Commodity Market में Trading कैसे करे ? – कमोडिटी मार्केट से सोना कैसे ख़रीदे

लोग इक्विटी मार्केट के बाद कमोडिटी मार्केट में पैसा लगाना ज्यादा पसंद करते हैं शेयर मार्केट के बाहर देखा जाए तो सबसे बड़ा मार्केट कमोडिटी मार्केट है. कमोडिटी मार्केट में निवेश करके लोग बहुत पैसा कमाते हैं. कमोडिटी मार्केट में लोग सिर्फ निवेश नहीं करते यहां पर लोग ट्रेडिंग भी करते हैं.

कमोडिटी मार्केट में ट्रेडिंग करने से पहले आपको कमोडिटी मार्केट के बारे में पूरी जानकारी होना जरूरी है क्योंकि यह मार्केट भी जोखिम से भरी हुई है अगर आप कमोडिटी मार्केट की अच्छी जानकारी नहीं रखते तो आपको इसमें नुकसान हो सकता है.

चलिए सबसे पहले जानते हैं कि कमोडिटी मार्केट क्या है.

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Commodity Market Kya Hai

शेयर मार्केट की तरह ही कमोडिटी मार्केट एक ऐसा मार्केट है जहां पर आप वस्तुओं के शेयर पर पैसा निवेश करते हैं और ट्रेनिंग करते हैं यहां पर भी आप शेयर मार्केट की तरह ट्रेडिंग करके बहुत पैसा कमा सकते हैं.

जिस तरह शेयर मार्केट में इक्विटी शेयर पर निवेश किया जाता है ठीक उसी तरह कमोडिटी मार्केट में आप वस्तुओं जैसे Base Metals, Bullions, Agro Commodities, Energy के शेयर पर पैसा लगाते हैं और ट्रेडिंग करते हैं.

कमोडिटी मार्केट के बारे में और भी विस्तार से जानने के लिए हमारे नीचे दी गई पोस्ट को पढ़ें.

कमोडिटी मार्केट के बारे में जानने के बाद अब बारी आती है एमसीएक्स के बारे में जानने की क्योंकि एमसीएक्स कमोडिटी मार्केट का एक बहुत ही अहम हिस्सा है.

चलिए जानते हैं कि एमसीएक्स क्या है.

MCX Kya Hai

जिस तरह इक्विटी मार्केट के लिए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज एनएसई और बंबई स्टॉक एक्सचेंज बीएसई है. ठीक उसी तरह कमोडिटी मार्केट के लिए एमसीएक्स मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज है जिसे हम एमसीएक्स कहते हैं.

कमोडिटी मार्केट में होने वाले Share के उतार-चढ़ाव को हम एम सी एक्स पर ही देख सकते हैं। एम सी एक्स के बारे में और भी अधिक विस्तार से जानने के लिए हमारी नीचे दी गई पोस्ट को पढ़ें.

Commodity Market Me Trading Kaise Kare

कमोडिटी मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास में एक ट्रेडिंग अकाउंट होना बहुत ही जरूरी है क्योंकि अगर आपके पास ट्रेडिंग अकाउंट नहीं है तो आप कमोडिटी मार्केट में ट्रेडिंग नहीं कर सकते तो सबसे पहले आपको ट्रेडिंग अकाउंट के बारे में जानकारी होनी चाहिए एवं आपके पास एक ट्रेडिंग अकाउंट होना चाहिए.

अगर आपके पास ट्रेडिंग अकाउंट नहीं है तो तो आप हमारी नीचे दी गई पोस्ट को पढ़कर अपना खुद का ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते हैं.

ध्यान रहे आप जिस भी ब्रोकर के पास अपना ट्रेडिंग अकाउंट खुलवा रहे हैं. आपका वह ब्रोकर एमसीएक्स और एनसीडीईएक्स एक्सचेंज का एक सदस्य हो ताकि आप उसके ट्रेडिंग अकाउंट से कमोडिटी मार्केट में भी ट्रेनिंग कर सके.

