“मनु मानेक मरा हुआ आदमी है! उसके लिए पूरे सम्मान के साथ। खुद को लो प्रोफाइल में रखने के बारे में- यहां तक ​​कि सबसे निजी आनंद जैन के पास भी एक फोटो है।

मनु मानेक का असली नाम? क्या वह शादीशुदा है? बीवी। आयु, नेट वर्थ

मनु मानेक का जन्म . के बीच हुआ था 1948 प्रति 1952 मेंकोलकाता, भारतभारतीय माता-पिता को। उन्होंने मीडिया को कभी भी अपने सटीक जन्म का उल्लेख नहीं किया था, इसलिए उनकी कुंडली और जन्मदिन फिलहाल गायब हैं। उनका जन्म नाम है मनु मुंद्रा . हालाँकि, यह ज्ञात है कि मनु का जन्म एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उसके माता-पिता की पहचान जैसे उसके परिवार के सदस्यों के बारे में विवरण फिलहाल उपलब्ध नहीं है।

इसी तरह, मनु के भाई-बहनों के बारे में इंटरनेट पर कोई विवरण नहीं है। राष्ट्रीयता के अनुसार, मनु ने भारतीय राष्ट्रीयता धारण की, जबकि वह इंडो-यूरोपीय जातीय पृष्ठभूमि से संबंधित थे। उन्होंने कभी भी अपनी शिक्षा और शिक्षा के बारे में कोई विवरण नहीं बताया। वह अपने गृहनगर के एक स्थानीय हाई स्कूल में पढ़ने गया। अपनी हाई स्कूल की क्या स्टॉक ब्रोकर एक मरता हुआ करियर है? शिक्षा के बाद, मनु शेयरमार्केट की ओर आकर्षित हुए और जल्द ही इसमें विशेषज्ञ बन गए।

मनु मानेक की कुल संपत्ति कितनी थी?

मनु मानेक की अनुमानित कुल संपत्ति लगभग थी मिलियन उनकी मृत्यु के समय। उन्होंने एक प्रभावशाली स्टॉकब्रोकर, निवेशक और उद्यमी के रूप में अपने सफल करियर के माध्यम से यह राशि अर्जित की। उन्होंने अपने शेयर बाजार के करियर के दौरान काफी संपत्ति अर्जित की थी। कुछ ऑनलाइन संसाधनों के अनुसार, एक स्टॉकब्रोकर का औसत वेतन 0k प्रति वर्ष है।

मनु मानेक अपने सहकर्मियों के साथ

कैप्शन: मनु मानेक अपने सहकर्मियों के साथ (फोटो: FinnovationZ)

यदि वह जीवित होता तो निःसंदेह हम कह सकते हैं कि उसकी निवल संपत्ति और वेतन निश्चित रूप से उसके पास जितनी राशि थी, उससे अधिक बढ़ जाएगी। मनु ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ पूर्ण जीवन व्यतीत किया। हालांकि, उन्होंने कभी भी अपनी अन्य संपत्ति जैसे घरों और कार संग्रह के बारे में किसी अन्य जानकारी का उल्लेख नहीं किया।


मनु मानेक की हाइट कितनी थी?

मनु मानेक की ऊंचाई पर खड़ा था5 फीट 6 इंचलंबा है जबकि उनके शरीर का वजन 65kg है। उन्होंने कभी भी अपने शरीर के अन्य माप जैसे कि छाती का आकार, कूल्हे का आकार, जूते का आकार आदि मीडिया के साथ साझा नहीं किया। मनु के बाल और आंखों का रंग काला था।

क्या मनु मानेक की शादी हुई थी?

