क्या होता है डीमैट अकाउंट, कैसा होता है काम?
Demat Account: शेयरों में निवेश के लिए डीमैट खाता अनिवार्य है. जैसे बैंकों में पैसा सुरक्षित रहता है वैसे ही डीमैट में शेयर सुरक्षित रहते हैं
- Money9 Hindi
- Publish Date - February 25, 2021 / 05:25 PM IST
शेयर बाजार की जोरदार तेजी देखकर आपने भी निवेश के बारे में जरूर सोचा होगा लेकिन कैसे शुरुआत करना है, कहां से शुरुआत करनी है इन सभी सवालों को लेकर उलझन भी हो सकती है. हालांकि निवेश का पहला कदम रखना इतना मुश्किल नहीं हैं. इसके लिए आपके सबसे पहले डीमैट खाता (Demat Account) खुलवाना होता है.
क्या होता है डीमैट खाता?
आसान शब्दों में कहें तो डीमैट अकाउंट (Demat Account) किसी बैंक अकाउंट जैसा ही होता है. अंतर सिर्फ इतना ही है कि बैंक अकाउंट में पैसों का लेनदेन होता है, जबकि डीमैट अकाउंट में शेयरों का लेनदेन होता है. जैसे बैंकों में पैसा सुरक्षित रहता है, वैसे ही डीमैट अकाउंट में आपके शेयर सुरक्षित रहते हैं. डीमैट अकाउंट में शेयर के अलावा म्यूचुअल फंड यूनिट, डिबेंचर्स, बॉन्ड और सरकारी सिक्योरिटीज भी रखी जा सकती हैं. डीमैट अकाउंट को बेनिफिशियल ओनर या BO भी कहा जाता है.डीमैट अकाउंट (Demat Account) आप किसी भा बैंक, ब्रोकर या वित्तीय संस्था के साथ खुलवा सकते हैं. जब आप डीमैट खाता खुलवा लें तो शेयर खरीदने पर वे डीमैट अकाउंट में आते हैं. लेकिन ये प्रक्रिया 2 दिन का समय लेती है. यानि आपके शेयर खरीदने के 2 दिन बाद आपके डीमैट खाते में ये दिखाई देंगे. और शेयर बेचने पर शेयर डीमैट अकाउंट से ही निकलता है.
बैंक अकाउंट की तरह डीमैट अकाउंट (Demat Account) को भी ऑनलाइन आसानी से ट्रैक किया जा सकता है.
डीमैट अकाउंट (Demat Account) के लिए SEBI ने 2 डिपॉजिट्रीज को मंजूरी दी हुई है. पहला NSDL और दूसरा CDSL. डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट इन्हीं दोनों के अंतरगत आती हैं. DP को इनमें से किसी एक डिपॉजिटरी के पास रजिस्टर्ड होना चाहिए.
डीमैट अकाउंट किसी भी रजिस्टर्ड DP के पास खुलवाया जा सकता है. डीमैट खाता खुलवाने के लिए आपको KYC फॉर्म भरना होगा. KYC यानि नो यॉर कस्टमर – जिसमें पैन (PAN) कार्ड, एड्रेस प्रूफ, फोटोग्राफ, बैंक खाते की जानकारी के लिए कैंसल्ड चेक जमा करानी होगी.
LIC IPO: पॉलिसीधारकों शेयर खरीदने के लिए जरूरी है डीमैट खाता को यदि एलआईसी के शेयर्स चाहिए, तो जानना जरूरी हैं कुछ बातें
देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी (LIC) के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी आईपीओ (IPO) के लॉन्च होने की खबर के साथ ही पॉलिसीहोल्डर्स (Policyholders) की इस आईपीओ में दिलचस्पी बढ़ने लगी थी. आइए जानते हैं पॉलिसीहोल्डर्स के लिए किन बातों का जानना जरूरी है.