Commodity Me Trading Kaise Kare

कमोडिटी मार्केट में आपको ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले चुनना होगा कि आप किस पर ट्रेडिंग करना चाहते हैं.

क्योंकि कमोडिटी मार्केट में ट्रेडिंग करने के अलग अलग तरीके हैं जैसे कि आप कमोडिटी मार्केट के अंदर अगर सोना चांदी पर ट्रेनिंग करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको Base Metals, पर ट्रेडिंग करना होगा ठीक इसी तरह Bullions, Agro Commodities, Energy पर आप अपनी सुविधा अनुसार ट्रेडिंग कर सकते हैं.

आपको बस ट्रेडिंग करते समय कुछ बातों का हमेशा ध्यान रखना है कि आप अपनी ट्रेडिंग ने स्टॉप लॉस और टारगेट जरूर लगाएं ताकि आपको कोई नुकसान ना हो और आपका मुनाफा भी हो सके.

कमोडिटी मार्केट में ट्रेडिंग करते समय स्टॉप लॉस और टारगेट कैसे लगाएं उसके बारे में जानने के लिए आप हमारी नीचे दी गई पोस्ट को पढ़े .

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कैसे कमाए मुनाफा कमोडिटी कमोडिटी मार्केट से कैसे कमा सकते हैं पैसा मार्किट से, क्या हैं कमोडिटी में ट्रेडिंग का मन्त्र

अनिश्चितताओं से भरे कमोडिटी बाजार में मुनाफा कमाना आसान नहीं होता है। मोटे फायदे की संभावनाओं की तलाश अक्सर लोग इस वायदा आधारित जिंस (कमोडिटी) बाजार की ओर आकर्षित होते हैं, लेकिन कमोडिटी में ट्रेडिंग शुरू करने से पहले यह जानना काफी जरूरी है कि यह क्षेत्र काफी जोखिम भरा होता है। ऐसे में आवश्यक है कि आप इस ट्रेडिंग में प्रवेश करने से पहले अपना होमवर्क पूरा कर लें। जिंस बाजार के जानकारों का मानना है कि अगर ये तीन सूत्र अपनाए जाएं, तो निवेशक जोखिम से बचा पाएंगे और मुनाफा भी कमा सकेंगे। दरअसल किसी कमोडिटी में कई बार कोई खबर आने से उसमें काफी तेज उछाल या काफी तीखी गिरावट आती है। अगर आपकी उस पर नजर बनी हुई है तो आप अच्छा फायदा उठा सकते हैं। इसके अलावा बढ़ती महंगाई के दौर में भी कमोडिटी बाजार आपको शानदार कमाई का मौका मुहैया कराता है। आम तौर पर यह देखा गया है कि महंगाई में कई कमोडिटी की कीमतों में बढ़ोतरी का रुझान आ जाता है। यही नहीं, आप कमोडिटी का इस्तेमाल हेजिंग के लिए भी कर सकते हैं।

Beginners Guide to Commodities Trading in India What is Commodity Market | Why Invest in Commodities in hindi


पहला: स्टॉप लॉस लगाना जरूरी(Keep Stop Loss): जितना अधिक जोखिम, उतना अधिक लाभ, यह बात कमोडिटी कारोबार के ऊपर सटीक तरीके से लागू होती है। ऐसे में यदि आपने सही निर्णय लिया तो आप काफी तेजी से पैसे बना सकते हैं। इस क्षेत्र में जोखिम को कम करने के लिए सबसे पहले आपको स्टॉप लॉस निर्णयों को सटीक तरीके से लागू करना चाहिए। ध्यान रखें कि स्टॉप लॉस न लगाने पर आप पूरी पूंजी से हाथ धो सकते हैं।