जी हां, मनु मानेक शादीशुदा थे। उन्होंने अपनी पत्नी से खुशी-खुशी शादी की थी लेकिन उनकी पत्नी की पहचान फिलहाल गायब है। साथ ही, उनके रिश्ते, शादी की तारीख, स्थान आदि के बारे में विवरण उपलब्ध नहीं है। दंपति भारत में एक साथ सुखी और आनंदमय जीवन व्यतीत कर रहे थे।

उन्होंने अपनी शादी से बच्चों को भी साझा किया लेकिन उनकी पहचान का खुलासा नहीं किया गया है। मनु की मृत्यु के बाद, हो सकता है कि उसकी पत्नी अपने बच्चों की परवरिश करते हुए एक ही जीवन जी रही हो। मनु ने अपने पिछले दिनों में भले ही कुछ महिलाओं को डेट किया हो लेकिन उन्होंने कभी भी मीडिया को इस जानकारी का खुलासा नहीं किया।

मनु मानेक की मृत्यु कब हुई थी?

मनु मानेक का निधन वर्ष में हुआ था 1997 भारत में। हालांकि उनकी मौत के कारणों का अभी खुलासा नहीं हो पाया है। मालूम हो कि उनके अंतिम संस्कार में उनके करीबी दोस्त और परिवार के सदस्य शामिल हुए थे। उनके एक सहयोगी ने ट्विटर अकाउंट पर एक सहानुभूति वाला ट्वीट पोस्ट किया। उसने कहा:

“मनु मानेक मरा हुआ आदमी है! उसके लिए पूरे सम्मान के साथ। खुद को लो प्रोफाइल में रखने के बारे में- यहां तक ​​कि सबसे निजी आनंद जैन के पास भी एक फोटो है।

कॉमर्स फील्ड की मोटी सैलरी वाली 5 नौकरियां

वे स्टूडेंट्स जो अपना करियर कॉमर्स फील्ड में बनाना चाहते हैं, उनके पास नौकरी के विकल्पों की कमी नहीं है. यह फील्ड आपको अकाउंटेंसी, इकनॉमिक्स, बिजनेस स्टडीज जैसे बेहतरीन विषय पढ़ने के मौके देता है.

Jobs in commerce field

स्नेहा

  • नई दिल्ली,
  • 20 अक्टूबर 2015,क्या स्टॉक ब्रोकर एक मरता हुआ करियर है?
  • (अपडेटेड 20 अक्टूबर 2015, 1:58 PM IST)

वे स्टूडेंट्स जो अपना करियर कॉमर्स फील्ड में बनाना चाहते हैं, उनके पास नौकरी के विकल्पों की कमी नहीं है. यह फील्ड आपको अकाउंटेंसी, इकनॉमिक्स, बिजनेस स्टडीज जैसे बेहतरीन विषय पढ़ने के मौके देता है.

अगर कॉमर्स फील्ड में अच्छी सैलरी वाली नौकरी की बात करें तो इसमें भी तमाम ऑप्शंस ऐसे हैं जहां आपको लाखों का पैकेज मिलेगा. यहां हम आपको ऐसी ही नौकरियों के बारे में बता रहे हैं:

1. स्टॉक ब्रोकर: स्टॉक कंपनियों के लिहाज से भारत एक बड़ा बाजार है. ऐसे में स्टॉक ब्रोकर की काफी डिमांड रहती है. यहां आपको ट्रेड रिपोर्ट और रिसर्च पेपर तैयार करना होता है. इस फील्ड में नौकरी पाने की बेहतरीन संभावनाएं हैं. अगर आपके पास मार्केट की अच्छी समझ और ज्ञान है तो यह फील्ड आपको मोटी से मोटी सैलरी दिला सकती है. आपकी सैलरी मुख्य रूप से स्टॉक की बिक्री पर आधारित होती है.

2. मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स: देश के बड़े बिजनेस स्कूल्स में मैनेजमेंट कोर्स की पढ़ाई होती है. मैनेजमेंट स्टडीज ग्रोथ से भरपूर करियर है. इसमें कोई कंपनी आपको सालाना 10-15 लाख तक का पैकेज तक ऑफर कर सकती है. लेकिन इसके लिए आपको अच्छे मैनेजमेंट स्कूल में दाखिला लेना होता है. वहीं, इस फील्ड की औसत सैलरी पैकेज 7-10 लाख तक होती है.

