर्षीय योजना में राष्ट्रीय आय की वृद्धि की विवेचना करें?
इसे सुनेंरोकेंपंचवर्षीय योजनाओं की अवधि में राष्ट्रीय आय की वृद्धि दर औसत 4% प्रतिवर्ष रही है। यद्यपि राष्ट्रीय आय की वास्तविक दर उसके लक्ष्य से कम रही है परन्तु इसके फलस्वरूप अर्थव्यवस्था की गतिहीनता टूटने में काफी सहायता मिली है। ग्याहरवीं योजना में 9% विकास दर प्राप्त करने की योजना थी।
स्वतंत्रता प्राप्ति के समय भारतीय अर्थव्यवस्था की मुख्य विशेषता क्या थी?
इसे सुनेंरोकें1947 में भारत के स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात अर्थव्यवस्था की पुननिर्माण प्रक्रिया प्रारंभ वित्तीय विवरण विश्लेषण के उद्देश्य हुई । 1991 में भारत सरकार ने महत्वपूर्ण आर्थिक सुधार प्रस्तुत किए जो इस दृष्टि से वृहद प्रयास थे वित्तीय विवरण विश्लेषण के उद्देश्य जिनमें विदेश व्यापार उदारीकरण, वित्तीय उदारीकरण, कर सुधार और विदेशी निवेश के प्रति आग्रह शामिल था ।
वित्तीय विश्लेषण (Financial वित्तीय विवरण विश्लेषण के उद्देश्य analysis) का अर्थ क्या हैं?
वित्तीय विवरणों का विश्लेषण वित्तीय विवरणों में दी गई विस्तृत लेखांकन जानकारी में गंभीर रूप से जांच करने की प्रक्रिया है। वित्तीय विश्लेषण (Financial analysis) का अर्थ क्या हैं? वित्तीय विश्लेषण का अर्थ - वित्तीय विश्लेषण क्या है? मतलब, उद्देश्य, और वित्तीय विवरण विश्लेषण के उद्देश्य प्रकार। विश्लेषण के उद्देश्य के लिए, व्यक्तिगत वस्तुओं का अध्ययन वित्तीय विवरण विश्लेषण के उद्देश्य किया जाता है, अन्य संबंधित आंकड़ों के साथ उनके अंतर-संबंध स्थापित किए जाते हैं, इस उद्देश्य के लिए विभिन्न तकनीकों या उपकरणों की सहायता से जानकारी की बेहतर समझ रखने के लिए डेटा को कभी-कभी पुन: व्यवस्थित किया जाता है।
वित्तीय विवरणों का विश्लेषण करना फर्म की स्थिति और प्रदर्शन की बेहतर समझ प्राप्त करने के लिए वित्तीय विवरणों के घटक भागों के बीच संबंधों का मूल्यांकन करने की प्रक्रिया है। वित्तीय विवरणों का विश्लेषण इस प्रकार वित्तीय विवरणों में निहित जानकारी के उपचार को संदर्भित करता है ताकि संबंधित फर्म की लाभप्रदता और वित्तीय स्थिति का पूर्ण निदान किया जा सके।
वित्तीय विश्लेषण से क्या आशय है इसके उद्देश्य बताइए?
इसे सुनेंरोकेंवित्तीय विश्लेषण एक फ़र्म की वित्तीय सुदृढ़ता एवं कमजोरियों को पहचानने का एक प्रक्रम है, जिसमें तुलन-पत्र तथा लाभ व हानि विवरण की मदों के बीच उचित संबंधों को देखा जाता है। विश्लेषण की प्रकृति, उपयोगकर्ता अर्थात्, विश्लेषक के उद्देश्य पर आधारित होती है जो भिन्न-भिन्न हो सकती है।
आर्थिक नियोजन की मध्यावधि समीक्षा क्या है?