दूसरा: घाटे की रणनीति गलत(Loss Planning): निवेशकों को अपने सौदे की लगातार समीक्षा करते रहना और गलतियों को सुधारते रहना चाहिए। अगर एक सौदे में हानि हो रही है तो कई कारोबारी उस हानि को खत्म करने के लिए नए-नए सौदे खड़े करने लगते हैं। कई बार यह रणनीति सफल नहीं हो पाती, क्योंकि इससे हानि लगातार एकत्र होती जाती है, जिसकी वजह से उसे भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है। एक सफल कारोबारी बनने और जोखिम कमोडिटी मार्केट से कैसे कमा सकते हैं पैसा से खुद को सुरक्षित करने के लिए जरूरी है कि इस रणनीति से बचा जाए।


तीसरा: पूरी पूंजी नहीं लगाएं (Don’t Utilize All Capital in Commodity): निवेशक अपनी वित्तीय सीमा को कभी न भूले और हमेशा उस सीमा को ध्यान में रखते हुए ही कारोबार करे। कमोडिटी क्षेत्र में सफल कारोबारी बनने के लिए जरूरी है कि आप कभी भी अपनी पूरी पूंजी कारोबार में न लगाएं। आप अपनी पूंजी का एक तय हिस्सा (मान लें 30 फीसदी) ही कमोडिटी ट्रेडिंग में लगाएं। ध्यान रखें, कमोडिटी के कारोबार में अक्सर वही लोग नुकसान उठाते देखे जाते हैं जो अपनी पूरी पूंजी का इस्तेमाल करते हुए कारोबार करते हैं। लेकिन जो लोग सफलता हासिल करते नजर आते हैं जो अपनी पूंजी का एक निश्चित अनुपात हमेशा सुरक्षित रखते हैं। इसकी वजह यह है कि सुरक्षित पूंजी ही मुसीबत के वक्त आपकी सबसे बड़ी मददगार होती है।


सावधानी: अच्छे से जानकर समझकर ही शुरूआत (Fully Understanding after than opening): कमोडिटी ट्रेडिंग आरंभ करने के लिए अकाउंट होना चाहिए। ध्यान रहे अकाउंट उसी ब्रोकर के साथ खोलना होता है, जिसने प्रमुख कमोडिटी एक्सचेंजों जैसे एमसीएक्स, एनसीडीईएक्स आदि की सदस्यता ले रखी हो। इन एक्सचेंजों कमोडिटी मार्केट से कैसे कमा सकते हैं पैसा की वेबसाइट पर इनसे जुड़े ब्रोकरों की सूची आपको मिल जाएगी। यह खाता खोलने के लिए आपके पास पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ और बैंक खाता होना चाहिए। इस खाते के लिए ब्रोकर आपसे एक शुल्क लेते हैं। इसके अलावा आपके पास कम्प्यूटर और इंटरनेट की सुविधा होनी चाहिए।

Commodity Market में निवेश से कमा सकते हैं अच्छा मुनाफा, जानें क्या है तरीका

Commodity Market शेयर मार्केट की तरह ही एक मार्केट होती है जिसमें आप शेयर की जगह पर विभिन्न कमोडिटी में निवेश करते हैं। इन कमोडिटी को दो भागों में बांटा जा सकता है पहला है हार्ड कमोडिटी और दूसरा होता है सॉफ्ट कमोडिटी।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। शेयर मार्केट में निवेश आज के समय में हर युवा को आकर्षित कर रहा है। शेयर मार्केट में हम विभिन्न कम्पनियों के स्टॉक्स में निवेश करते हैं। लेकिन इसी तरह की एक और मार्केट होती है जिसमें विभिन्न कमोडिटी में निवेश किया जाता है। ये कमोडिटी विभिन्न प्रकार के रॉ मैटेरियल जैसे गोल्ड, सिल्वर, स्टील, पेट्रोलियम आदि होते हैं। इनमें निवेश करना भी शेयर मार्केट में निवेश करने जितना ही आसान होता है। आइए जानते हैं कि कमोडिटी मार्केट में आप कैसे निवेश कर सकते हैं।

Commodity market is affected by these reasons, you should also know the reason

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क्या है Commodity

Commodity Market, शेयर मार्केट की तरह ही एक मार्केट होती है, जिसमें आप शेयर की जगह पर विभिन्न कमोडिटी में निवेश करते हैं। इन कमोडिटी को दो भागों में बांटा जा सकता है, पहला है हार्ड कमोडिटी और दूसरा होता है सॉफ्ट कमोडिटी।

