क्या OCI का भारत में बैंक खाता हो सकता है?
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OCI Full Form (Overseas Citizenship of India)
OCI Full Form
OCI Full Form in Hindi, OCI: Overseas Citizenship of India (भारत क्या OCI का भारत में बैंक खाता हो सकता है? की विदेशी नागरिकता)
OCI का फुल फॉर्म “Overseas Citizenship of India” है जिसका हिंदी मतलब “भारत की विदेशी नागरिकता” होता है. इस आर्टिकल में हम आपको OCI के बारे में बताएँगे कि OCI कार्ड क्या होता है, यह किसे मिलता है, इसकी उपयोगिता क्या है इत्यादि.
OCI कार्ड क्या OCI का भारत में बैंक खाता हो सकता है? क्या होता है?
OCI कार्ड विदेश में बसे और वहां की नागरिकता ले चुके भारतीय लोगों के लिए एक ख़ास तरह की सुविधा का नाम क्या OCI का भारत में बैंक खाता हो सकता है? है. ओसीआई का मतलब है “ओवरसीज़ सिटीज़न ऑफ़ इंडिया“. दुनिया के कई देश दोहरी नागरिकता की सुविधा देते हैं, लेकिन भारतीय नागरिकता क़ानून के अनुसार क्या OCI का भारत में बैंक खाता हो सकता है? अगर कोई व्यक्ति किसी और देश की नागरिकता ले लेता है तो उसे अपनी भारतीय नागरिकता छोड़नी पड़ती है, ऐसे लोगों की संख्या लाखों में क्या OCI का भारत में बैंक खाता हो सकता है? है जो अमरीका, ब्रिटेन या कनाडा जैसे देशों की नागरिकता ले चुके हैं लेकिन उनका भारत से जुड़ाव बना हुआ है. इन लोगों को भारत की नागरिकता छोड़ने के बाद, भारत आने के लिए वीज़ा लेना पड़ता था, ऐसे ही लोगों की सुविधा का ख्याल करते हुए 2003 में भारत सरकार PIO (पीआईओ) कार्ड का प्रावधान किया.
PIO कार्ड क्या होता है?
PIO (पीआईओ) का मतलब है- Person of Indian Origin (पर्सन ऑफ़ इंडियन ओरिजिन). इसका हिंदी मतलब होता है “भारत में पैदा हुआ व्यक्ति”. यह कार्ड पासपोर्ट की ही तरह दस साल के लिए जारी किया जाता था. इसके बाद भारत सरकार ने प्रवासी भारतीय दिवस के मौके पर 2006 में हैदराबाद में OCI (ओसीआई) कार्ड देने की घोषणा की. काफ़ी समय तक PIO (पीआईओ) और OCI (ओसीआई) कार्ड दोनों ही चलन में रहे लेकिन 2015 में पीआईओ का प्रावधान ख़त्म करके सरकार ने ओसीआई कार्ड का चलन जारी रखने की घोषणा की.
OCI (ओसीआई) किसे मिल सकता है?
- OCI कार्ड पाने के लिए व्यक्ति या तो पहले भारत का नागरिक रहा हो, या उसके माता या पिता भारतीय नागरिक रहे हों.
- पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल, अफ़ग़ानिस्तान और ईरान कुछ ऐसे देश हैं जहां के भारतीय मूल के लोगों को यह सुविधा नहीं मिल सकती.
- ओसीआई (OCI Full Form) एक तरह से भारत में जीवन भर रहने, काम करने और सभी तरह के आर्थिक लेन-देन करने की सुविधा देता है.
- ओसीआई धारक व्यक्ति जब चाहे बिना वीज़ा के भारत आ सकता क्या OCI का भारत में बैंक खाता हो सकता है? है. ओसीआई कार्ड जीवन भर के लिए मान्य होता है.
- भारतीय गृह मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, ओसीआई कार्ड के धारकों के पास भारतीय नागरिकों की तरह सभी अधिकार हैं लेकिन चार चीज़ें वे नहीं कर सकते–1. चुनाव नहीं लड़ सकते. 2. वोट नहीं डाल सकते. 3. सरकारी नौकरी या संवैधानिक पद पर नहीं हो सकते. 4. खेती वाली ज़मीन नहीं ख़रीद सकते.
- विदेश से आने वाले लोगों को 90 दिन से अधिक भारत में रहने पर पुलिस में रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता है लेकिन ओसीआई कार्ड धारक को इससे छूट मिल जाती है.
