Key Points

कंगाली की कगार पर पाकिस्तान: शहबाज सरकार की सऊदी से गुहार- स्टेट बैंक में जमा 23 हजार करोड़ रुपए के 50 विदेशी मुद्रा जमा डिपॉजिट न निकालें

पाकिस्तान की शहबाज सरकार के लिए खाली खजाना आफत का कारण बन गया है। पाकिस्तानी सरकार के वित्त मंत्री मिफताह इस्माइल ने 50 विदेशी मुद्रा जमा सऊदी अरब सरकार से गुहार लगाई है कि वो स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP) में जमा लगभग 23 हजार करोड़ रुपए के डिपॉजिट को न निकाले।

पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा का रिजर्व घटकर 78 हजार करोड़ रुपए ही रह गया है। ऐसे में पाकिस्तान को इंपोर्ट बिल चुकाने के लिए विदेशी मुद्रा रिजर्व को बनाए रखने की जरूरत है। पाकिस्तान को खाने-पीने की चीजों के लिए इस विदेशी मुद्रा भंडार की जरूरत है।

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नवंबर, 2021 में जब पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार 50 हजार करोड़ के आसपास रह गया था। तब इमरान सरकार ने सऊदी अरब ने पाकिस्तान को ये आर्थिक मदद दी थी, लेकिन ये सिर्फ 6 महीने के लिए थी। दरअसल, पाकिस्तान को चीन ने वादे के बावजूद अब 19 हजार करोड़ रुपए की मदद देने से इनकार कर दिया है।

इमरान खान को सऊदी अरब ने बेहद सख्त शर्तों पर 3 अरब डॉलर का कैश रिजर्व दिया था।

10 किलो आटा 900 रुपए, दूध 150 रुपए लीटर
पाकिस्तान में पिछले लगभग 70 साल में महंगाई रिकॉर्ड स्तर पर है। यहां महंगाई की दर 13.4% चल रही है। पेट्रोल और डीजल के दाम भी बहुत ज्यादा हैं। पेट्रो पदार्थों के दामों में पिछले 6 महीने के दौरान लगभग 28.6% का इजाफा हुआ है।

पाकिस्तान में महंगाई आसमान पर है। यहां 10 किलोग्राम आटा लगभग 900 रुपए का मिल रहा है। दूध 150 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से बिक रहा है। यहां खाने की चीजों की मंहगाई दर 17% से ज्यादा है।

कर्ज मोहलत बढ़ाने के लिए थी शहबाज की पहली सऊदी यात्रा
पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अपनी पहली विदेश यात्रा पर सऊदी अरब कर्ज की मोहलत बढ़ाने और नए कर्ज की गुहार लेकर गए थे। दरअसल, अभी अमेरिका और चीन से पाकिस्तान को आर्थिक मदद नहीं मिल पा रही है।

शहबाज शरीफ ने हाल ही में सऊदी का दौरा किया था। इस दौरान मदीना में उनके खिलाफ की गई नारेबाजी से विवाद खड़ा हो गया था।

शहबाज शरीफ ने हाल ही में सऊदी का दौरा किया था। इस दौरान मदीना में उनके खिलाफ की गई नारेबाजी से विवाद खड़ा हो गया था।

इमरान की बीबी की दोस्त फराह को दुबई से लाएगी सरकार
दूसरी तरफ शहबाज सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी की मित्र फराह को दुबई से वापस लाने की मंजूरी दे दी है। फराह पर इमरान के प्रधानमंत्री रहने के दौरान ट्रांसफर पोस्टिंग जैसे मामलों में घूस लेने का आरोप है।

इमरान खान की बेगम बुशरा बीबी की दोस्त फराह पाकिस्तानी संसद भंग होने के तुरंत बाद दुबई भाग गई थीं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, फराह ने 3300 करोड़ रुपए का भ्रष्टाचार किया है। पाक सरकार ने फराह के पाकिस्तान के बैंक अकाउंट को भी फ्रीज कर दिया है। इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आने के अगले ही दिन फराह अपने पति के साथ दुबई भाग गई थीं। दुबई जाने के लिए प्लेन में बैठी फराह की फोटो सोशल मीडिया पर खासी वायरल हुई थी।

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि, गोल्ड रिजर्व 39.642 अरब डॉलर के पार