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देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी (LIC) के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी आईपीओ (IPO) के लॉन्च होने की खबर के साथ ही पॉलिसीहोल्डर्स (Policyholders) की इस आईपीओ में दिलचस्पी बढ़ने लगी थी. वहीं, एलआईसी आईपीओ के अपडेटेड ड्राफ्ट को बाजार नियामक सेबी से मंजूरी मिलने के बाद साफ हो चुका है कि इसका इश्यू 4 मई से लेकर 9 मई तक आम निवेशकों (जिनमें पॉलिसीहोल्डर्स भी शामिल हैं) के लिए खुला रहेगा. इस स्थिति में एक एलआईसी पॉलिसीहोल्डर के तौर पर एलआईसी आईपीओ को लेकर लोगों के मन में कई सवाल आना लाजिमी हैं. आइए जानते हैं कि एलआईसी आईपीओ से जुड़ी जानकारियों में पॉलिसीहोल्डर्स के किन सवालों के जवाब मिले हैं.
एलआईसी आईपीओ के जरिये बेचे जा रहे 21.13 करोड़ में पॉलिसीहोल्डर्स को भी आरक्षण मिलेगा.
क्या है LIC IPO?
केंद्र सरकार ने भारतीय जीवन बीमा निगम यानी एलआईसी के अपने 5 फीसदी शेयर बेचने का फैसला किया था. केंद्र सरकार की ये हिस्सेदारी कंपनी के 31.6 करोड़ शेयर के रूप में थी. लेकिन, अब अपडेटेड ड्राफ्ट में केंद्र सरकार ने 3.5 फीसदी हिस्सेदारी ही बेचने का निर्णय लिया है. तो, एलआईसी आईपीओ के जरिये 22.13 करोड़ शेयर बेचे जाएंगे. आसान शब्दों में कहा जाए, तो एलआईसी आईपीओ के जरिये पॉलिसीहोल्डर्स और निवेशक भारतीय जीवन बीमा निगम के 3.5 फीसदी शेयर के मालिक बन जाएंगे.
पॉलिसीहोल्डर हैं, तो क्या शेयर के आवंटन में आरक्षण मिलेगा?
भारतीय जीवन बीमा निगम की ओर से दी गई जानकारी में कहा गया है कि एलआईसी आईपीओ के जरिये बेचे जा रहे 21.13 करोड़ में पॉलिसीहोल्डर्स को भी आरक्षण मिलेगा. कंपनी ने 5.92 करोड़ शेयर एंकर निवेशकों, 15.8 लाख शेयर कर्मचारियों और 2.21 करोड़ शेयर को पॉलिसीहोल्डर्स के लिए आरक्षित किया है. एलआईसी आईपीओ के एक लॉट में 15 शेयर होंगे. और, इसका प्राइस बैंड 902 से 949 रुपये प्रति शेयर रहेगा. कोई भी पॉलिसीहोल्डर 2 लाख रुपये से ज्यादा के शेयर पाने के लिए अप्लाई नहीं कर सकता है.
वैसे, पॉलिसीहोल्डर्स रिटेल निवेशक के तौर पर भी एलआईसी आईपीओ खरीद सकते हैं. लेकिन, इस स्थिति में उनके लिए पॉलिसीहोल्डर के तहत मिलने वाला कोटा लागू नहीं होगा. आसान शब्दों में कहा जाए, तो एलआईसी के पॉलिसीहोल्डर्स को कंपनी 22.13 करोड़ शेयर्स में से 10 फीसदी शेयर का आरक्षण दिया गया है. जो लोग एलआईसी पॉलिसीहोल्डर्स होंगे, वो इस पॉलिसीहोल्डर कोटे के तहत इन शेयर्स के लिए अप्लाई कर सकेंगे. पॉलिसीहोल्डर्स को प्रति शेयर 60 रुपये की छूट भी दी जाएगी. हालांकि, केवल पॉलिसीहोल्डर होने भर से एलआईसी के आईपीओ नहीं खरीदे जा सकते हैं.
LIC IPO से शेयर्स पाने के लिए किन बातों की जरूरत है?
एलआईसी आईपीओ में पॉलिसीहोल्डर कोटे के तहत कंपनी के शेयर्स पाने के लिए पॉलिसीहोल्डर्स का डीमैट अकाउंट होना भी जरूरी है. इतना ही नहीं, जिस नाम से पॉलिसी है, उसी नाम से डीमैट अकाउंट शेयर खरीदने के लिए जरूरी है डीमैट खाता होना जरूरी है. आसान शब्दों में कहा जाए, तो डीमैट अकाउंट पॉलिसीहोल्डर के नाम का ही होना चाहिए. अगर कोई पॉलिसीहोल्डर अपनी पत्नी या पति या अन्य रिश्तेदारों के डीमैट अकाउंट का सहारा लेकर एलआईसी आईपीओ की खरीद करना चाहेगा. तो, ऐसा करना संभव नहीं होगा.