हार्ड कमोडिटी में नॉन-एग्री कमोडिटी आती हैं। ऐसी कमोडिटी जो कृषि से जुड़े न हों जैसे कॉपर, गोल्ड, सिल्वर व ऑयल आदि। तो वहीं सॉफ्ट कमोडिटी में कृषि उत्पाद आते हैं, जैसे- गेहूं, कॉफी, गन्ना आदि।

कैसे करें Commodity Market में निवेश?

आपको बता दें कि इसमें निवेश करना भी Share Market में निवेश करने जितना ही आसान है। बस आपको Commodity Trading Account खोलना होगा। जिसके लिए आप 5paisa ऐप डाउनलोड कर सकते हैं। ऐप डाउनलोड करने के बाद कुछ जरूरी फॉर्मेल्टीज कर आप आसानी से अपना Commodity Trading Account खोल सकते हैं और कमोडिटी ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं।

कमोडिटी में निवेश के लिए क्या हैं जरूरी एक्सचेंज

जिस तरह शेयर मार्केट में निवेश के लिए आप NSE या BSE जैसे एक्सचेंज का इस्तेमाल करते हैं, उसी तरह Commodity में Invest या Trade करने के लिए MCX यानी Multi Commodity Exchange of India Ltd. का इस्तेमाल करते हैं। MCX देश के अग्रणी कमोडिटी एक्सचेंज में से एक है, जहां पर आप कई तरह की Commodities में निवेश कर सकते हैं। कमोडिटी मार्केट से कैसे कमा सकते हैं पैसा इसके अलावा National Commodity and Derivatives Exchange (NCDEX) और Indian Commodity Exchange (ICEX) भी Commodity Trading Exchange हैं जिसके जरिये आप Commodities में ट्रेड या निवेश कर सकते हैं।

कैसे करें इसमें निवेश?

अब बात आती है Commodities में निवेश करने की, तो इसमें आप दो तरीके से निवेश कर सकते हैं- पहला है Futures Contract और दूसरा है Options। इसके अतिरिक्त आप ETF यानी Extended Traded Funds के जरिये भी निवेश कर सकते हैं।

10 मिनट में जानिए कमोडिटी ट्रेडिंग कर कैसे कमा सकते हैं मुनाफा

कमोडिटी मार्केट में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना पड़ेगा. इस अकाउंट के जरिये ही आप किसी सौदे की ख़रीद या बिक्री कर सकते हैं.

10 मिनट में जानिए कमोडिटी ट्रेडिंग कर कैसे कमा सकते हैं मुनाफा

ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए ये हैं जरूरी कागजात
ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए आपके पास पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ और बैंक खाता होना जरूरी है. जब आप किसी ब्रोकर के यहां ट्रेडिंग अकाउंट ओपन कराते हैं तो यह ब्रोकर आपको एक अकाउंट की आईडी मुहैया कराता . इस आईडी के जरिये आप खुद भी ट्रेड कर सकते हैं . इसके लिए आपके मोबाइल, पीसी, टेबलेट में इंटरनेट की सुविधा होनी जरूरी है. इस अकाउंट के जरिये ब्रोकर को निश्चित शुल्क चुकाना होता है. अगर आप खुद से सौदे नहीं करना चाहते तो आप अपने ब्रोकर को फोन के जरिये सौदे की खरीद या बिक्री कर सकते हैं.

केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया के मुताबिक कमोडिटी ट्रेडिंग में खुद सौदे करने से पहले ब्रोकर के माध्यम से सौदे करने से जोखिम घटता है. अगर खुद सौदे करना चाहते हैं तो पहले कुछ दिन मॉक ट्रेडिंग कर सकते हैं. एमसीएक्स में ज्यादातर नॉन एग्री और एनसीडीईएक्स पर एग्री कमोडिटी में कारोबार होता है. कमोडिटी मार्केट में निवेश करने से पहले ये भी जानना जरूरी है किस एक्सचेंज किन-किन कमोडिटीज का कारोबार होता है. मसलन देश के सबसे बड़े नॉन एग्री कमोडिटी एक्सचेंज में बुलियन, क्रूड, बेस मेटल्स का कारोबार होता है.