- भारतीय गृह मंत्रालय क्या OCI का भारत में बैंक खाता हो सकता है? के मुताबिक अब तक 20 लाख से ज़्यादा लोगों को ओसीआई कार्ड जारी किया जा चुका है.
OCI कार्ड के लाभ
- OCI कार्डधारक भारत में प्रवेश कर सकते हैं, भारत का दौरा करने के लिये बहुउद्देशीय आजीवन वीज़ा (Multipurpose Lifelong Visa) प्राप्त कर सकते हैं और इसके लिये विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) के साथ पंजीकरण करने की आवश्यकता भी नहीं होती है।
- यदि कोई व्यक्ति पाँच साल की अवधि के लिये OCI के रूप में पंजीकृत रहता है, तो वह भारतीय नागरिकता के लिये आवेदन का पात्र हो जाता है।
- साथ ही OCI कार्डधारकों को अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों पर विशेष आव्रजन काउंटर (Special Immigration Counters) की सुविधा भी प्रदान की जाती है।
- OCI कार्डधारक भारत में विशेष बैंक खाते खोल सकते हैं, वे गैर-कृषि संपत्ति (आवासीय व व्यावसायिक) खरीद सकते हैं, किंतु उन्हें कृषि योग्य भूमि (इसमें खेत/फार्म एवं किसी भी तरह की वृक्षारोपण संपत्ति शामिल है) की खरीद करने का अधिकार नहीं है और ड्राइविंग लाइसेंस एवं पैन कार्ड के लिये भी आवेदन कर सकते हैं।
- हालाँकि OCI कार्डधारियों को मतदान एवं सरकारी नौकरी प्राप्त करने का अधिकार नहीं है।
OCI कार्ड की अयोग्यता
- इस संबंध में गृह मंत्रालय प्रत्येक आवेदन की बारीकी से जाँच करता है और उसके पास किसी भी आवेदन को अस्वीकार करने का अधिकार है।
- उल्लेखनीय है कि यदि कोई कार्ड (OCI Full Form) धोखाधड़ी के माध्यम से या किसी जानकारी को छिपाकर प्राप्त किया गया हो तो गृह मंत्रालय द्वारा किसी भी OCI कार्ड को अयोग्य करार दिया जा सकता है या ब्लैकलिस्ट क्या OCI का भारत में बैंक खाता हो सकता है? भी किया जा सकता है।
- यदि कोई OCI कार्डधारक भारतीय संविधान का अपमान करता हुआ पाया जाता है, तो भी OCI कार्ड रद्द किया जा सकता है।
OCI कार्ड और नागरिकता
- चूँकि भारतीय संविधान दोहरी नागरिकता की अनुमति नहीं देता है, इसलिये कोई भी OCI कार्डधारक भारत का नागरिक नहीं होता है।
- कोई भी व्यक्ति जो OCI कार्डधारक के रूप में पंजीकृत है वह OCI का दर्जा दिये जाने के पाँच साल बाद भारतीय नागरिकता प्रदान करने के लिये आवेदन कर सकता है।
- नागरिकता के लिये आवेदन करने से पहले उस व्यक्ति को बारह महीनों के लिये भारत में निवासी होना चाहिये।
NRIs कौन होते हैं?
NRI का फुल फॉर्म होता है “Non Resident Indians” यानि हिंदी में कहें तो “अनिवासी भारतीय”. ऐसा भारतीय पासपोर्टधारक जो किसी वित्तीय वर्ष में कम-से-कम 183 दिनों के लिये किसी अन्य देश में रहता है, उसे NRI कहा जाता है.
इसे भी पढ़ें: BBCI का फुल फॉर्म क्या है?
NRIs को वोट देने का अधिकार होता है और सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह कि उनकी केवल वही आय भारत में कर योग्य होती है, जो वे भारत में कमाते हैं।
PIOs कौन होते हैं?
भारतीय मूल का व्यक्ति (Persons of Indian Origin-PIO) एक ऐसा व्यक्ति होता है जो जन्म से या वंश से तो भारतीय है, परंतु वह भारत में रहता नहीं है।
PIOs जिनके पास बांग्लादेश, चीन, अफगानिस्तान, भूटान, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका के अलावा किसी अन्य देश का पासपोर्ट था, को पहले एक पहचान पत्र (OCI Full Form) जारी किया जाता था, परंतु हालाँकि 15 जनवरी 2015 को भारत सरकार ने PIO कार्ड योजना को वापस ले लिया और इसे OCIs के साथ मिला दिया गया।
बैंक खाते को आधार से जोड़ना क्यों है जरूरी, जानें- क्या है आसान प्रक्रिया
आपका बैंक खाता आधार से लिंक है या नहीं आप घर बैठे पता कर सकते क्या OCI का भारत में बैंक खाता हो सकता है? हैं. इसके लिए सबसे पहले आपको UIDAI की वेबसाइट www.uidai.gov.in पर जाना होगा.
