Market Crash: दलाल स्ट्रीट हुई लाल और मचा कोहराम, सेंसेक्स 1850 अंकों से ज्यादा गिरा, Nifty ने तोड़ा 16500 का लेवल
Stock Market Updates: आज शेयर बाजार में निवेशकों को भारी घाटा हो चुका है, जानें आखिर किस डर के चलते घरेलू शेयर बाजार इस तरह औंधे मुंह गिरा है.
By: ABP Live | Updated at : 20 Dec 2021 01:31 PM (IST)
Edited By: Meenakshi
शेयर बाजार (फाइल फोटो)
Stock Market Crash Update: दलाल स्ट्रीट आज लाल हो गई है और शेयर बाजार में चौतरफा बिकवाली देखी जा रही है. ओमिक्रोन की रफ्तार से डर और फॉरेन इंवेस्टर्स की बिकवाली के असर से सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही भारी गिरावट का सामना कर रहे हैं. सेंसेक्स और निफ्टी में 3.25 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की जा रही है. पिछले हफ्ते से ही ये निचली रेंज में कारोबार कर रहे थे.
दोपहर 12.55 पर बाजार का बुरा हाल
आज दोपहर 12 बजकर 55 मिनट पर शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट है और बीएसई का सेंसेक्स 1850.31 अंक टूटकर 3.25 फीसदी नीचे 55,161.43 पर ट्रेड कर रहा है. एनएसई के निफ्टी में भी हाल बदहाल है और ये 571.40 अंक यानी 3.36 फीसदी की जोरदार गिरावट पर है. निफ्टी ने 16500 का स्तर भी तोड़ दिया है और ये 16,413.80 पर कारोबार करता दिख रहा है.
बैंक निफ्टी ने बाजार को नीचे खींचा
आज की गिरावट में शेयर बाजार को नीचे खींचने का काम सबसे ज्यादा बैंकिंग शेयरों ने किया है और इनमें भारी बिकवाली देखी गई है. बैंक निफ्टी में 4.30 फीसदी की बड़ी गिरावट दर्ज की जा रही है और ये 1531.50 अंक टूटकर 34,087.15 पर ट्रेड कर रहा है. बैंक निफ्टी के सभी शेयर गिरावट के लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं. इसके अलावा निफ्टी मिडकैप में भी 5.11 फीसदी की जोरदार गिरावट दर्ज की जा रही है.
एफआईआई और एफपीआई ने बाजार से निकाली भारी रकम
दिसंबर में ही एफआईआई ने घरेलू शेयर बाजार से करीब 26,000 करोड़ रुपये निकाल लिए हैं. ओमिकोन इफेक्ट के अलावा क्रिसमस और नए साल पर होने वाली मुनाफावसूली भी इसके पीछे का कारण बन रहा है.
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निफ्टी के और इंडेक्स के बारे में जानें
आज के कारोबार में निफ्टी के सभी इंडेक्स किसी भी तरह से निवेशकों को राहत नहीं दे पा रहे हैं. निफ्टी के 50 में से 49 शेयर गिरावट में हैं और केवल सिप्ला का शेयर हरे निशान में है. इसने दिन के कारोबार में 16,410 का निचला लेवल बनाया था. आज सेक्टोरियल इंडेक्स को देखें तो ऑटो, मेटल, रियल्टी, पीएसयू बैंक, मीडिया, ऑयल एंड गैस सभी में जबरदस्त गिरावट है.