3. कंपनी सेक्रेटरी: इस जॉब में मोटी सैलरी हासिल करने के लिए आपको इकनॉमिक्स, फाइनेंस, अकाउंटेंसी की अच्छी समझ आप में होनी चाहिए. कंपनी सेक्रेटरी को मैनेजमेंट फील्ड के विभिन्न रुझानों पर ध्यान देते हुए कंपनी का संबंध उससे जोड़ना होता है. एक योग्य सीएस की सैलरी शुरुअात में 3-6 लाख रुपये सालाना हो सकती है और इसके बाद अपने टैलेंट के बेस पर आपको अच्छी ग्रोथ मिलेगी.

4. इंवेस्टमेंट बैंकर्स: इस फील्ड में कंपनी की इक्विटी बढ़ाने के लिए क्लाइंट के साथ डील करनी होती है. कंपनी को कॉरपोरेट और फाइनेंशियल डील दिलाने के लिए इंवेस्टमेंट बैंकर्स को उस फील्ड की स्पेशलाइज्ड नॉलेज होनी आवश्यक है. इंवेस्टमेंट बैंकर्स आगे चलकर एनालिस्ट, एसोसिएट और कंपनी के डायरेक्टर तक बन सकते हैं. इनकी सैलरी कंपनी के हिसाब से निर्धारित होती है. एक बैंकर को करीब 5-9 लाख रुपये सालाना पैकेज भी मिल सकता है.

5. चार्टर्ड अकाउंटेंट: इस फील्ड में फाइनेंशियल सेक्टर के टैक्स मैनेजमेंट, बैंकिंग, कंसल्टेंसी, ऑडिटिंग और को-ऑडिटिंग का काम करना होता है. लगभग सभी पब्लिक और प्राइवेट कंपनियों में चार्टर्ड अकाउंटेंट की जरूरत होती है. अच्छी कंपनियों में एक सीए की सैलरी 5-7 लाख सालाना के बीच होती है. काम के अनुभव के साथ ही सैलरी पैकेज भी बढ़ता जाता है.

शेयरों में भी SIP के जरिये कर सकते हैं आप निवेश, जानें तरीका

आमतौर पर छोटे निवेश सिस्टमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के जरिये म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं। लेकिन, क्या आपको पता है कि आप एसआईपी के जरिये सीधे शेयरों में भी निवेश कर सकते हैं। यह सुविधा आपको.

शेयरों में भी SIP के जरिये कर सकते हैं आप निवेश, जानें तरीका

आमतौर पर छोटे निवेश सिस्टमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के जरिये म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं। लेकिन, क्या आपको पता है कि आप एसआईपी के जरिये सीधे शेयरों में भी निवेश कर सकते हैं। यह सुविधा आपको शेयर ब्रोकर उपलब्ध करते हैं।

हालांकि, शेयरों में एसआईपी के जरिये निवेश करने के लिए आपके पास सबसे पहले डीमैट खता होना जरूरी है। डीमैट खाता खोलने की सुविधा ब्रोकर उपलब्‍ध कराते हैं। डीमैट खाता खुलने के बाद आप अपने मोबाइल एप के जरिये ब्रोकर के प्‍लेटफॉर्म का इस्‍तेमाल करते हुए शेयर बाजार से शेयरों की खरीद सकते हैं। इसके लिए आपका बैंक खाता डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट से जुड़ा होना चाहिए। इसके बाद आप महीने में एक तय राशि एसआईपी के जरिये सीधे शेयर खरीदने में लगा सकते हैं।