इसके अलावा कुछ एग्री कमोडिटीज जैसे मेंथा तेल, क्रूड पाम तेल (सीपीओ) की ट्रेडिंग होती है. इसी तरह एनसीडीईएक्स पर ज्यादाातर एग्री कमोडिटीज का वायदा कारोबार होता है. एनसीडीईएक्स पर ग्वार, चना, जौ, गेहूं, सोयाबीन, धनिया, कैस्टर, जीरा, हल्दी समेत अन्य कमोडिटीज का वायदा कारोबार होता है.

Rupee


कमोडिटी वायदा बाजार में जानें क्या है मार्जिन ?

हाजिर बाज़ार में किसी जिंस को खरीदते हैं तो एक साथ पूरा भुगतान करना पड़ता है लेकिन कमोडिटी वायदा बाजार में कुछ रकम देकर भी ट्रेडिंग संभव है और इस रकम को मार्जिन कहा जाता है. हर कमोडिटी को खरीदने या बेचने के लिए एक निश्चित मार्जिन पहले से तय होता है . सामान्यतया यह मार्जिन मनी 3-5 फीसदी के बीच होती है. लेकिन कभी भारी उतार-चढ़ाव की स्थिति में एक्सचेंज अतिरिक्त या स्पेशल मार्जिन भी लगाते हैं.

कमोडिटी मार्केट में ट्रेडिंग से पहले ये हैं 10 जरूरी बातें
1-कमोडिटी ट्रेडिंग करते समय आप स्टापलॉस का ध्यान जरूर रखें, इससे आपका जोखिम कम होता है. स्टॉपलॉस लगाने से उस निश्चित भाव पर सौदा खुद ही कट जाता है इससे नुकसान होने की संभावना कम रहती है.

2- वायदा बाजार में ट्रेडिंग करने में कम मार्जिन मनी देकर सौदे का विकल्प मिलता है, इसलिए ज्यादा सौदे करने से मुनाफा ज्यादा होगा इस लालच में न फंसे . मतलब यह आप कई लॉट्स में सौदे न करके अपनी आय के अनुसार की ट्रेडिंग करें

3-कमोडिटी ट्रेडिंग और शेयर बाज़ार ट्रेडिंग करने में बुनियादी फर्क है. शेयर बाजार में आप शेयरों को एक बार खरीद कर कई साल बाद भी बेच सकते हैं लेकिन कमोडिटी मार्केट में दो-तीन नियर मंथ में ही कारोबार होता है. इसलिए सौदे खरीदते या बेचने में एक निश्चित अवधि का पालन करना जरूरी होता है.

4-शुरूआत में छोटे सौदे (मिनी लॉट) में कारोबार करने से मुनाफा कमाने की संभावना ज्यादा रहती है. जब आप कमोडिटी मार्केट से पूरी तरह से वाकिफ हो जाये तभी बड़े लॉट्स में कारोबार कर सकते हैं.

5-बाजार के ट्रेंड (रुख) के हिसाब से चलें यानी अगर किसी खास कमोडिटी में लगातार गिरावट का रुख है तो उसी तरह के सौदे डालें.

6- कमोडिटी मार्केट्स में शेयर बाज़ार की तरह ही ग्लोबल स्तर पर जारी होने वाले आंकड़ों का बड़ा असर होता है खासतौर से अमेरिका और चीन के बाज़ारों की खबरें बाज़ार में काफी हलचल लाती हैं इसलिए इन देशों में जारी होने वाले इवेंट्स और आर्थिक आंकड़ों का ध्यान रखें.