Published at : 20 Dec 2021 01:27 PM (IST) Tags: NSE Share Market Stock Market sensex nifty bse Sensex Crash हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
फतेहपुर: ARTO दफ्तर में जिलाधिकारी का छापा, 6 दलाल गिरफ्तार
दलालों के पास से बड़े पैमाने पर करेंसी भी बरामद की गई है. जो उनके द्वारा एआरटीओ दफ्तर में काम करवाने आने वाले लोगों से व . अधिक पढ़ें
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated : October 21, 2019, 17:12 IST
फतेहपुर. जिले के एआरटीओ दफ्तर (ARTO) में धड़ल्ले से चल रहे दलालों के खेल का सच सोमवार को जिलाधिकारी के छापे (DM Raid) के दौरान खुल कर सामने आ गया. छापे के दौरान जिस तरीके से दलाल (Middlemen) पूरे कार्यालय में हावी थे. उसे देखकर डीएम साहब भी हैरान रह गए. इस दौरान कार्यालय के भीतर बैठकर काम करने वाले छह दलालों को हिरासत में लिया गया. दलालों के पास से बड़े पैमाने पर करेंसी भी बरामद की गई है. जो उनके द्वारा एआरटीओ दफ्तर में काम करवाने आने वाले लोगों से वसूली गई थी. इतना ही नही इस दौरान कई फाइलें जिन्हें एआरटीओ दफ्तर के भीतर होना चाहिए था वे फाइले दलालो की दुकानों में पाई गई. जिन्हें गाड़ी में भरकर जिलाधिकारी कार्यालय लाया गया.
शहर के नउवाबाग इलाके में एनएच-2 पर स्थित इस कार्यालय में जिलाधिकारी संजीव कुमार ने भारी पुलिस बल के साथ छापा मारा. डीएम के छापे के दौरान एआरटीओ कार्यालय के बाहर सक्रिय दलाल तो भाग खड़े हुए, लेकिन कार्यालय के भीतर बाकायदा कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ बैठकर काम करने वाले छह दलाल भाग नही पाए, जिन्हें मौके से ही हिरासत में ले लिया गया.
हर काम का रेट था फिक्स
बताया जा रहा है कि इस कार्यालय में हर काम का रेट पहले से ही फिक्स कर दिया गया था. लाइसेंस बनवाने से लेकर गाड़ियों की फिटनेस और उनका पंजीकरण चाह कर भी कोई व्यक्ति सीधे नही करवा सकता था. इसके लिए पहले दलालों के पास जाना होता था और उसके बाद दलाल ही सारे काम करवाकर संबंधित व्यक्ति को फाइलें वापस करता था. जिसमे हर काम लिए निर्धारित सरकारी शुल्क के अलावा अधिकारियों को दी जाने वाली रिश्वत और इसमें लगने वाली दलाली चुकाने के बाद ही काम पूरा हो पाता था.
दलालों के पास से मिलीं कई फाइल
शिकायतों के बाद डीएम संजीव कुमार ने आज भारी पुलिस के साथ जब एआरटीओ दफ्तर पर छापा मारा तो दफ्तर के आस-पास भगदड़ मच गई. एआरटीओ दफ्तर के बाहर बाकायदा किराए की दुकान लेकर बैठे दलाल मौके से फरार हो गए. दुकानों में ली गई तलाशी के बाद बड़े पैमाने पर फ़ाइलें रखी पाई गई है जिन्हें दलालों द्वारा एआरटीओ दफ्तर से काम करवाने के बाद अपने पास रखा गया था. तमाम फाइलें ऐसी भी हैं जिनका काम होना अभी बाकी था.
अनपढ़ व दिव्यंगों का भी बन रहा था लाइसेंस
कहा तो यहां तक जा रहा है कि यहां सक्रिय दलाल ड्राइविंग लाइसेंस के लिए निर्धारित ऑनलाइन परीक्षा में बैठे बगैर ही अनपढ़ और दिव्यांग लोगों तक का लाइसेंस मोटी रकम लेकर बनवा दिया करते थे. जिलाधिकारी के छापे के दौरान यहां तैनात एआरटीओ प्रशासन अरविंद त्रिवेदी और आरआई आकांक्षा सिंह की भूमिका पूरी तरह से संदिग्ध पाई गई. दफ्तर में सक्रिय दलाल इन्ही अधिकारियों की सह पर यहां दलाली का काम किया करते थे. दलालों के जरिए ही अच्छी खासी रकम अधिकारियों और कर्मचारियों के पास पहुंचती थी.