क्या है डीमैट अकाउंट, कैसे करता है काम?
शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने यानी शेयर्स खरीदने और बेचने के लिए डीमैट अकाउंट की जरूरत होती है. डीमैट अकाउंट एक आम बैंक खाते की तरह ही काम करता है. बस यहां रुपयों की जगह शेयर का ट्रांजेक्शन किया जाता है. डीमैट अकाउंट एक जीरो बैलेंस अकाउंट होता है, जिसमें मिनिमम बैलेंस रखने की जरूरत नहीं होती है. वैसे, शेयर खरीदने के लिए जरूरी है डीमैट खाता डीमैट अकाउंट में पेशेवर निवेशक शेयर के अलावा म्यूचुअल फंड यूनिट, डिबेंचर, बॉन्ड और सरकारी सिक्युरिटीज भी रखते हैं. भारत में NSDL और CDSL डीमैट खाता खोलने का काम करती हैं. इन डिपॉजिटरीज से जुड़ी ICICI, AXIS, HDFC जैसी ब्रोकरेज फर्म के जरिये आसानी से डीमैट अकाउंट खुलवाया जा सकता हैं. डीमैट अकाउंट खोलने के लिए पॉलिसीहोल्डर की उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए.ब्रोकरेज फर्म की ओर से KYC प्रोसेस पूरा होने के बाद डीमैट अकाउंट नंबर और क्लाइंट आईडी जारी कर दी जाती है.
LIC IPO के परफॉर्मेंस को लेकर क्या उम्मीद जता रहे हैं जानकार?
एलआईसी आईपीओ के परफॉर्मेंस को लेकर जानकारों का मानना है कि इसके इश्यू होते ही निवेशकों में होड़ मचना तय है. क्योंकि, एलआईसी भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी है. जिसका भारत के इंश्योरेंस सेक्टर की करीब दो-तिहाई मार्केट पर कब्जा है. आमतौर पर निवेशक ऐसे शेयर्स में लॉन्ग टर्म निवेश से मिलने वाले फायदे को ध्यान में रखते हुए इनमें अपनी रुचि दिखाते हैं. एलआईसी आईपीओ को खरीदने के लिए जानकार तर्क दे रहे हैं कि भारत में एलआईसी के इंश्योरेंस प्रीमियम की कुल वैल्यू से जीडीपी का अनुपात 3.7 फीसदी है. आसान शब्दों में कहा जाए, तो भारत में अधिकांश लोगों के पास अभी भी इंश्योरेंस पॉलिसी नही हैं. जो आने वाले समय में और बढ़ेगी. कोरोना महामारी के शेयर खरीदने के लिए जरूरी है डीमैट खाता दौरान लोगों को काफी हद तक इंश्योरेंस की जरूरत समझ में आ चुकी है.
जानकारों का मानना है कि एलआईसी बहुत जल्द लिस्टिंग के जरिये एसएंडपी, बीएसई, सेंसेक्स और निफ्टी50 में शामिल हो सकती है. इसका सीधा सा मतलब यही होगा कि किसी अन्य लार्ज-कैप कंपनी को एलआईसी अपने रास्ते से हटाएगी. और, ऐसे समय में शेयर खरीदने के लिए जरूरी है डीमैट खाता बड़े निवेशक अपने पोर्टफोलियो में बदलाव करते हुए एलआईसी के साथ जुड़ सकते हैं. जानकारों का ये भी मानना है कि एलआईसी द्वारा हर तिमाही पर जारी किए जाने वाले आंकड़ों के जरिये निवेशकों को आईपीओ को लेकर बदलाव करने का भी मौका मिलेगा. जो एक अच्छा मौका माना जा सकता है. वहीं, कुछ जानकारों का ये भी कहना है कि पॉलिसीहोल्डर्स को एलआईसी आईपीओ में निवेश से पहले उसकी लिस्टिंग का इंतजार कर लेना चाहिए. और, लिस्टिंग के बाद ही निवेश के बारे में सोचना चाहिए.
