आज के समय में अगर आप निवेश के ज़रिए अच्छा रिटर्न चाहते हैं तो एक बेहतर पोर्टफोलियो का होना काफी अहम है.

Investment Tips: म्यूचुअल फंड या शेयर मार्केट में से कहां निवेश करना है ज्यादा फायदेमंद! यहां जानें

Investment Plan: म्यूचुअल फंड में आपको रिस्क तो उठाना पड़ सकता है, लेकिन यह शेयर मार्केट की तुलना में बहुत कम होता है. म्यूचुअल फंड एक्सपर्ट्स अलग-अलग स्टॉक में छोटी मात्रा में निवेश करते हैं.

Investment Tips: म्यूचुअल फंड या शेयर मार्केट में से कहां निवेश करना है ज्यादा फायदेमंद! यहां जानें

Mutual Funds vs Share Market: आजकल के समय में हर व्यक्ति शेयर मार्केट में निवेश करना चाहता है. शेयर मार्केट में निवेश करने का दो तरीका है. पहला कि निवेशक अपना एक डीमैट अकाउंट खोलें और इसके जरिए बाजार में निवेश करें. दूसरे Market रिस्क क्या होता है तरीके में आपको म्यूचुअल फंड में एसआईपी की मदद से लंबे वक्त में मोटा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं.

Investment Tips: म्यूचुअल फंड या शेयर मार्केट में से कहां निवेश करना है ज्यादा फायदेमंद! यहां जानें

दोनों तरीकों में आपके पैसे बाजार जोखिमों में आते हैं तो इनमें से किसमें निवेश करना ज्यादा सही माना जाता है यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी बाजार को लेकर समझ कितनी है. अगर आप सही जानकारी और समझ के साथ पैसे नहीं निवेश करेंगे तो आपके पैसे डूब जाएंगे.

Investment Tips: म्यूचुअल फंड या शेयर मार्केट में से कहां निवेश करना है ज्यादा फायदेमंद! यहां जानें

अगर आप शेयर मार्केट की चाल को समझते हैं और मार्केट की उठापटक को संभाल सकते हैं तो आपको लिए शेयर मार्केट में सीधे पैसे लगाना फायदेमंद हो सकता है. स्टॉक में निवेश करने के लिए आपको पास डीमैट अकाउंट जरूर होना चाहिए.

Investment Tips: म्यूचुअल फंड या शेयर मार्केट में से कहां निवेश करना है ज्यादा फायदेमंद! यहां जानें

शेयर मार्केट में आप कहां पैसे लगाना चाहते हैं यह सिर्फ आपका निजी फैसला होगा, लेकिन Market रिस्क क्या होता है कहीं भी पैसे लगाने से पहले मार्केट एक्सपर्ट्स से जानकारी लेना बहुत जरूरी है. इसमें आपको ज्यादा रिटर्न और ज्यादा रिस्क मिल सकता है.

Investment Tips: म्यूचुअल फंड या शेयर मार्केट में से कहां निवेश करना है ज्यादा फायदेमंद! यहां जानें

वहीं बात करें म्यूचुअल फंड की तो इसमें आपको रिस्क उठाना पड़ता है, लेकिन यह शेयर मार्केट की तुलना में बहुत कम होता है. आपके पैसों को म्यूचुअल फंड एक्सपर्ट्स अलग-अलग स्टॉक में छोटी मात्रा में निवेश करते हैं. इससे आपके पैसे डूबने का रिस्क कम होता हैं और पोर्टफोलियो में डायवर्सिफिकेशन आता है.

Investment Tips: म्यूचुअल फंड या शेयर मार्केट में से कहां निवेश करना है ज्यादा फायदेमंद! यहां जानें

अगर आप ज्यादा रिस्क उठाकर ज्यादा रिटर्न पाने के लिए तैयार हैं तो आप शेयर मार्केट में निवेश कर सकते हैं, मगर आप छोटे निवेश करके लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न पाना चाहते हैं तो आपके लिए म्यूचुअल फंड में निवेश एक बेहतर ऑप्शन है.

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Stock Market: मार्केट में उतार-चढ़ाव के बीच क्या हो निवेश का सही तरीका? जानिए किन बातों का ध्यान रखना है जरूरी

डाइवर्सिफिकेशन का फायदा यह है कि यह मोटे तौर पर आपके इनवेस्टमेंट में रिस्क को कम करता है. इसके अलावा, यह लंबी अवधि में आपके Market रिस्क क्या होता है रिटर्न को भी बढ़ाता है.

Stock Market: मार्केट में उतार-चढ़ाव के बीच क्या हो निवेश का सही तरीका? जानिए किन बातों का ध्यान रखना है जरूरी

आज के समय में अगर आप निवेश के ज़रिए अच्छा रिटर्न चाहते हैं तो एक बेहतर पोर्टफोलियो का होना काफी अहम है.