जिलाधिकारी संजीव कुमार का कहना है कि दफ्तर से पकड़े गए छह दलालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराए जाने के साथ ही अधिकारियों की भूमिका की भी जांच कराई जाएगी. अगर अधिकारियों की संलिप्तता मिली तो उनके खिलाफ कार्यवाई के लिए शासन को लिखा जाएगा.
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युवा पत्रकारों पर समाज के ठेकेदार दलाल व तथाकथित पत्रकार लगाते हैं आरोप ।
युवा पत्रकारों पर समाज के ठेकेदार दलाल व तथाकथित पत्रकार लगाते हैं आरोप । उमेश दुबे (रिपोर्टर ) भदोही । पुराने समाज के ठेकेदार दलाल व तथाकथित पत्रकार नई पीढ़ी के पत्रकारों को नहीं देना चाहते हैं आगे बढ़ना. बहुत बड़ी विडंबना है कि कुछ तथाकथित पत्रकारों को यह लगने लगा है कि समाज में
युवा पत्रकारों पर समाज के ठेकेदार दलाल व तथाकथित पत्रकार लगाते हैं आरोप ।
उमेश दुबे (रिपोर्टर )
भदोही । पुराने समाज के ठेकेदार दलाल व तथाकथित पत्रकार नई पीढ़ी के पत्रकारों को नहीं देना चाहते हैं आगे बढ़ना. बहुत बड़ी विडंबना है कि कुछ तथाकथित पत्रकारों को यह लगने लगा है कि समाज में सब एक साथ उनके उम्र के ही लोग जवान हो जाते है सब एक साथ पत्रकारिता का कार्य करने के लिए तैयार भी हो जाते हैं और जो पहले आकर जवान हो जाता है वही बुढ़ापे तक का समाज में ठेकेदार बन जाता है मतलब नई युवा पीढ़ी अगर किसी कार्य को करने के लिए समाज में आगे आए तो उनकी संख्या को इजाफा के तौर पर देखा जाने लगता है. लेकिन शायद उन्हें यह नहीं पता कि उनसे जादे पढ़ लिखकर युवा नई तकनीक के साथ उनसे जादे बेहतर कार्य पत्रकारिता में ही नहीं बल्कि किसी भी क्षेत्र में करने दलाल कौन बन सकता है? के लिए जज्बा लिए आते. पहले वाले तथाकथित समाज के ठेकेदारों को अब कि नए युवा पीढ़ी के पत्रकारों से द्वेष भावना जागृत होना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है जिसमें पुराने समाज के तथाकथित पत्रकारों व ठेकेदारों का ब्लॉक से लेकर जिले तक की सारी मट्ठाधिशी समाप्त हो जाती है. जो कुछ भी अवैध तरीके से कार्य उनके द्वारा किए जाते हैं वह भी खुल के सामने आने लगता है ऐसी स्थिति में नए शिक्षा और तकनीक लिए आए पत्रकारों को रास्ते से हटाने का हर हथकंडा अपनाने की कोशिश और शिकायत थाने पुलिस से लेकर जिले के अधिकारियों तक से तथाकथित पत्रकार व समाज के ठेकेदार के द्वारा की जानी लगती है. अब आरोप लगाना उन तथाकथित पत्रकारों दलालों और समाज के ठेकेदारों से बेहतर कौन जान सकता है. चुकी वे खुद पहले अपने समाज में उसी कार्य को करके
तथाकथित पत्रकार और समाज के ठेकेदार बने है. वैसे सभी सरकारी अधिकारी इन बातों को अच्छी तरह जानते समझते भी है लेकिन वे खुद पत्रकारों के चोले में लिपटे इलाके के दबंगई गुंडई करने वाले समाज के ठेकेदारों से घिरे महसूस करते हैं इस वजह से वे चाह कर भी कुछ नहीं कर पाते. नई युवा पीढ़ी जब इन बातों को समझते हुए इन तथाकथित पत्रकारों समाज के दलालों को रोकने का प्रयास करती है तो उनके ऊपर घृणित शब्दों का प्रहार सोशल मीडिया के माध्यम से किया जाने लगता है. लेकिन उन्हें शायद यह नहीं पता होता कि युवा पत्रकार उनकी तरह आठवीं 10वी 12वी फेल नहीं बल्कि उच्च और उचित शिक्षा प्राप्त कर समाज के विकृतियो कुरीतियों को सुधारने के लिए मोर्चा संभाले हुए हैं. तथाकथित पत्रकारों दलालों समाज के ठेकेदारों की तरह 80 रुपए की शीशी पीकर दिनभर बेवड़े की तरह दलाली मक्कारी का कार्य नहीं करते. लेकिन फिर भी यह 10वीं फेल समाज के ठेकेदार पत्रकारिता जगत में हर थाने चौकी पर वसूली के लिए मोहरा तलाशते नजर दलाल कौन बन सकता है? आ जाएंगे जहां युवा पत्रकारों को देखते ही इनकी भवे लाल पिली होने लगती है. उनको यह लगने लगता है कि पिछले दो तीन सालों में पत्रकारों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। नए पत्रकार पैदा हुए हैं.