Demat Account : SEBI : share market : जरूरी खबर! सीबी का Demat Account का लेकर बड़ा बयान
Demat Account : SEBI : share market : सेबी ने डिमैट खाते को लेकर बड़ा ऐलान किया है. अब निवेशक अपना नॉमिनेशन (Nomination) के लिए भी 31 मार्च 2023 तक कर सकते हैं. दरअसल, सेबी ने नॉमिनेशन करने की अंतिम शेयर खरीदने के लिए जरूरी है डीमैट खाता तिथि को एक साल के लिए बढ़ा दिया है।
सेबी ने डिमैट खाते पर किया बड़ा ऐलान
निवेशकों को दी एक साल की मोहलत
सर्कुलर जारी कर दी जानकारी
HR Breaking News : नई दिल्ली: शेयर बाजार के निवेशकों के लिए जरूरी खबर है।
सेबी ने इन्वेस्टर्स के लिए बड़ा ऐलान किया है. 1 अप्रैल से नए वित्तीय वर्ष के शुरू होने के साथ ही कई बड़े बदलाव होने वाले हैं।
31 मार्च को कई काम के लिए अंतिम तारीख तय किया गया है।
पैन कार्ड और आधार लिंक (Aadhaar-PAN Link) से लेकर ट्रेडिंग-डीमैट खाते (Demat Account) में नॉमिनी का नाम दर्ज करने तक, ये ऐसे जरूरी काम हैं जिन्हें 31 मार्च तक निपटाना है. लेकिन इसी बीच सेबी ने एक बड़ा ऐलान किया है।
सेबी ने नॉमिनेशन (Nomination) के लिए भी 31 मार्च 2022 को डेडलाइन घोषित किया था. लेकिन शेयर खरीदने के लिए जरूरी है डीमैट खाता अब सेबी ने इसे एक साल के लिए बढ़ा दिया है. यानी अब निवेशक 31 मार्च 2023 तक इस काम को कर सकते हैं.
यह भी शेयर खरीदने के लिए जरूरी है डीमैट खाता जानिए
सेबी ने किया बड़ा ऐलान
गौरतलब है कि सेबी के नियम के अनुसार, जिन लोगों के पास डीमैट या ट्रेडिंग अकाउंट है, उनके लिए सेबी ने 31 मार्च तक नॉमिनी का नाम दर्ज करने का नियम बनाया है. जिन्होंने अब तक डीमैट या ट्रेडिंग खाते में नॉमिनेशन नहीं किया है वे 31 मार्च, 2023 तक कर सकते हैं. पहले इसकी अंतिम तारीख 31 मार्च, 2022 थी. अब इसे साल भर के लिए बढ़ा दिया गया है।
यह भी जानिए
सेबी ने जारी किया सर्कुलर
सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया ने इसके लिए एक सर्कुलर जारी किया है. इसमें सेबी ने कहा है, 'नॉमिनी बनाने के लिए किसी गवाह की जरूरत नहीं है. नॉमिनी के फॉर्म पर अकाउंट होल्डर को दस्तखत करना जरूरी होगा. इसके अलावा, ई-साइन सुविधा का उपयोग करके ऑनलाइन दाखिल किए गए नामांकन/घोषणा पत्र में भी गवाह की जरूरत नहीं होगी. हालांकि, अगर खाताधारक हस्ताक्षर के बजाय अंगूठे के निशान का उपयोग करता है, तो फॉर्म पर एक गवाह के हस्ताक्षर भी होने चाहिए.'
ऐसे करें डीमैट में नॉमिनेशन
अगर आप भी अपने खाते में नॉमिनी का नाम जोड़ना चाहते हैं तो सबसे पहले आप नामांकन फॉर्म भर कर उस पर हस्ताक्षर कर सकते हैं और हेड ऑफिस (जिस ब्रोकर कंपनी से डीमैट खाता खोला है. जैसे जेरोधा.) के पते पर कुरियर कर सकते हैं।
- नॉमिनेशन आपके ट्रेडिंग और डीमैट खाते पर लागू होगा, इस नॉमिनी को आपके डीमैट खाते में जोड़ा जाएगा, वही नॉमिनेशन आपके कॉइन (म्यूचुअल फंड) होल्डिंग्स के लिए भी लागू होगा.