7-लिक्विड सौदे में कारोबार करने से फायदेमंद होता है . उदाहरण के तौर पर बुलियन, कच्चा तेल और बेस मेटल्स में कारोबार करने से जोखिम कम होता है और बाज़ार से हमेशा बाहर निकलने का मौका बना रहा है.

8- शेयर बाजार में कमोडिटी मार्केट की तरह डिवीडेंड, बोनस नहीं मिलता है. इसमें सौदा बिकने के बाद ही फायदा या नुकसान होता है.

9-दुनियाभर के केन्द्रीय बैंक की पॉलिसी का भी कमोडिटी मार्केट पर खासा असर होता है खासतौर से बुलियन कारोबार, कच्चा तेल और बेस मेटल्स की कीमतों में इन केन्द्रीय की पॉलिसी का असर दिखता है. इन बैंकों में फेडरल रिजर्व बैंक, बैंक ऑफ इंग्लैड का असर दिखता है.

10- हाजिर बाजार में सप्लाई-डिमांड का भी ध्यान रखें . खासकर एग्री कमोडिटी में कारोबार करते समय मंडियों में किसी फसल की आवक कैसी है और आगे उत्पादन कैसा रहेगा.

शेयर बाजार में क्या है कमोडिटी ट्रेडिंग, जानिए कैसे करते हैं खरीद-बेच, कितना फायदेमंद

commodity trading

जिस तरह से हम अपनी रोजमर्रा की जरुरतों के लिए कोई वस्तु यानी कमोडिटी (commodity) जैसे अनाज, मसाले, सोना खरीदते हैं वैस . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : May 06, 2021, 09:25 IST

मुंबई. जिस तरह से हम अपनी रोजमर्रा की जरुरतों के लिए कोई वस्तु यानी कमोडिटी (commodity) जैसे अनाज, मसाले, सोना खरीदते हैं वैसे ही शेयर बााजार (share market) में भी इन कमोडिटी की खरीद बेच होती है. शेयर बााजार के कमोडिटी सेक्शन में इनकी ही खरीद बेच को कमोडिटी ट्रेडिंग (commodity trading) कहते हैं. यह कंपनियों के शेयरों यानी इक्विटी मार्केट की ट्रेडिंग से थोड़ी अलग होती है. कमोडिटी की ट्रेडिंग ज्यादातर फ्यूचर मार्केट में होती है. भारत में 40 साल बाद 2003 में कमोडिटी ट्रेडिंग पर लगा प्रतिबंध हटा लिया गया था.

सामान्य तौर पर, कमोडिटी को चार प्रकारों में वर्गीकृत किया जाता है.

कीमती धातु - सोना, चांदी और प्लेटिनम

बेस मेटल - कॉपर, जिंक, निकल, लेड, टीन और एन्युमिनियम

एनर्जी - क्रूड ऑयल, नेचुरल गैस, एटीएफ, गैसोलाइन

मसाले - काली मिर्च, धनिया, इलायची, जीरा, हल्दी और लाल मिर्च.

अन्य - सोया बीज, मेंथा ऑयल, गेहूं, चना

कमोडिटी ट्रेडिंग में क्या अलग है
- कमोडिटी ट्रेडिंग और शेयर बाज़ार ट्रेडिंग करने में बुनियादी फर्क है. शेयर बाजार में आप शेयरों को एक बार खरीद कर कई साल बाद भी बेच सकते हैं लेकिन कमोडिटी मार्केट में दो-तीन नियर मंथ में ही कारोबार होता है. इसलिए सौदे खरीदते या बेचने में एक निश्चित अवधि का पालन करना जरूरी होता है. यह इक्विटी फ्यूचर ट्रेडिंग (equity future trading) की तरह होता है.

फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट क्या है -

दो पार्टियों के बीच यह खरीदने बेचने का ऐसा सौदा होता है जो आज के दाम पर फ्यूचर की डेट में एक्सचेंज होता है. कमोडिटी राष्ट्रीय स्तर ऑनलाइन मॉनिटरिंग और सर्विलांस मैकेनिज्म के साथ ट्रेड होता है. एमसीएक्स और एनसीडीएक्स में कमोडिटी फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट एक महीने, दो महीने और तीन महीने के लिए एक्सापाइरी सायकल के आधार पर खरीदे जाते हैं.