Indian Foreign Reserve: भारत का विदेश मुद्रा भंडार एक बार फिर बढ़ गया है। इसके पीछे की वजह विदेशी निवेशकों का भारतीय बाजार में पैसा इंवेस्ट करना है।

Vikash Tiwary

Edited By: Vikash Tiwary @ivikashtiwary
Published on: August 06, 2022 18:26 IST

भारत के विदेशी मुद्रा. - India TV Hindi

Photo:INDIA TV भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि

Highlights

  • चार हफ्ते बाद जारी की गई डेटा
  • गोल्ड रिजर्व का मूल्य 1.140 अरब डॉलर बढ़ कर 39.642 अरब डॉलर पर पहुंचा
  • पहली तिमाही के दौरान शुद्ध प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 13.6 अरब डॉलर

Indian Foreign Reserve: भारत का विदेश मुद्रा भंडार एक बार फिर बढ़ गया है। इसके पीछे की वजह विदेशी निवेशकों का भारतीय बाजार में पैसा इंवेस्ट करना है। 29 जुलाई को भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 2.4 अरब डॉलर का इजाफा हुआ। उससे पहले लगातार चार हफ्ते तक कमी देखी गई थी।

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चार हफ्ते बाद जारी हुआ डेटा

पिछले हफ्ते शेयर बाजार में लगभग हर रोज तेजी देखी गई। उस दौरान काफी मात्रा में विदेशी निवेशकों ने पैसा भारतीय बाजार में लगाया। चार हफ्ते बाद जारी की गई डेटा में आरबीआई ने जानकारी दी कि 29 जुलाई 2022 को सप्ताह के अंत होते-होते भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 573.5 अरब डॉलर पर पहुंच गया। जो बीते जुलाई के पहले हफ्ते में 8.062 डॉलर घटकर 580.252 डॉलर रह गया था।

गोल्ड रिजर्व में आई तेजी

जुलाई के आखिरी सप्ताह में गोल्ड रिजर्व का मूल्य 1.140 अरब डॉलर बढ़ कर 39.642 अरब डॉलर पर पहुंच गया। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (SDR) में भी बढ़ोतरी देखने को मिली। वह 2.2 करोड़ डॉलर बढ कर 17.985 अरब डॉलर पर जा पहुंचा। आईएमएफ में रखे भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 3.1 करोड़ डॉलर की वृद्धि हुई, जिसके बाद रिजर्व डॉलर 4.991 अरब के पार पहुंच गया।

विदेशी निवेश में आई वृद्धि

हाल ही में आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि घरेलू अर्थव्यवस्था लगातार बढ रही है। वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही के दौरान शुद्ध प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 13.6 अरब डॉलर था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के तुलना में 11.6 अरब डॉलर से अधिक है। अप्रैल-जून 2022 के दौरान निर्यात में भी 24.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, हालांकि जुलाई में कुछ कमी देखने को मिली है। 2023-24 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी विकास दर 6.7 प्रतिशत रहने का अनुमान है।

विदेशी मुद्रा में बढ़ोतरी के बावजूद बढ़ा रेपो रेट

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बार ​फिर रेपो रेट में 0.50 फीसदी की बड़ी बढ़ोत्तरी की है। बता दें कि पिछले महीने, जून 2022 को, RBI ने Repo Rate को 40 बेसिस प्वाइंट बढ़ाकर 4.90% कर दिया था, जबकि इससे पहले 4 मई 2022 को, आरबीआई ने पॉलिसी रेपो रेट को 40 बेसिस प्वाइंट बढ़ाकर 4.40% करके सबको चौंका दिया था। तब स्थायी जमा सुविधा (SDF) दर को 4.15% और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (MSF) रेट और बैंक रेट को 4.65% पर एडजस्ट किया था।

विदेशी मुद्रा भंडार में फिर से आई गिरावट, जानिए अब खजाने में कितना रह गया है?

3 जून को बीते सप्ताह में देश के विदेशी मुद्रा भंडार में फिर से गिरावट दर्ज की गई. इस सप्ताह डॉलर के मुकाबले रुपया रिकॉर्ड लो पर बंद हुआ. इसके अलावा गोल्ड रिजर्व में भी गिरावट आई है.

विदेशी मुद्रा भंडार में फिर से आई गिरावट, जानिए अब खजाने में कितना रह गया है?