युवा पत्रकारों पर क्या लगता है आरोप ।
अब पुराने समाज के ठेकेदार समाज के दलाल युवा पत्रकारों पर कई तरह के संगीन आरोप लगाने से नहीं हीचकते. आरोप सुनकर हैरान हो जाएंगे जैसे दो चार साल वाले पत्रकार का चोला ओढ़कर गुंडा दबंग और लाइसेंस प्राप्त दलाल बन गए हैं। जिला से लेकर तहसील तक और एसपी कार्यालय से लेकर थाने और चौकियों तक ऐसे कथित पत्रकार मंडराते दिख जाएंगे। विभिन्न सरकारी कार्यालयों से यह लोग हर काम कराने का ठेका भी लेते हैं ग्राम प्रधान कोटेदार पेट्रोल पंप कबाड़ी आदि तक धमकी देकर वसूली हो रही है पत्रकार के रूप में अपराधिक प्रवृत्ति के लोग अड्डा जमा चुके हैं आदि। ऐसे समाज के ठेकेदार समाज में अफवाह फैलाते हैं कि आज जिले के प्रतिष्ठित अखबार व चैनल में काम करने वाले शांत हैं और पत्रकार के रूप में गुंडे लोगों का शोषण कर रहे हैं। प्रशासन चुप है क्योंकि समाज को गंदा करने वाले कुछ गुंडे पत्रकारिता का चोला धारण कर चुके है। यही अपराधी तत्व यदि कुछ बड़ी घटना को अंजाम दिए तो क्या होगा । ऐसे ही कुछ आपराधिक छवि के लोग यदि पत्रकार के चोले में आकर किसी को धमकी देकर अवैध वसूली करते हैं तो पहले इनको गिराकर लतियाईए फिर मुकदमा दर्ज कराए ।
लेकिन 80 रुपए की शीशी पीने वाले अपने को पुराने बताने वाले तथाकथित पत्रकार समाज के दलाल और समाज के ठेकेदार यह नहीं जानते कि दसवीं बारहवी फेल करके घर की जेवर जमीन जायदाद बेचकर माइक आईडी और आईडी कार्ड खरीद कर कोई पत्रकार नहीं बना है. बल्कि उच्च शिक्षा नई तकनीक का ज्ञान लेकर पत्रकारिता जगत में अपनी पहचान के साथ समाज की कुरीतियों को दूर करने नौजवान आया है ।
Best 5 Stocks for 2022: नए साल में अच्छी कमाई के लिए इन 5 शेयरों पर लगा सकते हैं दांव, एक्सपर्ट ने जताया बेहतर रिटर्न का भरोसा
Top Stock Picks of 2022: एक्सपर्ट की राय में साल 2022 में बेहतर मुनाफे के लिए इन 5 शेयरों में निवेश किया जा सकता है.
नए साल 2022 में निवेश के लिए बेहतरीन स्टॉक की बात करें तो ओएनजीसी, एसबीआई, गेल, एचडीएफसी बैंक और टीसीएस चार्ट पर मजबूत दिख रहे हैं.
