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इतने सारे व्यापारी विदेशी मुद्रा क्यों पसंद करते हैं

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Campus Shoes के शेयर में गिरावट से डरे नहीं, अगले दो–तीन सालों में देगा बढ़िया रिटर्न : समीर अरोड़ा

samir arora

एक्सपर्ट अरोड़ा मानते हैं देश में अभी भी K आकार की रिकवरी जारी है. देश की खपत मजबूत नहीं है अभी. एक्सपर्ट कहते हैं कि देश इस समय खर्च करने के मामले में दो तबका में हो चुका है जहां एक तक का बढ़िया होटल में रहकर शादी विवाह पर लाखों रुपए खर्च कर रहा है वही दूसरा तबका 10 से 20 रुपए अधिक देने में कतरा रहा है.

एक्सपर्ट कहते हैं कि हम जिन कंपनियों में हिस्सेदार हैं उन कंपनियों का लक्ष्य देश के शीर्ष 200 मिलियन लोग हैं. जो खर्च करने को तैयार है.

पीरामल एंटरप्राइजेज पर एक्सपर्ट अरोड़ा कहते हैं कि पिछले 2 सालों से इस स्टॉक को हमने अपने पास रखा हुआ है. भले ही यह स्टॉक इस साल बहुत बुरा प्रदर्शन कर रहा है इसके बावजूद हमें अजय पिरामल पर पूरा भरोसा है. इसके अलावा एक्सपर्ट कहते हैं कि वह डीएचएफएल (DHFL) के शेयर लगातार अपने पास बनाए हुए हैं भले ही इसमें इस गिरावट ही क्यों न देखने को मिला हो.

श्रीलंका: खाने के लिए कुछ नहीं, भूखे बच्चों के सामने रोजा का बहाना करने को मजबूर महिला

श्रीलंका में जरूरी खाद्य वस्तुओं की भारी कमी है (Photo- Reuters)

  • नई दिल्ली,
  • 18 जनवरी 2022,
  • (अपडेटेड 18 जनवरी 2022, 8:58 PM IST)
  • श्रीलंका में खाद्य वस्तुओं की कमी
  • बढ़ती महंगाई से भूखे रहने पर मजबूर लोग
  • भूख से बिलख रहे बच्चे

श्रीलंका में खाद्य संकट गहराता जा रहा है जिसकी मार वहां के आम लोगों पर पड़ रही है. लोग भुखमरी का शिकार हो रहे हैं. तीन वक्त के बजाए केवल एक वक्त का खाना ही जुटा पर रहे हैं.

श्रीलंका की राजधानी कोलंबो से सटे इलाके में रहने वाली फातिमा अरूज की कहानी रुला देने वाली है. उन्होंने भुखमरी संकट के बीच अपने दो छोटे बच्चों से ये झूठ बोल रखा है कि रमजान का महीना है इसलिए सबको उपवास रखना है.

आप किस प्रकार के विदेशी मुद्रा व्यापारी हैं?

कुछ चीजें क्या हैं जो एक अच्छे व्यापारी को एक महान से अलग करती इतने सारे व्यापारी विदेशी मुद्रा क्यों पसंद करते हैं हैं? हिम्मत, सहज ज्ञान, बुद्धि और, सबसे महत्वपूर्ण, समय। जिस प्रकार कई प्रकार के व्यापारी होते हैं, उसी प्रकार के अलग-अलग समय के तख्ते होते हैं जो व्यापारियों को उनके विचारों को विकसित करने और उनकी रणनीतियों को क्रियान्वित करने में सहायता करते हैं। इसी समय, टाइमिंग भी बाजार के योद्धाओं को कई इतने सारे व्यापारी विदेशी मुद्रा क्यों पसंद करते हैं चीजें लेने में मदद करता है जो कि व्यापारी के नियंत्रण से बाहर हैं। इनमें से कुछ वस्तुओं में स्थिति लीवरेजिंग, विभिन्न मुद्रा जोड़े की बारीकियों और बाजार में अनुसूचित और अनिर्धारित समाचार रिलीज के प्रभाव शामिल हैं। नतीजतन, विदेशी मुद्रा की दुनिया में भाग इतने सारे व्यापारी विदेशी मुद्रा क्यों पसंद करते हैं लेते समय समय हमेशा एक प्रमुख विचार है, और एक महत्वपूर्ण कारक है जो लगभग हमेशा नौसिखिए व्यापारियों द्वारा अनदेखा किया जाता है।

अपने व्यापारिक कौशल को अगले स्तर पर लाना चाहते हैं? समय सीमा के बारे में अधिक जानने के लिए और उन्हें अपने लाभ के लिए कैसे उपयोग करें, पढ़ें।

भारत के भुगतान संतुलन की स्थिति को लेकर निश्चिंत होकर बैठ जाना सही नहीं होगा

कोरोना महामारी के बाद वैश्विक उत्पादन के धीरे-धीरे सामान्य होने की कोशिशों को बढ़ रही खाद्य और ऊर्जा मुद्रास्फीति का तगड़ा झटका लगा है. खाद्य और ऊर्जा मुद्रास्फीति को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रमुख ने विश्व अर्थव्यवस्था के लिए स्पष्ट और साक्षात खतरा करार दिया है.

यूक्रेन संघर्ष से हुए नुकसान का पूरा आकलन किया जाना अभी बाकी है. सच यह है कि भारत समेत ज्यादातर अर्थव्यवस्थाएं संघर्ष के समाधान से ऊर्जा और खाद्य कीमतों में नरमी आने की उम्मीद के आसरे बैठी हैं.

सरकारों में ईंधन की बढ़ी हुई कीमतों का पूरा बोझ उपभोक्ताओं पर लादने को स्थगित करने की प्रवृत्ति होती है. यह एक प्रेशर कुकर को पूरी आंच पर ज्यादा समय तक रखे रहने जैसा है. दक्षिण एशिया और लैटिन अमेरिका की छोटी अर्थव्यवस्थाएं पहले ही विदेशी मुद्रा संकट के मुहाने पर पहुंच चुकी हैं, क्योंकि इनमें से ज्यादातर ऊर्जा और खाद्य की शुद्ध आयातक है.

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