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार तीन जून को समाप्त सप्ताह में 30.6 करोड़ डॉलर घटकर 601.057 अरब डॉलर पर आ गया. भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) के आंकड़ों के अनुसार इससे पिछले सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार 3.854 अरब डॉलर बढ़कर 601.363 अरब डॉलर हो गया था. 20 मई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) 4.23 अरब डॉलर बढ़कर 597.509 अरब डॉलर रहा था. समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों में आई गिरावट है जो कुल मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण घटक है. आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 20.8 करोड़ डॉलर घटकर 536.779 अरब डॉलर रह गयी. डॉलर में अभिव्यक्त विदेशी मुद्रा भंडार में रखे जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में यूरो, पौंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में मूल्यवृद्धि अथवा मूल्यह्रास के प्रभावों को शामिल किया जाता है.

आंकड़ों के अनुसार, आलोच्य सप्ताह में स्वर्ण 50 विदेशी मुद्रा जमा भंडार (India Gold reserves) का मूल्य भी 7.4 करोड़ डॉलर घटकर 40.843 अरब डॉलर रह गया. समीक्षाधीन सप्ताह में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 2.8 करोड़ डॉलर घटकर 18.41 अरब डॉलर रह गया. आईएमएफ में रखे देश का मुद्रा भंडार 50 करोड़ डॉलर बढ़कर 5.025 अरब डॉलर पर पहुंच गया.

रुपए का सेंटिमेंट कमजोर हुआ है

इधर विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया (Dollar vs Rupees) 19 पैसे की भारी गिरावट के साथ 77.93 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ. यह रुपए का अबतक का सबसे निचला स्तर है. कच्चे तेल की कीमतों में तेजी तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों (Foreign Institutional Investors) की बाजार से पूंजी की निरंतर निकासी से यह गिरावट आई है. बाजार सूत्रों ने कहा कि शेयर बाजार में भारी बिकवाली तथा विदेशों में डॉलर के मजबूत होने से भी रुपए की धारणा प्रभावित हुई.

77.93 प्रति डॉलर के रिकॉर्ड लो पर बंद हुआ रुपया

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 77.81 पर खुला. दिन के कारोबार में यह 77.79 के उच्च स्तर और नीचे में 77.93 तक गया. कारोबार के अंत में रुपया अपने पिछले बंद भाव 77.74 रुपए के मुकाबले 19 पैसे की गिरावट के साथ 77.93 प्रति डॉलर पर बंद हुआ जो अबतक का सबसे निचला स्तर है.

डॉलर इंडेक्स में मजबूती से रिकॉर्ड लो पर रुपया

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक, दिलीप परमार ने कहा, जोखिम से बचने की भावना, कमजोर वृहद आर्थिक आंकड़े और मजबूत डॉलर सूचकांक के बीच भारतीय रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया….बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 1,016.84 अंक की गिरावट के साथ 54,303.44 अंक पर बंद हुआ.

FII ने बेचे 3973 करोड़ के शेयर

इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर की स्थिति को बताने वाला डॉलर सूचकांक 1 फीसदी बढ़कर 104.235 के स्तर पर बंद हुआ. ब्रेंट क्रूड 1.06 फीसदी की गिरावट के साथ 122 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को पूंजी बाजार से शुद्ध रूप से 3,973.95 करोड़ रुपए के शेयर बेचे.

वित्तीय वर्ष 2018-19 में, कुल विदेशी मुद्रा भंडार हैं

Key Points

  • आर्थिक सर्वेक्षण 2018-19 के अनुसार,
    • भारत का विदेशी रिज़र्व एक निश्चित ऊँचाई पर पहुँच गया था , $ 400 बिलियन को पार कर गया था।
    • विदेशी मुद्रा भंडार एक देश के केंद्रीय बैंक (भारत के मामले में भारतीय रिजर्व बैंक) द्वारा रखी गई विदेशी मुद्राएं हैं।
    • उन्हें विदेशी मुद्रा भंडार या विदेशी भंडार भी कहा जाता है।

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    Last updated on Dec 20, 2022

    BPSC 68th Prelims Application Dates have been extended till 30th December 2022 & Exam Pattern for the Prelims & Mains has been revised. The BPSC Mains Exam will be taking place on 29th, 30th, and 31st December 2022 . The BPSC 68th Exam Notification has been released for 281 posts and candidates can apply for the BPSC 68h Prelims from 25th November 2022 to 30th December 2022. The BPSC Prelims Result for the 67th Schedule released on 17th November 2022 along with this BPSC 67th Prelims Final Answer Key has also been released. The candidates will be selected on the basis of their performance in prelims, mains, and personality tests. A total of 802 candidates will be recruited through the BPSC Exam 67th schedule.

