Options Trading: क्या होती है ऑप्शंस ट्रेडिंग? कैसे कमाते हैं इससे मुनाफा और क्या हो आपकी रणनीति
Options Trading: निश्चित ही ऑप्शंस ट्रेडिंग एक जोखिम का सौदा है. हालांकि, अगर आप बाजार के बारे में जानकारी रखते हैं और कुछ खास रणनीति बनाकर चलते हैं तो इससे मुनाफा अर्जित कर सकते हैं.
By: मनीश कुमार मिश्र | Updated at : 18 Oct 2022 03:40 PM (IST)
ऑप्शंस ट्रेडिंग ( Image Source : Getty )
डेरिवेटिव सेगमेंट (Derivative Segment) भारतीय बाजार के दैनिक कारोबार में 97% से अधिक का योगदान देता है, जिसमें ऑप्शंस एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनता है. निवेशकों के बीच बाजार की जागरूकता बढ़ने के साथ, ऑप्शंस ट्रेडिंग (Options Trading) जैसे डेरिवेटिव सेगमेंट (Derivative Segment) में रिटेल भागीदारी में उछाल आया है. इसकी मुख्य वजह उच्च संभावित रिटर्न और कम मार्जिन की आवश्यकता है. हालांकि, ऑप्शंस ट्रेडिंग में उच्च जोखिम शामिल है.
क्या है ऑप्शंस ट्रेडिंग?
Options Trading में निवेशक किसी शेयर की कीमत में संभावित गिरावट या तेजी पर दांव लगाते हैं. आपने कॉल और पुष ऑप्शंस सुना ही होगा. जो निवेशक किसी शेयर में तेजी का अनुमान लगाते हैं, वे कॉल ऑप्शंस (Call Options) खरीदते हैं और गिरावट का रुख देखने वाले निवेशक पुट ऑप्शंस (Put Options) में पैसे लगाते हैं. इसमें एक टर्म और इस्तेमाल किया जाता है स्ट्राइक रेट (Strike Rate). यह वह भाव होता है जहां आप किसी शेयर या इंडेक्स को भविष्य में जाता हुआ देखते हैं.
जानकारी के बिना ऑप्शंस ट्रेडिंग मौके का खेल है. ज्यादातर नए निवेशक ऑप्शंस में पैसा खो देते हैं. ऑप्शंस ट्रेडिंग में जाने से पहले कुछ बुनियादी बातों से परिचित होना आवश्यक है. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के हेड - इक्विटी स्ट्रैटेजी, ब्रोकिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन हेमांग जानी ने ऑप्शंस ट्रेडिंग को लेकर कुछ दे रहे हैं जो आपके काम आ सकते हैं.
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धन की आवश्यकता: ऑप्शंस की शेल्फ लाइफ बहुत कम होती है, ज्यादातर एक महीने की, इसलिए व्यक्ति को किसी भी समय पूरी राशि का उपयोग नहीं करना चाहिए. किसी विशेष व्यापार के लिए कुल पूंजी का लगभग 5-10% आवंटित करना उचित होगा.
ऑप्शन ट्रेड का मूल्यांकन करें: एक सामान्य नियम के रूप में, कारोबारियों को यह तय करना चाहिए कि वे कितना जोखिम उठाने को तैयार हैं यानी एक एग्जिट स्ट्रेटजी होनी चाहिए. व्यक्ति को अपसाइड एग्जिट पॉइंट और डाउनसाइड एग्जिट पॉइंट को पहले से चुनना होगा. एक योजना के साथ कारोबार करने से व्यापार के अधिक सफल पैटर्न स्थापित करने में मदद मिलती है और आपकी चिंताओं को अधिक नियंत्रण में रखता है.
जानकारी हासिल करें: व्यक्ति को ऑप्शंस और उनके अर्थों में आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले कुछ जार्गन्स से परिचित होने का प्रयास करना चाहिए. यह न केवल ऑप्शन ट्रेडिंग से अधिकतम लाभ प्राप्त करने में मदद करेगा बल्कि सही रणनीति और बाजार के समय के बारे में भी निर्णय ले सकता है. जैसे-जैसे आप आगे बढ़ते हैं, सीखना संभव हो जाता है, जो एक ही समय में आपके ज्ञान और अनुभव दोनों को बढ़ाता है.
इलिक्विड स्टॉक में ट्रेडिंग से बचें: लिक्विडिटी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह व्यक्ति को ट्रेड में अधिक आसानी से आने और जाने की अनुमति देता है. सबसे ज्यादा लिक्विड स्टॉक आमतौर पर उच्च मात्रा वाले होते हैं. कम कारोबार वाले स्टॉक अप्रत्याशित होते हैं और बेहद स्पेक्युलेटिव होते हैं, इसलिए यदि संभव हो तो इससे बचना चाहिए.
होल्डिंग पीरियड को परिभाषित करें: वक्त ऑप्शंस के मूल्य निर्धारण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. प्रत्येक बीतता दिन आपके ऑप्शंस के मूल्य को कम करता है. इसलिए व्यक्ति को भी पोजीशन को समय पर कवर करने की आवश्यकता होती है, भले ही पोजीशन प्रॉफिट या लॉस में हो.