- आपको नॉमिनेशन फॉर्म के साथ नॉमिनी का आईडी प्रूफ भेजना होगा.
- इसके लिए आप कोई भी आईडी प्रूफ जैसे आधार, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस आदि भेज सकते हैं.
- यदि आप अपना खाता खोलने और किसी को नॉमिनी बनाने के बाद नॉमिनी को बदलना चाहते हैं, तो आपको 25+18% जीएसटी शुल्क देना होगा.
- इसके लिए आपको अकाउंट मॉडिफिकेशन फॉर्म के साथ नॉमिनेशन फॉर्म की हार्ड कॉपी भेजनी होगी।
How to Invest in Share Market?
आजकल ज़्यदातर लोग इंटरनेट पर आकर ये सवाल करते हैं कि Share market me invest kaise kare? या How to invest in share market? इस तरह के सवाल शेयर खरीदने के लिए जरूरी है डीमैट खाता उनके मन में आते हैं और इंटरनेट पर सर्च करते है या फिर अपने किसी दोस्त, रिश्तेदार या किसी मिलने वाले से पूछते हैं कि Share Market Mein Invest Kaise Kare?
सवाल ज्यादातर लोगों का यही होता है, या फिर इससे मिलता जुलता होता है, जैसे Share Kaise Kharide? पर हर किसी को ऐसा जवाव नहीं मिल पाता, जिसको वे आसानी से समझ सकें। यहां पर इसी सवाल के जबाव को सरल भाषा में देने की भरपूर कोशिश की है, ताकि कोई साधारण व्यक्ति भी आसानी से समझ सके।
इनवेस्ट करने के लिए जरुरी कागजात
भारतीय शेयर बाजार में इनवेस्ट या निवेश करने के लिए आपको कुछ जरूरी कागजात की जरूरत पड़ेगी, जैसे कि पैन कार्ड आधार कार्ड, वैसे आधार कार्ड की जगह आप किसी अन्य दस्तावेज जैसे वोटर कार्ड, मूल निवास प्रमाण पत्र आदि का प्रयोग कर सकते शेयर खरीदने के लिए जरूरी है डीमैट खाता हैं, यदि आप आधार कार्ड का प्रयोग करते है तो खाता खोलने की प्रक्रिया बहुत तेज होगी ।
खातों की जरुरत
शेयर मार्केट में इनवेस्ट करने के लिए दो तरह के खातों की जरूरत होती है पहला बैंक खाता और दूसरा डिमैट खाता ।
बैंक खाता – बैंक खाता आप किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक (जैसे स्टेट बैंक पंजाब नेशनल बैंक आदि ) में खुलवा सकते है।
डीमैट खाते को खुलवाने के लिए आपको किसी ब्रोकर की सहायता लेनी पड़ेगी। बाजार में बहुत सारे ब्रोकर उपलब्ध है जिनमे से कुछ Zerodha, UpStox, 5 Paisa.com, इत्यादि हैं।
Demat Account Kaise Khulwaye? – डीमेट खाता कैसे खुलवाएं : प्रक्रिया
डीमैट खाता जो की आजकल डीमैट कम ट्रेडिंग खाता के रूप में होता है, को खुलवाने के दो तरीके है पहला ऑनलाइन और दूसरा ऑफलाइन। ऑनलाइन खाता खुलवाने लिए आप किसी ब्रोकर से जुड़ कर ऑनलाइन के वाई सी करवा सकते है और बस कुछ मिनटों में यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी फिर फिर ब्रोकर की ओर से वेरिफिकेशन होने के बाद आपका डीमैट खाता खुल जायेगा।
कुछ बेसिक शब्दों की जानकारी
Demat Account Kya Hota Hai? – डीमैट खाता क्या होता है ?