    विदेशी मुद्रा दलालों

    What is Forex Broker

    विदेशी मुद्रा बाजार में बढ़ती रुचि जिनमें से प्रत्येक की अपनी विशेषताओं द्वारा विशेष रुप से प्रदर्शित है और सेवाओं की पेशकश की विभिन्न विदेशी मुद्रा दलालों के उद्भव के लिए योगदान देता है.

    क्या सेवाओं विदेशी मुद्रा दलालों की पेशकश करते हैं?

    हालांकि विदेशी मुद्रा दलालों की पेशकश विभिन्न सेवाओं या अलग शर्तों के साथ एक ही सेवा, वहाँ कुछ कारक है कि आम तौर पर सबसे अधिक विदेशी मुद्रा दलाल द्वारा प्रदान की जाती हैं। उदाहरण के लिए, कई दलालों का लाभ उठाने की पेशकश करते हैं लेकिन अनुपात 1: 100 और कमोडिटीज के बीच अत्यधिक लेकर अलग हो सकता। दलालों आमतौर पर सबसे विश्वसनीय विदेशी मुद्रा के द्वारा की पेशकश कर रहे हैं जो सेवाओं नीचे उल्लेख कर रहे हैं.

    • ग्राहक समर्थन: व्यापारियों को 24 घंटे तकनीकी सहायता महत्वपूर्ण महत्व का है के साथ उपलब्ध कराने। यह उन्हें अपने व्यापार को ठीक से व्यवस्थित, मदद के लिए पूछें, विशेषज्ञों से सलाह लेने में मदद करता है.
    • दैनिक बाजार विश्लेषण: हर दिन दलाल सीधे उनके व्यापार को प्रभावित करने वाले तकनीकी और मौलिक विश्लेषण है कि मदद व्यापारियों को नवीनतम बाजार के उतार चढ़ाव और समाचार, के बारे में सूचित किया जाएगा प्रदान करना चाहिए। वे अन्य वेबसाइटों पर 50 विदेशी मुद्रा जमा बाजार विश्लेषण के लिए खोज करने के लिए नहीं है कि व्यापारियों के लिए अन्य विशेषाधिकार है। दोनों दैनिक विश्लेषण और व्यापार मंच व्यापार बल्कि सरल और सहज बनाने के लिए एक ही स्थान में बस उपलब्ध हैं.
    • अद्वितीय व्यापार के तरीकों और नवाचारों: क्रम में व्यापारी उनके व्यापार रणनीतियों और प्रयुक्त ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट विविधता कर सकते हैं, दलालों के नए दृष्टिकोण और व्यापार के तरीकों की पेशकश करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। प्रत्येक व्यापारी नए अवसर, नए उपकरणों तथा नए तरीकों कि व्यापार के प्रति उनकी रुचि बढ़ाने के लिए और एक उच्च लाभ कमाने की संभावना बढ़ा सकते हैं के लिए करना चाहता है.

    क्या नवाचारों विदेशी मुद्रा दलालों की पेशकश करते हैं?

    विदेशी मुद्रा दलालों को बनाने और नए उपकरणों और व्यापार के तरीकों की पेशकश करते हैं। आम तौर पर अपने ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म, व्यापारियों की मांगों और सुझावों के अनुसार डिजाइन की पेशकश करने के लिए दलालों का प्रयास करें। सबसे हाल ही में नवाचार न केवल व्यापारियों बल्कि निवेशकों, अर्थशास्त्रियों और पोर्टफोलियो प्रबंधकों के बीच महान ब्याज पैदा कर दिया है इस क्षेत्र में निजी समग्र साधन (GeWorko विधि के माध्यम से बनाना PCI) है। विधि प्रभावी जोड़ी (प्रसार) व्यापार और पोर्टफोलियो ट्रेडिंग और विश्लेषण के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह संभव सबसे कम जोखिम के साथ एक उच्च लाभ बनाने के लिए व्यापारियों के लिए सभी शर्तों प्रदान करता है एक पूरी तकनीक के रूप में महसूस किया है।

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