इसके कुछ समय बाद मुझे एक और नौकरी मिल गई लेकिन मेरी सैलरी का लगभग 90 फीसदी ईएमआई में जा रहा था. ऐसे में मुझे जिंदा रहने के लिए एक फूड स्टॉल चलाना पड़ा. मैंने चाय, पोहा बनाए और यहां तक कि फ्री टाइम में उनकी डिलीवरी भी की. मुझे ऐसा करने में किसी तरह की शर्म महसूस नहीं होती थी क्योंकि सभी मुझे विफल मान चुके थे और मेरे पास खोने के लिए कुछ भी नहीं था.
International Trade Fair 2022: दिल्ली में व्यापार मेला शुरू, इन दिन से मिलेगी आम लोगों को एंट्री, जानें- मेले का समय और टिकट के दाम
By: ABP Live | Updated at : 14 Nov 2022 12:42 PM (IST)
(अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2022, फाइल फोटो: पीटीआई)
Delhi International Trade Fair 2022: दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 से 27 नवंबर के बीच 41वां भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला 2022 शुरू हो गया है. व्यापार मेले का समय सुबह 10 से शाम साढ़े सात बजे तक है. कोरोना महामारी की वजह से 2 साल बाद इस मेले को लेकर आयोजकों के साथ-साथ आम लोगों में भी खासा उत्साह है. व्यापार मेले में गेट संख्या 10 (सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन के नजदीक) और भैरव मार्ग गेट प्राइस चैनल के अंदर ट्रेंड के साथ ट्रेड कैसे करें? नंबर-4 से एंट्री मिलेगी.
इस बार के व्यापार मेले की सबसे बड़ी बात यही है कि 40 साल बाद यानी 1979 के बाद मेला परिसर का क्षेत्रफल सबसे ज्यादा होगा. जानकारी के मुताबिक तकरीबन 75,000 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र में मेले का आयोजन हो रहा है. व्यापार मेले से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक 14 नवंबर से शुरू होने वाले मेले के अंतिम दिन यानी 27 नवंबर को दर्शकों को मेले में दोपहर 2 बजे तक ही प्रवेश मिलेगा. इसके साथ ही इस दिन 4 बजे तक ही मेला देखने की अनुमति होगी. व्यापार मेले में आने वाले लोग भैरों मार्ग पर बनी पार्किंग में गाड़ी खड़ी कर सकते हैं.
शेयर बाजार में क्या है कमोडिटी ट्रेडिंग, जानिए कैसे करते हैं खरीद-बेच, कितना फायदेमंद
- News18Hindi
- Last Updated : May 06, 2021, 09:25 IST
मुंबई. जिस तरह से हम अपनी रोजमर्रा की जरुरतों के लिए कोई वस्तु यानी कमोडिटी (commodity) जैसे अनाज, मसाले, सोना खरीदते हैं वैसे ही शेयर बााजार (share market) में भी इन कमोडिटी की खरीद बेच होती है. शेयर बााजार के कमोडिटी सेक्शन में इनकी ही खरीद बेच को कमोडिटी ट्रेडिंग (commodity trading) कहते हैं. यह कंपनियों के शेयरों यानी इक्विटी मार्केट की ट्रेडिंग से थोड़ी अलग होती है. कमोडिटी की ट्रेडिंग ज्यादातर फ्यूचर मार्केट में होती है. भारत में 40 साल बाद 2003 में कमोडिटी ट्रेडिंग पर लगा प्रतिबंध हटा लिया गया था.
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मुंबई. जिस तरह से हम अपनी रोजमर्रा की जरुरतों के लिए कोई वस्तु यानी कमोडिटी (commodity) जैसे अनाज, मसाले, सोना खरीदते हैं वैसे ही शेयर बााजार (share market) में भी इन कमोडिटी की खरीद बेच होती है. शेयर बााजार के कमोडिटी सेक्शन में इनकी ही खरीद बेच को कमोडिटी ट्रेडिंग (commodity trading) कहते हैं. यह कंपनियों के शेयरों यानी इक्विटी मार्केट की ट्रेडिंग से थोड़ी अलग होती है. कमोडिटी की ट्रेडिंग ज्यादातर फ्यूचर मार्केट में होती है. भारत में 40 साल बाद 2003 में कमोडिटी ट्रेडिंग पर लगा प्रतिबंध हटा लिया गया था.
किस हॉल में किस प्रोडक्ट का स्टॉल?