Top 5 Stock Picks for 2022: इस साल स्टॉक मार्केट में निवेशकों को इक्विटी मार्केट से शानदार रिटर्न मिला लेकिन अगला साल अधिक चुनौती भरा रहने वाला है. महंगाई की बढ़ती आशंका को देखते हुए इसके आसार दिख रहे हैं कि अधिकतर केंद्रीय बैंक लिक्विडिटी को कम करने के लिए ब्याज दरें बढ़ा सकती है. इसके अलावा अगले साल 2022 में कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के चलते अनिश्चितता का भी मार्केट पर असर दिख सकता है. हालांकि नए साल 2022 में निवेश के लिए बेहतरीन स्टॉक की बात करें तो ओएनजीसी, एसबीआई, गेल, एचडीएफसी बैंक और टीसीएस चार्ट पर मजबूत दिख रहे हैं.
सरकार द्वारा प्राकृतिक गैस के भाव में 62 फीसदी की बढ़ोतरी के फैसले से कंपनियों के मुनाफे में बढ़ोतरी होगी. महंगे कच्चे तेल और ओएनजीसी के प्रोडक्शन वॉल्यू में 5-7 फीसदी की ग्रोथ के चलते कंपनी के ईबीआईटीडीए में अगले साल बढ़ोतरी हो सकती है. ऐसे में कंपनी का डेट-टू-ईबीआईटीडीए रेशियो अगले साल मजबूत होकर 1.6x-1.9x के बीच रह सकता है. तकनीकी तौर पर मूविंग एवरेजेज (MAs), रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI), मूविंग एवरेज कंवर्जेंस डाइवर्जेंस (MACD) और स्टॉकेस्टिक भी डेली चार्ट पर मजबूत रूझान दिखा रहे हैं. ऐसे में वर्ष 2022 में ओएनजीसी 170 रुपये के भाव पर पहुंच सकता है.
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GAIL (INDIA)
मार्केटिंग प्रॉफिट में उछाल के दम पर गेल इंडिया की बिक्री बढ़ी है और इसकी आय बढ़ी है. कंपनी की आय को गैस की ऊंची कीमतों का सहारा मिला है और यह अगले साल भी जारी रह सकता है. गैस खपत में बढ़ोतरी से भी गेल इंडिया के मुनाफे में बढ़ोतरी की संभावना है. डेली चार्ट पर इसके भाव को 140 रुपये के लेवल पर सपोर्ट मिल रहा है और 200 दिनों के मूविंग एवरेज पर खरीदारी के रूझान को सपोर्ट मिल रहा है. इसके अलावा आरएसआई भी लोअर जोन में है जिससे नियर टर्म में गेल के भाव 165 रुपये तक पहुंचने के आसार दिख रहे हैं.
HDFC Bank
मजबूत कैपिटलाइजेशन, बढ़ी लिक्विडिटी, घटे एनपीए और आय में बढ़ोतरी के चलते एचडीएफसी बैंक निवेश के लिए बेहतरीन विकल्प है. अभी इसके भाव डेली चार्ट पर 100-200 DEMA (डबल एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज) से ऊपर हैं. इसके अलावा साप्ताहिक चार्ट पर इसके भाव पैराबोलिक एसएआर से ऊपर है जिससे सकारात्मक रूझान दिख रहा है. अगले साल एचडीएफसी बैंक के भाव 1750 रुपये के लेवल तक पहुंच सकते हैं.
मजबूत डॉलर, डिजिटाइजेशन और कारोबारी सुधार के चलते तकनीकी सेक्टर मजबूत है और इसकी मजबूती अगले साल 2022 में बनी रहने वाली है. टीसीएस (टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज) के भाव मीन से ऊपर हैं जिसका अपर बैंड नॉर्थ-वार्ड डायरेक्शन में है जिससे इसके भाव में तेजी के संकेत मिल रहे हैं. अधिकतर ऑस्किलेटर्स भी इसमें बुलिश रूझान के संकेत दिखा रहे हैं. अगले साल इसके भाव 3600 रुपये के लेवल तक पहुंच सकते हैं.