आधार कार्ड (Aadhar Card) अब हमारी पहचान का जरूरी दस्तावेजों में से एक है. इसके बिना हम सरकार की कई योजनाओं के लाभ लेने से वंचित रह सकते हैं. ऐसा नहीं करने वाले को कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सभी बैंकों से सभी खातों को आधार से लिंक करने के निर्देश दिए हैं. आइए जानते हैं इससे जुड़े महत्वपूर्ण सवालों के जवाब.
क्या बैंक खाते को आधार से जोड़ना आवश्यक है ? वित्त मंत्रालय ने 1 जून 2017 को राजपत्रित अधिसूचना के अनुसार, सभी व्यक्तियों से 31 दिसम्बर 2017 से पहले आधार संख्या देकर अपने सभी बैंक खातों को आधार से जोड़ने के लिए कहा गया था. बाद में इसकी तारीखों में बदलाव होते रहे. अब खाते से आधार को लिंक करने की आखिरी तारीख 31 मार्च 2021 है. अगर किसी खाताधारक के पास आधार नहीं है तो उन्हें तुरंत बनाने की सलाह दी गई है.
क्या NRI का खाता बंद हो जाएगा?
अगर कोई NRI या ओसीआई कार्ड धारक है और उसका बैंक खाता भारत में है जबकि उसके पास आधार नहीं है तो उसे यहा का निवासी न होने की जानकारी प्रमाण के साथ बैंक को देना जरूरी है. 1 जून, 2017 को वित्त मंत्रालय द्वारा जारी गैजेट नोटीफिकेशन के अनुसार, 50 हजार रुपये या उससे अधिक के सभी ट्रांजेक्शन पर आधार कार्ड होना आवश्यक है.
आधार से खाता लिंक है या नहीं, ऐसे करें पता
आपका बैंक खाता आधार से लिंक है या नहीं आप घर बैठे पता कर सकते हैं. इसके लिए सबसे पहले आपको UIDAI की वेबसाइट www.uidai.gov.in पर जाना होगा. इसके बाद Check Aadhaar Bank Account Linking Status पर क्लिक करें. वहां 12 अंकों वाला अपना आधार नंबर या 16 अंकों वाला वर्चुअल आईडी और सिक्योरिटी कोड में से कोई एक दर्ज करें. इसके बाद आपके फोन पर ओटीपी आएगा. इसे भरें और लॉगिन करें. आपके दिख जाएगा कि आपका आधार खाते से लिंक है या नहीं.
बैंक खाते को कैसे आधार से करें लिंक
अगर आपका बैंक खाता आधार से लिंक नहीं है तो आप संबंधित बैंक में जाकर अपने आधार नंबर को बैंक खाते से लिंक करा सकते हैं. इसके लिए आपको अपने आधार की एक फोटो कॉपी लेकर अपने बैंक ब्रांच में जाना होगा. वहां, आपको एक फॉर्म को भरकर जमा करना होगा. इसके बाद बैंक द्वारा आपके खाते में आधार को लिंक कर दिया जाएगा. साथ ही इसकी जानकारी आपको अपने मोबाइल नंबर पर SMS से मिल जाएगी.