ट्रेड फेयर में लगभग 12 हॉल में स्टॉल लगेंगे। कुछ स्टॉल ओपन एरिया में भी लगेंगे। हॉल एस-2 ग्राउंड फ्लोर में पार्टनर और फोकस स्टेट के स्टॉल होंगे। वहीं, एच-2 में खादी और विलेज इंडस्ट्री कमिशन के स्टॉल और एस-4 में एमएसएमई एंड फॉरेन पार्टिशिपेशन के स्टॉल होंगे। वहीं, एस-5 में थीम पैवेलियन, सेंट्रल गवर्नमेंट मिनिस्टर एंड डिपार्टमेंट, एस-2/5 (एफएफ) में स्टेट के पैवेलियन होंगे। एस-9/10 में फूड स्टॉल होंगे। हॉल नंबर 12 में ब्यूटी प्रोडक्ट और जूलरी के स्टॉल लगाए जाएंगे।
इन राज्यों को मिलेगी तरजीह
इस बार पार्टनर और फोकस स्टेट में 5 राज्यों के नाम शामिल हैं, जिन्हें अलग तरजीह दी जाएगी। पार्टनर स्टेट में महाराष्ट्र, बिहार और झारखंड को शामिल किया गया है। यूपी और केरल को फोकस स्टेट में शामिल किया गया है। पार्टनर राज्यों को 750 स्क्वायर मीटर जगह मिलेगी। फोकस स्टेट को 500 स्क्वायर मीटर जगह मिलेगी। पार्टनर स्टेट को कल्चरल प्रोग्राम के लिए दो दिन के लिए एम्फीथिएटर और फोकस स्टेट को एक दिन के लिए यह सुविधा मिलेगी।
एंटरप्रेन्योरशिप और स्टार्टअप कंपनी को छूट
ट्रेड फेयर में भाग लेनी वाली एंटरप्रेन्योरशिप और स्टार्टअप कंपनियों को छूट मिलेगी। एंटरप्रेन्योरशिप कंपनियों को 60 फीसदी छूट दी जाएगी। स्टार्टअप कंपनी को 50 फीसदी छूट देने का निर्णय प्राइस चैनल के अंदर ट्रेंड के साथ ट्रेड कैसे करें? लिया गया है। डोमेस्टिक पार्टिसिपेंट में स्पेस लेने के लिए न्यू एंड यंग एंटरप्रेन्योरशिप कंपनियों को डिस्काउंट मिलेगा, जबकि स्टार्ट अप को बेयर स्पेस में मिलेगा।
आईटीपीओ को होगा लाभ
पार्टनर स्टेट को करीब 36 लाख रुपए का चार्ज देना पड़ेगा। फोकस स्टेट प्राइस चैनल के अंदर ट्रेंड के साथ ट्रेड कैसे करें? को 24 लाख रुपए देने होंगे। ध्यान रहे, इस बार महाराष्ट्र, झारखंड और बिहार पार्टनर हैं। बिहार और यूपी फोकस स्टेट हैं। इन पांचों राज्यों को करीब 1 करोड़ 66 रुपए चार्ज के रूप में आीटीपीओ को देने होंगे।
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1. आप ट्रेडिंग में कैसे आए? क्या आप यही करना चाहते थे?
लक्ष्यः मैं अपने भैया की तरह इंडियन आर्मी में जाना चाहता था लेकिन मैं एनडीए क्वालिफाई नहीं कर पाया. इसके बाद मैंने एसएसबी क्वालिफाई किया और आईएमए पहुंचा. हालांकि, मेरे परिवार ने मुझे वापस बुला लिया क्योंकि मेरे भाई पहले से आर्मी में थे. इसलिए मैंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की.
जब मैं कॉलेज की पढ़ाई कर रहा ता तो मेरे दोस्तों ने मुझे स्टॉक मार्केट के बारे में बताया. मैंने 2008 में 5,000 रुपये के साथ शुरुआत की. मैंने ऑप्शन्स, इंट्रा-डे ट्रेडिंग में पैसे लगाए और आईपीओ भी सब्सक्राइब किए. सत्यम क्रैश के दौरान मैंने काफी पैसे गंवा दिए. इसने इस मिथक को धवस्त कर दिया कि ट्रेडिंग बहुत आसान चीज है. मैंने उन स्टॉक्स से काफी अधिक पैसे गवाएं जो उस समय काफी अधिक चर्चा में थे. इनमें Unitech, Jaypee, HDIL इत्यादि जैसे शेयर शामिल थे. उस समय तक मेरा तीन लाख रुपये का कुल निवेश घटकर 60,000 रुपये पर आ गया था.
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