Stock Market: आमतौर पर इस बारे में चर्चा होती रहती है कि निवेशकों को पोर्टफोलियो से जुड़े फैसले लेते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. लेकिन निवेशकों के लिए यह समझना भी उतना ही जरूरी है कि उन्हें क्या नहीं करना चाहिए. यह समझना एक निवेशक के तौर पर आपके इन्वेस्टमेंट जर्नी के लिए बेहद अहम है. आज के समय में अगर आप निवेश के ज़रिए अच्छा रिटर्न चाहते हैं तो एक बेहतर पोर्टफोलियो का होना काफी अहम है. कई निवेशक शेयर या म्यूचुअल फंड्स में ही अपना सारा पैसा लगा देते हैं. डाइवर्सिफिकेशन का फायदा यह है कि यह मोटे तौर पर आपके इनवेस्टमेंट में रिस्क को कम करता है. इसके अलावा, यह लंबी अवधि में आपके रिटर्न को भी बढ़ाता है.

हर एसेट क्लास की खासियत अलग-अलग होती है. इसलिए इनमें रिटर्न का पैटर्न भी अलग होता है. एक निवेशक Market रिस्क क्या होता है को अपने पोर्टफोलियो में इक्विटी, फिक्स्ड इनकम, रियल एस्टेट, गोल्ड और दूसरी कमोडिटीज का सही संतुलन बनाना चाहिए.

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भविष्य को लेकर अनुमान लगाने से बचें

निवेशक अक्सर बाजार के उतार-चढ़ाव को लेकर अनुमान लगाते रहते हैं. निवेशकों को ऐसा करने से बचना चाहिए. अभी भी लॉन्ग टर्म में बाजार ऊपर की ओर जाएंगे क्योंकि बिजनेस समय के साथ बेहतर प्रदर्शन करते हैं. अक्सर निवेशक बाजार की गिरावट को देखकर घबरा जाते हैं और अपने शेयर बेचने लगते है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि करेक्शन के समय हमें घबराने के बजाए इसे इन्वेस्टमेंट के मौके के तौर पर देखना चाहिए.

सोशल मीडिया पर सलाह लेने से बचें

सोशल मीडिया या ट्विटर या किसी प्लेटफॉर्म पर तैरने वाली किसी भी राय या सलाह को न मानें. इस तरह की सलाह को मानकर आप किसी मुश्किल में फंस सकते हैं. इसलिए हमेशा यह सलाह दी जाती है कि निवेश से जुड़े किसी भी तरह के फैसले लेने से पहले अपने निवेश सलाहकार से चर्चा कर लें.

अटकलें न लगाएं और निवेश करें

अपने पोर्टफोलियो से जुड़े फैसले लेते समय अटकलें लगाने से बचें और निवेश करें. आप किसी स्टॉक को जितना समय देंगे उसके अच्छे प्रदर्शन की संभावना भी उतनी ही बढ़ जाती है. इसलिए निवेश के दौरान धैर्य बनाए रखना भी बेहद जरूरी है.

पोर्टफोलियो की समीक्षा है जरूरी

फाइनेंशियल प्लानर्स और फंड मैनेजरों का मानना है कि आपको अपने पोर्टफोलियो की नियमित तौर पर समीक्षा करते रहना चाहिए. यह इसलिए जरूरी है कि हो सकता है कि पहले आपने जिस एसेट क्लास में बेहतर रिटर्न की उम्मीद की थी, समय के साथ रिटर्न के मामले में उसकी अहमियत कम हो जाए. अगर ऐसे एसेट क्लास को लेकर तुरंत रणनीति में बदलाव न किया जाए तो आपको बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है. जैसे-जैसे बाजार बदलता है, आपको अपने पोर्टफोलियो में भी बदलाव करना चाहिए. निवेशकों को यह समझने की जरूरत है कि पोर्टफोलियो को संतुलित करना एक बार का काम नहीं है. यह सुनिश्चित करने के लिए कि हमने जिन एसेट्स में निवेश किया है, वह आगे भी बेहतर रिटर्न देंगे, नियमित तौर पर समीक्षा जरूरी है.

अपने गोल्स और रिस्क लेने की क्षमता को समझें

निवेश को लेकर आपके गोल्स और रिस्क लेने की क्षमता काफी हद तक इस बात पर निर्भर है कि आपकी उम्र, इनकम, टेन्योर और निवेश का कारण क्या है. ऐसे निवेशक जो अभी युवा हैं और जिनका परिवार उन पर निर्भर नहीं है वे अपने निवेश का एक बड़ा हिस्सा इक्विटी में निवेश कर सकते हैं. जीवन में समय Market रिस्क क्या होता है के साथ हमारी जरूरतें और गोल्स भी बदलते रहते हैं. ऐसे में आप बाद में हायब्रिड फंड में स्विच कर सकते हैं. इसके ज़रिए न केवल आपका रिटर्न सुनिश्चित होता है बल्कि जोखिम को भी सावधानी से कम किया जाता है. जिन निवेशकों को न्यूनतम जोखिम के साथ आय का एक स्थिर Market रिस्क क्या होता है स्रोत चाहिए, वे शॉर्ट टर्म फंड और लिक्विड फंड में निवेश कर सकते हैं.

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