दस्तावेज अनिवासी भारतीयों को भारत में संपत्ति खरीदने की आवश्यकता है
दुनियाभर में अमीर भारतीय, भारत में अचल संपत्ति में निवेश करते हैं। हाल ही के समय में, भारत में गैर-अनिवासी भारतीय (एनआरआई) की संपत्ति में निवेश करने वाले मानदंडों को कम किया गया है। जब रियल एस्टेट विनियामक विधेयक वास्तविकता बन जाता है, तो इस तरह के निवेश में और बढ़ने की संभावना है। हालांकि, अनिवासी भारतीय अभी भी घरेलू निवेशकों की तुलना में अधिक नियामक बाधाओं का सामना करते हैं। वे भारत में अचल संपत्ति लेनदेन के लिए जरूरी दस्तावेजों को भी हमेशा बंद नहीं कर सकते हैं। प्रेजग्यूइड दस्तावेजों की सूची भारत में संपत्ति खरीदने के दौरान एनआरआई या भारतीयों की जरूरत है: 1) भारतीय मूल के व्यक्ति का भारतीय पासपोर्ट (पीआईओ) कार्ड या भारत के विदेशी नागरिक (ओसीआई) कार्ड एनआरआई को भारत में संपत्ति में निवेश करने के लिए भारतीय पासपोर्ट की जरूरत है यदि आप एक व्यक्ति हैं, जो पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, अफगानिस्तान, चीन, ईरान, नेपाल या भूटान का नागरिक नहीं है, तो किसी पीआईओ (भारतीय मूल के व्यक्ति) की आवश्यकता होगी, लेकिन कुछ समय में भारतीय पासपोर्ट का आयोजन किया था । यदि आप एक विदेशी नागरिक हैं जिनके पिता या दादा भारत के नागरिक थे तो आपको एक पीआईओ कार्ड की आवश्यकता होगी दूसरे शब्दों में, यदि आप किसी विदेशी देश के पासपोर्ट धारण करते हैं, तो आपको एक पीआईओ कार्ड की आवश्यकता होती है। जो व्यक्ति भारत का नागरिक नहीं है, लेकिन विभाजन के पहले या बाद में भारतीय नागरिक बनने के योग्य था, उसे भारत के विदेशी नागरिक (ओसीआई) कार्ड की आवश्यकता होगी। आप देश में भारतीय दूतावास या वाणिज्य दूतावास में इन कार्डों के लिए आवेदन कर सकते हैं जिसमें आप रहते हैं आपको अपने माता-पिता के जन्म प्रमाणपत्र को प्रमाण के रूप में जोड़ना पड़ सकता है कि आप ओसीआई या पीआईओ हैं 2) पैन कार्ड अनिवासी भारतीयों को एक पैन (स्थायी खाता संख्या) कार्ड की आवश्यकता है क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि वे आयकर रिटर्न फाइल कर सकते हैं, अगर उन्होंने संपत्ति को किराए पर लिया है। इसके अलावा, अगर संपत्ति बाद में बेची जाती है, तो बिक्री से होने वाली पूंजीगत लाभ कैपिटल गेन टैक्स के अधीन होगा। पूंजीगत लाभ को कुल आय में शामिल किया जाएगा, जबकि उस पर कर लगाया जा रहा है इसके अलावा पढ़ें: दस्तावेज अनिवासी भारतीयों को संपत्ति बेचने की आवश्यकता है 3) पावर ऑफ अटॉर्नी यदि आप एक एनआरआई हैं जो भारत में बहुत बार यात्रा नहीं करता है, तो आप पंजीकरण, बिक्री, कब्जे और अन्य प्रक्रियाओं को निष्पादित करने में अधिक आसानी से पाएंगे, यदि आप शहर में किसी के लिए एक विशेष शक्ति का वकील दें जिसमें आप संपत्ति खरीद रहे हैं दस्तावेज़ गृह ऋण के लिए आवेदन करते समय अनिवासी भारतीयों की आवश्यकता होती है यदि आप एक वेतनभोगी एनआरआई हैं, जो एक होम लोन के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो आपको दो फोटो और आवेदक और सह-आवेदक के एक पते के प्रमाण की आवश्यकता होगी। उपयोगिता बिल या ड्राइविंग लाइसेंस पते के प्रमाण के रूप में गिना जाएगा। आपको भारत में अपने गैर निवासी बाहरी (एनआरई) खाते और एनआरओ (गैर अनिवासी सामान्य) खाते के पिछले छह महीनों के बैंक विवरण जमा करने होंगे आपको उस देश में आयोजित अपने खाते के पिछले छह महीनों के बैंक स्टेटमेंट को जमा करना होगा जिसमें आप काम करेंगे यह वह खाता होना चाहिए जिसमें आपका वेतन जमा हो। आपको अपने नियोक्ता के वेतन ब्योरे और भारत और विदेशों में प्राप्त ऋणों के स्वीकृति पत्र की प्रतियां और आवासीय स्थिति की स्वयं-घोषणा की प्रतियां भी आवश्यकता होगी। आपके निवास के देश में भारतीय दूतावास को इन सभी दस्तावेजों को प्रमाणित करना होगा इसके अलावा पढ़ें: एनआरआई के लिए गृह ऋण: डुबकी लेने से पहले यह सब जानते हैं
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