शेयरों में एसआईपी कैसे शुरू करें

शेयरों में एसआईपी शुरू करने के लिए आपको निवेश की रकम, शुरुआत करने की तारीख, अंतिम तारीख, ट्रिगर डेट इत्‍यादि के बारे में बताना पड़ता है। ट्रिगर डेट वह तारीख है जिस दिन हर एक किस्‍त के लिए बकेट में निवेश किया जाएगा। इसी दिन उन शेयरों के लिए एक अलग ऑर्डर जेनरेट होगा जिन्‍हें आपने चुना है। ये ऑर्डर शेयर ब्रोकर के ऑर्डर मैचिंग सिस्‍टम के अनुसार एग्‍जीक्‍यूट होते हैं। आप एसआईपी के जरिये निवेश की अवधि दैनिक, साप्‍ताहिक, पाक्षिक या मासिक चुन क्या स्टॉक ब्रोकर एक मरता हुआ करियर है? सकते हैं। शेयर में एसआईपी शुरू करने पर आपके पास विकल्‍प होता है कि आप किसी खास शेयर को नहीं चुनें। आप बता सकते हैं कि हर एक शेयर में
मजबूत कंपनियों के शेयरों में करें निवेश

म्यूचुअल फंड में जब आप एसआईपी के जरिये निवेश करते हैं तो उसका प्रबंधन म्यूचुअल फंड मैनेजर करता है। लेकिन स्टॉक एसआईपी जिसे 'ई-सिप' क्या स्टॉक ब्रोकर एक मरता हुआ करियर है? कहा जता है उसमें निवेश का प्रबंधन खुद करना होता है या फिर आपका ब्रोकर इसे संभालता है। पको ब्रोकर को यह बताना पड़ता है कि आप कितने समय में कितना शेयर खरीदना चाहते हैं। ई-सिप खरीदते समय हमेशा उन शेयरों में निवेश करना चाहिए जिनके कारोबार और वित्तीय स्थिति मजबूत हों। ई-सिप का फायदा यह है कि आपके निवेश को डाइवर्सिफिकेशन का लाभ मिलता है। यानी आप अपना इनवेस्टमेंट अलग-अलग शेयरों में करते हैं। यह ध्यान रखना चाहिए कि ई-सिप के जरिये जब निवेश करें तो अलग-अलग शेयरों में करें।

बड़े वित्तीय लक्ष्य हासिल करना आसान

ई-सिप में फायदा यह है कि आप एक छोटी निवेश राशि से निवेश कर लंबी अवधि में बड़ा निवेश करते हैं। आप इसके जरिये बड़ा वित्तीय लक्ष्य आसानी से हासिल कर लेते हैं। निवेश की राशि कम होती है इसलिए जोखिम भी कम होता है। इसमें लिक्वडिटी काफी होती है और अचानक पैसे क्या स्टॉक ब्रोकर एक मरता हुआ करियर है? की जरूरत पड़ने पर आप अपनी रकम निकाल सकते हैं। दरअसल ई-सिप के जरिये में निवेश पर आपको हाई रिटर्न का फायदा मिलता है। म्यूचुअल फंड निवेश में कई तरह के चार्ज, फंड मैनेजर का खर्च आदि कट कर रिटर्न मिलता है। लेकिन इसमें इस तरह का खर्च नहीं है। इस वजह से इनमें रिटर्न का ज्यादा हिस्सा आपके हाथ आता है। जो निवेशक कम पैसे से धीरे-धीरे शेयर में निवेश करना चाहते हैं उनके लिए यह ई-सिप के जरिये शेयरों में निवेश काफी अच्छा विकल्प है

इन बातों का रखें ध्‍यान

शेयरों में एसआईपी शुरू करने से पहले यह जरूरत पता कर लें कि स्‍टॉक एसआईपी रीक्‍वेस्‍ट क्रिएट करने के लिए ब्रोकर ब्रोकरेज जैसे अन्‍य रेगुलर शुल्क के अलावा कितना चार्ज करते हैं। आप किसी भी समय स्‍टॉक एसआईपी इंस्‍ट्रक्‍शन को कैंसिल या बदल सकते हैं। यह अगली ट्रिगर डेट से प्रभावी हो जाएगी।

शेयर मार्केट में करना है काम तो ऐसे बने स्टॉक ब्रोकर

शेयर मार्केट की दुनिया में अक्सर लोग पैसा लगाकर ही मुनाफा कमा पाते हैं लेकिन आप अपने टैलेंट के दम पर यहाँ अपना करियर बना सकते हैं. शेयर मार्केट के अंदर एक खास करियर (Stock Broker kaise bane?) ऑप्शन स्टॉक ब्रोकर है. जिसमें करियर बनाकर आप खूब सारा पैसा कमा सकते हैं.