इसे सुनेंरोकेंभारत में आर्थिक नियोजन भारत में मिश्रित अर्थव्यवस्था है, जिसमें निजी क्षेत्रा एवं सार्वजनिक क्षेत्रा का सह-असितत्व है। भारत में समाजवादी व्यवस्था पर आधारित विकास प्राप्त करने हेतू मार्च 1950 में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में एक सांविधक संस्था ‘योजना-आयोग का गठन किया।
इस नीति के क्या उद्देश्य थे?
इसे सुनेंरोकेंराज्यों की सक्रिय भागीदारी के साथ राष्ट्रीय विकास प्राथमिकताओं, क्षेत्रों और रणनीतियों का एक साझा दृष्टिकोण विकसित करना। सशक्त राज्य ही सशक्त राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं, इसको स्वीकार करते हुए राज्यों के साथ सतत आधार पर संरचनात्मक सहयोग की पहल और तंत्रों के माध्यम से सहयोगपूर्ण संघवाद को बढ़ावा देना।
राष्ट्रीय आय से आप क्या समझते हैं भारत में पंचवर्षीय योजना में राष्ट्रीय आय की वृद्धि की विवेचना करें?
इसे सुनेंरोकेंपंचवर्षीय योजनाओं की अवधि में राष्ट्रीय आय की वृद्धि दर औसत 4% प्रतिवर्ष रही है। यद्यपि राष्ट्रीय आय की वास्तविक दर उसके लक्ष्य से कम रही है परन्तु इसके फलस्वरूप अर्थव्यवस्था की गतिहीनता टूटने में काफी सहायता मिली है। ग्याहरवीं योजना में 9% विकास दर प्राप्त करने की योजना थी।
स्वतंत्रता प्राप्ति के समय भारतीय अर्थव्यवस्था की मुख्य विशेषता क्या थी?
इसे सुनेंरोकें1947 में भारत के स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात अर्थव्यवस्था की पुननिर्माण प्रक्रिया प्रारंभ हुई । 1991 में भारत सरकार ने महत्वपूर्ण आर्थिक सुधार प्रस्तुत किए जो इस दृष्टि से वृहद प्रयास थे जिनमें विदेश व्यापार उदारीकरण, वित्तीय उदारीकरण, कर सुधार और विदेशी निवेश के प्रति आग्रह शामिल था ।
विश्लेषण व निर्वचन की कार्य विधि या प्रक्रिया - Procedure of Analysis and Interpretation
(1) विश्लेषण की सीमा निर्धारण करना ( Deciding the extent of analysis) - सर्वप्रथम विश्लेषक को विश्लेषण की सीमा निर्धारण करनी होगी। यह उसके उद्देश्य पर निर्भर करेगा। उदाहरण के लिये वित्तीय विवरण विश्लेषण के उद्देश्य उसे कम्पनी की आर्थिक स्थिति का अध्ययन करना है तो केवल आर्थिक चिट्ठे का ही अध्ययन पर्याप्त होगा, लेकिन यदि वह कम्पनी की भावी सम्भावनाओं के बारे में जानना चाहता है तो उसे दोनों विवरणों का अध्ययन करना होगा। विश्लेषण की विधियों का चुनाव, विश्लेषण के उद्देश्य व सीमा पर ही आधारित होता है।
(2) वित्तीय विवरणों का सामान्य अध्ययन करना (Going through the Financial Statements) - वित्तीय विवरणों में प्रदत्त सूचनाओं तथा उसके महत्व वित्तीय विवरण विश्लेषण के उद्देश्य के आकलन के लिये पहले उनका एक बार सम्पूर्ण अध्ययन आवश्यक है।
(3) अन्य आवश्यक सूचनायें एकत्रित करना (Collecting the other necessary information) अपने विश्लेषण के लिये उपयोगी ऐसी अन्य सूचनायें, जो उन विवरणों से प्रकट नहीं हो रही है, प्रबन्धकों से पहले ही प्राप्त कर ली जाये।
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