SBI (State Bank of India)
अभी यह स्टॉक सभी मूविंग एवरेज से ऊपर है जिससे इसमें आगे भी तेजी के आसार दिख रहे हैं. इसके अलावा आरएसआई, एमएसीडी, एडीएक्स (एवरेज डायरेक्शनल इंडेक्स) भी कंफर्ट जोन में है जिससे इसमें बुलिश रूझान दिख रहा है. आने वाले महीनों में यह शेयर 600 रुपये के लेवल तक पहुंच सकता है.
शानदार रहा यह साल घरेलू इक्विटी मार्केट के लिए
घरेलू इक्विटी मार्केट के लिए यह साल 2021 बहुत शानदार रहा और सेंसेक्स ने पहली बार 61 हजार व निफ्टी दलाल कौन बन सकता है? 50 ने 18 हजार का लेवल पार किया. इस साल मैक्रो इंडिकेटर्स में सुधार, मजबूत वैश्विक लिक्विडिटी, आर्थिक गतिविधियों में तेजी, वैक्सीनेशन में तेजी, खपत में सुधार, मौद्रिक नीतियों में ढील और कॉरपोरेट की कमाई में तेज रिकवरी ने मार्केट को सपोर्ट किया जिसके दम पर सेंसेक्स व निफ्टी रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचे. इस साल बैंकिंग, इंफ्रा, आईटी, ऑटो, मेटल्स और फार्मा शेयरों ने शानदार रिटर्न दिया. मैन्यूफैक्चरिंग व इंफ्रास्ट्रक्चर में सरकार कई स्ट्रक्टचरल रिफॉर्म की तैयारी में है जिसके चलते अगले साल मिड व स्माल कैप उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं. इसके अलावा आर्थिक गतिविधियां पटरी पर आ रही है व कॉरपोरेट कमाई भी बढ़ रही है जिसके चलते बाजार के अगले साल भी मजबूत रहने के आसार दिख रहे हैं.
(आर्टिकल: रवि सिंह, वाइस प्रेसिडेंट व रिसर्च प्रमुख, शेयरइंडिया सिक्योरिटीज)
(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)
ऑनलाइन डी०एल० कैसे बनाये How to apply DL online?
ऑनलाइन डी०एल० कैसे बनाये (How to Apply DL online) आप जो अगर कोई भी वाहन चलाते हो तो आपके पास ड्राइबरी लइसेंस होना बहुत जरूरी है आपको पता होगा कि ट्रैफिक रूल दिन पर दिन बदले जा रहे है गाड़ी चलाने के लिए डी०एल० यानि ड्राइबरी लइसेंस आवश्यकता पड़ती है डी०एल० यह पता करने के लिए गोवेर्मेंट दलाल कौन बन सकता है? बनवाती है कि इस ब्यक्ति को पूरी तरीके से गाड़ी चलाना आता है की नहीं यही मैन मकसद डी०एल० बनवाने का होता है अगर आपको कोई भी गाड़ी चलानी है तो आपको ड्राइबरी लइसेंस की जरुरत पड़ेगी डी०एल० भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त एक बैध प्रमाण है
driving licence india
कोई भी वाहन चलाने के लिए आपके पास डी०एल० होना बहुत ही जरूरी हो गया है जो अगर आपके पास ड्राइबरी लइसेंस नहीं है तो कोई भी वाहन रोड पर नहीं चला सकते है क्योंकि ट्रैफिक रूल बदल गए है अब डी०एल० बनवाना बहुत आसान हो गया है पहले डी०एल० बनवाने के लिए आर०टी०ओ० ऑफिस के बहुत चककर लगाने पड़ते थे अब ऐसा नहीं अब ऑनलाइन फॉर्म अप्लाई करके अपना डी०एल० बनवा सकते है.