By रवि नामदेव On Aug 23, 2022 864 0

शेयर मार्केट आपको इतना पैसा कमाकर दे सकता है जितना आप पूरी ज़िंदगी में नहीं कमा सकते. वहीं दूसरी ओर आप इसमें पैसा लगाकर बुरी तरह कर्ज में भी डूब सकते हैं. लेकिन यदि आप इसमें करियर बनाना चाहते हैं तो आप स्टॉक ब्रोकर बनकर (Stock Broker Career) खुद भी मुनाफा कमा सकते हैं और दूसरों को भी कमाकर दे सकते हैं.

शेयर मार्केट की दुनिया में अक्सर लोग पैसा लगाकर ही मुनाफा कमा पाते हैं लेकिन आप अपने टैलेंट के दम पर यहाँ अपना करियर बना सकते हैं. शेयर मार्केट के अंदर एक खास करियर (Stock Broker kaise bane?) ऑप्शन स्टॉक ब्रोकर है. जिसमें करियर बनाकर आप खूब सारा पैसा कमा सकते हैं.

स्टॉक ब्रोकर क्या स्टॉक ब्रोकर एक मरता हुआ करियर है? क्या क्या स्टॉक ब्रोकर एक मरता हुआ करियर है? होता है?(What is Stock Broker?)

स्टॉक ब्रोकर को समझने के लिए पहले आप ये समझिए कि भारत में आप स्टॉक कैसे खरीदते हैं?

कोई कंपनी जब अपना शेयर लाती है तो वो शेयर मार्केट में लिस्ट होता है. इस शेयर को खरीदने और बेचने का काम करती है ब्रोकरेज फर्म. इन ब्रोकरेज फर्म पर बल्क में कंपनियों क्या स्टॉक ब्रोकर एक मरता हुआ करियर है? के शेयर होते हैं.

इन ब्रोकरेज फर्म में ही काम करते हैं स्टॉक ब्रोकर. स्टॉक ब्रोकर का काम होता है आम लोगों के लिए शेयर को खरीदना और बेचना. मतलब आप कोई शेयर खरीदना चाहते हैं तो आपको स्टॉक ब्रोकर को ही कहना होगा और साथ ही बेचने के लिए भी आपको उसी को कहना होगा.

स्टॉक ब्रोकर इसके अलावा आपको दूसरे स्टॉक भी सजेस्ट करते हैं. स्टॉक ब्रोकर कमीशन और सैलरी दोनों के आधार पर कार्य करते हैं.

अतः स्टॉक ब्रोकर एक ऐसा व्यक्ति होता है जो शेयर की खरीद और बिक्री का कार्य करता है.

स्टॉक ब्रोकर के लिए योग्यता (Stock Broker Eligibility)

स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए आपको शेयर मार्केट की बेसिक स्किल्स के बारे में अच्छी तरह पता होना चाहिए. क्योंकि आपको जिस जगह पर काम करना है उसके बारे में पहले से जानकारी होना चाहिए.

आपने फाइनेंस, कॉमर्स या अकाउंटेनसी में ग्रेजुएशन करना होता है. क्योंकि इनमें आपको अच्छे से शेयर मार्केट के बारे में समझाया जाता है.

आपकी कम्यूनिकेशन स्किल बहुत अच्छी होनी चाहिए. आपमें लोगों को कन्वेंस करने का गुण होना चाहिए.

आपकी गणित और रिजनिंग बहुत ही स्ट्रॉंग होनी चाहिए. क्योंकि शेयर मार्केट में सारा खेल आंकड़ों का है.

स्टॉक ब्रोकर कैसे बने? (How to become stock broker?)