पोर्टफोलियो में विविधता के लिए कमोडिटी में निवेश फायदेमंद -
विशेषज्ञों के मुताबिक पोर्टफोलियों में विविधता के लिए निवेशक को इक्विटी के साथ साथ कमोडिटी में भी निवेश करना चाहिए. इससे कीमतों में उतार-चढ़ाव का फायदा लिया जा सकता है. हालांकि, रिटेल और छोटे निवेशकों को कमोडिटी में निवेश में विशेष सावधान होना चाहिए. बाजार की अस्थिरता और कम जानकारी पूरा पैसा डूबा सकती है. निवेशकों को इसमें डिमांड सायकल और कौन से कारक कमोडिटी बाजार को प्रभावित करते हैं यह जानना जरूरी होता है.

कमोडिटी ट्रेडिंग से फायदा -
भारत में 25 लाख करोड़ रुपए सालाना का कमोडिटी मार्केट तेजी से बढ़ रहा है. यह मुख्यत लिवरेज मार्केट होता है. मतलब छोटे और मध्यम निवेशक भी छोटी सी राशि से मार्जिन मनी के जरिये कमोडिटी ट्रेडिंग कर सकते हैं.

हेजिंग -
किसानों, मैन्युफैक्चरर और वास्तविक उपयोगकर्ताओं के लिए कमोडिटी के दाम में उतार चढ़ाव का रिस्क कम हो जाता है.

पोर्टफोलियों में विविधता -
कमोडिटी एक नए एसेट क्लास के रुप में विकसित हो रही है. यह पोर्टपोलियों में प्रभावी विविधता लाती है.

ट्रेडिंग अपॉरच्यूनिटी -
कमोडिटी का डेली टर्नओवर लगभग 22,000 - 25,000 करोड़ रुपए है, जो एक बेहतर ट्रेडिंग अपॉर्च्यूनिटी उपलब्ध कराती है.

हाई लिवरेज -
इसमें बहुत कम पैसे में आप मार्जिन मनी के सहारे बड़े सौदे कर सकते हैं.

समझने में आसानी-
कमोडिटी के बेसिक नेचर और सिंपल इकोनॉमिक फंडामेंटल की वजह से इसे समझना भी आसान होता है

इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज का क्या है रोल -

इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज वह संस्था है जो कमोडिटी फ्यूचर में ट्रेडिंग के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराती है. जैसे स्टॉक मार्केट इक्विटी में ट्रेडिंग के लिए स्पेस उपलब्ध कराता है. वर्तमान में फ्यूचर ट्रेडिंग के लिए 95 कमोडिटी उपलब्ध है जो रेगुलेटर फॉर्वर्ड मार्केट कमिशन ( एफएमसी) द्वारा जारी गाइडलाइन और फ्रेमवर्क के अंदर हैं. भारत में 3 नेशनल और 22 क्षेत्रिय एक्सचेंज अभी काम कर रहे हैं.

एमसीएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) क्या है -

एमसीएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) द्वारा सुगम कमोडिटी मार्केट में कमोडिटी का कारोबार अक्सर एमसीएक्स ट्रेडिंग के रूप में जाना जाता है. जिस प्रकार बीएसई और एनएसई स्टॉक में कारोबार के लिए मंच प्रदान करते हैं, वैसे ही एमसीएक्स कमोडिटी में कारोबार के लिए एक मंच प्रदान करता है. इसमें कारोबार मेजर ट्रेडिंग मेटल और एनर्जी में होती है. इसमें रोजाना एक्सचेंज वैल्यूम 17,000-20,000 करोड़ है.

एनसीडीएक्स-
यह दिसंबर 2003 में अस्त्तिव मे आया. इसमें मुख्यत एग्री ट्रेडिंग होती है. रोजाना एक्सचेंज वैल्यूम लगभग 2000 - 3000 करोड़.

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