डी०एल० कैसे बनवाये? (How to Apply DL)
डी०एल० बनवाने लिए आप अपना ऑनलाइन फॉर्म अप्लाई करके ऑनलाइन फॉर्म के लिए Parivahan.gov.in पर जाकर अपना फॉर्म अप्लाई कर सकते है फिर उसके बाद आपको आर०टी०ओ० ऑफिस में जाकर टेस्ट देना होता है क्योंकि ये पता करने के लिए टेस्ट कराया दलाल कौन बन सकता है? जाता है कि इसको पूरी तरह से वाहन चलाना आता है और फिर जो अगर आप टेस्ट में पास कर लेते हो तो आपका लर्नर ड्राइबरी लइसेंस आपके घर आ जायेगा.
ऑफलाइन-की बात करे तो आपको आर०टी०ओ० ऑफिस जाकर डी०एल० के लिए अप्लाई कर सकते हो 200 से 300 रूपये देकर अपना फॉर्म भर सकते हो अगर आप दलाल के माध्यम से बनवाते हो तो आपको 1000 से 1500 तक देना पड़ सकता है दलाल आपसे बहुत सारा पैसा ले लेते है इससे अच्छा है आप अपना लइसेंस खुद से अप्लाई कर सकते है.
#1. म्यूच्यूअल फण्ड क्या है (WHAT IS MUTUAL FUND) की पूरी जानकारी? #2. बिना किसी कोर्स के इंग्लिश बोलना कैसे सीखे? #3. 5 बेस्ट तरीके ऑनलाइन पैसे कमाने के. #4. शेयर मार्किट क्या है What is Share Market hindi? |
अप्लाई करने लिए क्या क्या डाक्यूमेंट्स होना चाहिए |(What documents need to be applied)
1. पता का प्रमाण (Address of Proof)
- राशन कार्ड
- आधार कार्ड
- बिजली बिल
- वाटर बिल
- पैन कार्ड
- इलेक्ट्रिसिटी बिल
- रेंट एग्रीमेंट
2. जन्म का प्रमाण (Date of Birth Certificate)
- जन्म सर्टिफिकेट
- आधार कार्ड
- 10th मार्कशीट
- वोटर आई०डी०
3. डी०एल० कितने प्रकार के होते है (Types of Driving Licence)
- लर्नर लइसेंस
- स्थाई लाइसेंस
- इंटरनेशनल लइसेंस
- डुप्लीकेट लइसेंस
- लाइट मोटर विकल लइसेंस
- हैवी मोटर विकल लइसेंस
डी०एल० अप्लाई करने से पहले-आपके पास ऊपर दिए हुये डाक्यूमेंट्स होना बहुत ही आवश्यक है क्योंकि नहीं ये सब डाक्यूमेंट्स नहीं होने पर दलाल कौन बन सकता है? डी०एल० अप्लाई नहीं हो सकता है और प्रार्थी यानि जिसका लइसेंस बनना है उसकी ऐज 18 साल से ज्यादा होना चाहिए और उसका उसी आर०टी०ओ० ऑफिस बन सकता है इसके अंडर उसका अड्रेस आता होगा अन्थया कही और से नहीं बनवा सकते है.
दलाल-को पैसा कभी न दे हमेशा डायरेक्ट आप आर०टी०ओ० ऑफिस या ऑनलाइन फ्रॉम अप्लाई करके आपको बनवाना चाहिए किसी भी दलाल को पैसा नहीं देना चाइये आपसे दलाल जयदा पैसे वसूल लेते है और ये पता नहीं होता है की लइसेंस बन जायेगा की नहीं क्योकि बहुत सारे दलाल फ्रॉड कर जाते है तो हमेशा ध्यान रख्खे स्वॅम अप्लाई करके बनवाये.
नोट:-मै उम्मीद करता हु कि आपको ऑनलाइन डी०एल० कैसे बनाये इस पोस्ट से आपको बहुत हेल्प मिली होगी और आपको भी ड्राइविंग लाइसेंस से सम्बंधित सारे प्रॉब्लम दूर हो गये होंगे और इस आर्टिकल से बेहतर जानकारी मिली होगी तो ऐसे पोस्ट को पढ़ने के लिए हमारे फेसबुक और इंस्टाग्राम के पेज को लाइक और फॉलो करे और सबसे पहले जानकारी पाये और आर्टिकल को शेयर करे।(धन्यवाद)
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