स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए आपके अंदर जरूरी योग्यता है तो आप नीचे दिए गए सर्टिफिकेट कोर्स को करके स्टॉक ब्रोकर बनने की ओर अपना कदम बढ़ा सकते हैं.

NSE’s Certification In Financial Markets
NSE’s Certified Market Professional
Certificate Program On Capital Markets
A PG Diploma In Capital Market And Financial Services
Post Graduate Diploma In Fundamentals Of Capital Market Development

स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए बेस्ट कॉलेज (Stock broker best college)

भारत में यदि आप स्टॉक ब्रोकर बनना चाहते हैं और इन कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं तो आपको ये सारे कोर्स नीचे दिए गए कॉलेज में मिल जाएंगे.

Institute Of Company Secretaries Of India
Institute Of Capital Market Development
All India Center For Capital Market Studies
Mumbai Stock Exchange Training Institute
Institute Of Financial And Investment Planning
Institute Of Chartered Financial Analysts Of India
The Orion Institute Of Capital Market
The UTI Institute Of Capital Market

स्टॉक ब्रोकर कितना कमा सकता है? (Stock broker salary)

Stock Broker बनना कोई हंसी खेल नहीं है. इसमें एंट्री पाना तो आपके लिए आसान रहेगा लेकिन यहाँ टिके रहना मुश्किल है. इसमें शुरुआती तौर पर आप सैलरी के रूप में 20 से 25 हजार रुपये प्रतिमाह कमा सकते हैं.

जब आपको अनुभव हो जाता है और आप सीख जाते हैं कि कब कौन सा शेयर ऊपर जाने वाला है और कौन सा शेयर नीचे आने वाला है तो आप उनमें निवेश करके खुद भी मुनाफा कमा सकते हैं. इसमें कमाई की कोई क्या स्टॉक ब्रोकर एक मरता हुआ करियर है? सीमा नहीं है.

भारत में किसी स्टॉक में निवेश करने का काम काफी हद तक ऑनलाइन हो चुका है और लोग अपनी मर्जी से अपने फोन या कंप्यूटर से पैसा निवेश करके अपनी पसंद का शेयर खरीद लेते हैं. लेकिन स्टॉक ब्रोकर का रोल फिर भी महत्वपूर्ण होता है. क्योंकि ये ही आपको बताता है कि ये नया शेयर आया है आप इसमें निवेश कीजिए, कौन सा शेयर आपके लिए फायदेंमंद रहेगा. ये सारी जानकारी बिना स्टॉक ब्रोकर के आपको नहीं मिल पाती है. साथ ही आपके Demat account को मैन्टेन करने का काम भी एक स्टॉक ब्रोकर ही करता है.

अब शेयर ब्रोकर्स की बचेगी पूंजी, इंटर ऑपरेबिलिटी का उठा सकते हैं फायदा

एक जुलाई से सभी ब्रोकर्स को इस प्लेटफॉर्म के साथ जुड़ना ही होगा. जिन ब्रोकर्स के सिस्टम इंटर ऑपरेबिलिटी के लिए तैयार हैं, वो आज से इसका फायदा ले सकते हैं.

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अब शेयर ब्रोकर्स की बचेगी पूंजी, इंटर ऑपरेबिलिटी का उठा सकते हैं फायदा

नई दिल्ली: BSE, NSE और MSEI के प्लेटफॉर्म पर जुड़े ब्रोकर्स आज से इंटर ऑपरेबिलिटी का फायदा ले सकते हैं. तीनों ही एक्सचेंज के क्लीयरिंग कॉरपोरेशंस के बीच आपसी सेटलमेंट आज से शुरू कर दिया गया है. हालांकि, ब्रोकर्स पर अभी तुरंत जुड़ने का दबाव नहीं है. लेकिन एक जुलाई से सभी ब्रोकर्स को इस प्लेटफॉर्म के साथ जुड़ना ही होगा. जिन ब्रोकर्स के सिस्टम इंटर ऑपरेबिलिटी के लिए तैयार हैं, वो आज से इसका फायदा ले सकते हैं.