डीमैट खाता एक ऐसा खाता होता है जिसमें शेयर्स को डीमेट फॉर्म ( इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म ) में शेयर खरीदने के लिए जरूरी है डीमैट खाता रखा जाता है, कुछ सालों पहले शेयर मार्केट में इनवेस्ट करना बहुत ही कठिन काम हुआ करता था,क्योंकि पहले शेयर्स प्रिंटेड फॉर्म में हुआ करते थे। जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी बढ़ती जा रही है वैसे वैसे टेक्नोलॉजी की मदद से शेयर मार्केट में इनवेस्ट करना और भी सरल होता जा रहा है।
Broker Kya Hota hai? -ब्रोकर क्या होता है ?
ब्रोकर एक ऐसी पंजीकृत फर्म होती है, जो हमें शेयर मार्केट में विभिन्न प्रकार के तरीकों से ( जैसे इक्विटी, म्यूच्यूअल फण्ड, कमोडिटी,बॉन्ड्स आदि में) इनवेस्ट करने की सुविधा अपने प्लेटफॉर्म के माध्यम से देती है।
भारतीय शेयर बाजार में कार्य कर रहे कुछ ब्रोकर्स के नाम इस प्रकार हैं – Zerodha, Upstox, Angel One, Motilal Oswal IIFL Securities .
जानिए कैसे खोलें Demat Account ?शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए क्यों है जरूरी
शेयर बाजार में निवेश और ट्रेडिंग करने के लिए डीमैट खाता होना जरूरी है। अगर किसी व्यक्ति का डीमैट खाता नहीं है तो वह शेयर बाजार में निवेश नहीं कर सकता है। डीमैट खाता खोलने के लिए सबसे पहले डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी) का चुनाव करें, जिसके साथ आप डीमैट खाता खोलना चाहते हैं। यह कोई बैंक, वित्तीय संस्थान या ब्रोकर हो सकता है। डीपी का चुनाव आदर्श रूप से ब्रोकरेज शुल्क और वार्षिक शुल्क आदि के आधार पर करना चाहिए।
डीमैट खाता कैसे खोलें?
डीपी से संपर्क करें और फिर डीमैट खाता खोलने का फॉर्म तथा केवाईसी फॉर्म जमा करें। इसके साथ, पैन कार्ड, निवास प्रमाण और आईडी प्रूफ की कॉपी देनी होगी। यहां पासपोर्ट साइज के फोटो भी देने होते हैं। सत्यापन प्रक्रिया के लिए ऑरिजनल दस्तावेज भी अपने पास रखें। यहां आपको लाभांश बैंक विवरण के लिए एक कैंसिल चेक भी देना होगा।
फिर आपको एक समझौते पर हस्ताक्षर करने होंगे, जिसमें डीमैट खाता रखने से जुड़े सभी नियमों, विनियमों और अधिकारों का उल्लेख होगा। इन्हें ध्यान से पढ़ें और अपने सभी संदेहों को दूर करने में संकोच न करें। जब इसे डीपी को प्रस्तुत किया जाता है, तो इस पर एक अधिकृत व्यक्ति द्वारा हस्ताक्षर किए जाते हैं और इसकी एक प्रति आपको दी जाएगी।
जब खाता खोला जाता है, तो आपको डीपी से एक विशिष्ट ग्राहक आईडी प्राप्त होगी। यह, अन्य विवरणों के साथ, आपको अपने डीमैट खाते को ऑनलाइन एक्सेस करने में मदद करेगी। डीमैट खाता सिर्फ ऑफलाइन ही नहीं बल्कि ऑनलाइन भी खोला जा सकता है।
डीमैट खाता ऑनलाइन कैसे खोलें?
किसी भी डीपी के साथ डीमैट खाता खोलने के लिए ऑनलाइन भी आवेदन किया जा सकता है। आप अपने घर या दफ्तर में बैठे हुए सिर्फ कुछ ही क्लिक करके आसानी से ऑनलाइन डीमैट खाता खोल सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले अपने चुने हुए डीपी की वेबसाइट पर जाएं।
डीपी की वेबसाइट पर जाकर ‘ओपन डीमैट अकाउंट’ टैब पर क्लिक करें और नाम, ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर, ओटीपी और शहर आदि की जानकारी भरें। इसके बाद डीमैट खाता खोलने की औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए डीपी द्वारा आपसे संपर्क किया जाएगा।
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