क्या होती है इंटर ऑपरेबिलिटी
सभी एक्सचेंज के क्लीयरिंग कॉरपोरेशन आपस में जुड़ गए हैं, जिसका मतलब मार्जिन किसी भी एक एक्सचेंज में जमा किया जाए. सौदा किसी भी एक्सचेंज पर किया जा सकेगा.

कब शुरू कर सकते हैं इंटर ऑपरेबिलिटी?क्या स्टॉक ब्रोकर एक मरता हुआ करियर है?
एक्सचेंज ने ब्रोकर्स को समय दिया है कि वो एक जुलाई की डेडलाइन से पहले भी जुड़ना चाहें तो जुड़ सकते हैं. इसके लिए 3 जून, 10 जून, 17 जून, 24 जून की तारीख तय की गई है.

इंटर ऑपरेबिलिटी के फायदे?
इंटर ऑपरेबिलिटी के शुरू होने पर ब्रोकर्स को एक ही एक्सचेंज के क्लीयरिंग कॉरपोरेशन के मार्जिन से बाकी इक्विटी एक्सचेंज में ट्रेडिंग का फायदा मिलेगा. जिससे ब्रोकर्स की मार्जिन रखने की लागत में बचत होगी. इसके अलावा अगर किसी एक एक्सचेंज पर कोई दिक्कत आ जाए तो बाकी के एक्सचेंज में ट्रेडिंग का मौका मिलेगा. इंटर ऑपरेबिलिटी शुरू होने पर क्लीयरिंग कॉरपोरेशंस के बीच कंपिटिशन बढ़ेगा जिससे भी ब्रोकर्स को लाभ होगा. फिलहाल फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस की वजह से ज्यादातर ब्रोकर्स NSE के क्लीयरिंग कॉपोरेशन पर मार्जिन रखते हैं. जबकि BSE और MSEI पर सौदों के लिए उन्हें अलग से भी मार्जिन रखना पड़ता है. ब्रोकर्स की लागत में कमी आने पर वो इसका फायदा निवेशकों को भी दे सकते हैं.

कौन से प्रोडक्ट इंटर ऑपरेबिलिटी में?
इंटर ऑपरेबिलिटी की सुविधा कैश, फ्यूचर एंड ऑप्शंस, करेंसी डेरिवेटिव्स और डेट सेगमेंट पर लागू होगा. हालांकि, ऑफर फॉर सेल, म्यूचुअल फंड सर्विसेज, बायबैक और शेयर उधार लेकर ट्रेडिंग करने पर लागू नहीं होगा. कमोडिटी के लिए भी इंटर ऑपरेबिलिटी लागू नहीं होगी.

ब्रोकिंग मेंबर्स के अधिकार
ब्रोकिंग मेंबर के पास ये अधिकार होगा कि वो किस एक्सचेंज के क्लीयरिंग कॉरपोरेशन में अपनी इंटर ऑपरेबिलिटी चाहते हैं. मेंबर्स के पास ये भी विकल्प होगा कि वो जब चाहें तब क्लीयरिंग कॉरपोरेशन को बदल सकते हैं. किस प्रोडक्ट में इंटर-ऑपरेबिलिटी चाहिए ये ब्रोकर ही तय करेंगे.

मौजूदा सौदों का क्या होगा?
अगर फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस के सौदे कर रहे हैं तो मौजूदा पोजीशन दूसरे में ट्रांसफर हो जाएगी. अगर तय तारीख के पहले ट्रांसफर करेंगे तो पोजीशन दूसरे क्लीयरिंग कॉरोपरेशन में ट्रांसफर हो जाएगी. एक सुविधा ये भी होगी कि जो प्रोडक्ट एक एक्सचेंज पर नहीं हैं लेकिन भी क्लीयरिंग उस एक्सचेंज के क्लीयरिंग कॉरपोरेशन से हो सकेगी.

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