मुख्य बात यह जानना है कि कब प्रॉफिट लेना है और कब लॉस उठाना है. इनके अलावा, व्यक्ति को पोजीशन की अत्यधिक लेवरेज और एवरेजिंग से भी बचना चाहिए. स्टॉक ट्रेडिंग की तरह ही, ऑप्शंस ट्रेडिंग में ऑप्शंस खरीदना और बेचना शामिल है या तो कॉल करें या पुट करें.
ऑप्शंस बाइंग के लिए सीमित जोखिम के साथ एक छोटे वित्तीय निवेश की आवश्यकता होती है अर्थात भुगतान किए गए प्रीमियम तक, जबकि एक ऑप्शंस सेलर के रूप में, व्यक्ति बाजार का विपरीत दृष्टिकोण रखता है. ऑप्शंस को बेचते वक्त माना गया जोखिम मतलब नुकसान मूल निवेश से अधिक हो सकता है यदि अंतर्निहित स्टॉक (Underlying Stocks) की कीमत काफी गिरती है या शून्य हो जाती है.
ऑप्शंस खरीदते या बेचते समय कुछ नियमों का पालन करना चाहिए:
- डीप-आउट-ऑफ-द-मनी (OTM) विकल्प केवल इसलिए न खरीदें क्योंकि यह सस्ता है.
- समय ऑप्शन के खरीदार के खिलाफ और ऑप्शन के विक्रेता के पक्ष में काम करता है. इसलिए समाप्ति के करीब ऑप्शन खरीदना बहुत अच्छा विचार नहीं है.
- अस्थिरता ऑप्शन के मूल्य को निर्धारित करने के लिए आवश्यक कारकों में से एक है. इसलिए आम तौर पर यह सलाह दी जाती है कि जब बाजार में अस्थिरता बढ़ने की उम्मीद हो तो ऑप्शंस खरीदें और जब अस्थिरता कम होने की उम्मीद हो तो ऑप्शंस बेचें.
- प्रमुख घटनाओं या प्रमुख भू-राजनीतिक जोखिमों से पहले ऑप्शंस बेचने के बजाय ऑप्शंस खरीदना हमेशा बेहतर होता है.
नियमित अंतराल पर प्रॉफिट की बुकिंग करते रहें या प्रॉफिट का ट्रेलिंग स्टॉप-लॉस रखें. अगर सही तरीके से अभ्यास किया जाए तो ऑप्शंस ट्रेडिंग से कई गुना रिटर्न्स प्राप्त किया जा सकता है.
(डिस्क्लेमर : प्रकाशित विचार एक्सपर्ट के निजी हैं. शेयर बाजार में निवेश करने से पहले अपने निवेश सलाहकार की राय अवश्य लें.)
Published at : 18 Oct 2022 11:42 AM (IST) Tags: Options Trading Derivatives Call Option Put Option Trading in Options Stop loss हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
शेयर कैसे खरीदें और बेचें पूरी जानकारी
शेयर का अर्थ होता है । हिस्सा यानि कई बड़ी कंपनी अपने कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए आम पब्लिक से शेयर (share) के माध्यम से पैसा (Funds) इकट्ठा करती है । इस पैसे के बदले कंपनी पब्लिक को कंपनी की हिस्सेदारी देती है । शेयर का भाव कंपनी और शेयर बाजार (share market) के द्वारा निर्धारित किया जाता है , और यह हर समय बदलता रहता है । जिसके पास कंपनी के कुल शेयर का जितना प्रतिशत शेयर होगा वो व्यक्ति उस कंपनी का उतना प्रतिशत हिस्सेदार होगा ।
शेयर कैसे खरीदें? how to buy shares
शेयर खरीदने के लिए सबसे पहले डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है । जो किसी बैंक (HDFC BANK, ICICI BANK, UNION BANK etc. ) या किसी ब्रोकर जैसे की ज़ेरोधा (Zerodha) एंजेल ब्रोकिंग (Angel Broking) शेयरखान (Sharekhan) मे खोलवा सकते हैं। डिमेट और ट्रेडिंग अकाउंट (Demat & trading Account) एक साथ खुल जाता है । और आपस मे जुड़ा होता है । डिमेट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने की फीस 300 रुपए से 1000 रुपए तक होती है ।
Zerodha Account
नोट – कुछ ब्रोकर फ्री मे खोलते है , लेकिन 500 रुपए से 1000 रुपए हमेशा अकाउंट मे रखने की शर्त होती है जिसे अकाउंट खुलने के बाद बताया जाता है ।
अकाउंट खुलने के बाद आप अपने ब्रोकर के वैबसाइट या मोबाइल ऐप (Mobile app) का इस्तेमाल करके ट्रेडिंग (शेयर खरीद – बेच ) कर सकते है।
How to place buy order – zerodha kite
यहाँ पर मैं zerodha kite app का use करुंगा ।
- सबसे पहले ऐप या वेबसाइट पर लॉगिन करें ।
- डिमेट अकाउंट में पैसा डालें । 100 रुपए से लेकर जितना चाहें डाल सकते है ।
- जिस शेयर को खरीदना चाहते है उसे खोजें ।
- उसके ऊपर माऊस ले जाएँ Buy पर क्लिक करें ।
- शेयर खरीदने के लिए फॉर्म भरें जैसे कि कितना शेयर खरीदना है, किस भाव मे खरीदना है, इत्यादि। और Buy पर क्लिक करके खरीदने के लिए ऑर्डर लगाएँ
शेयर बेचें कैसे?
शेयर खरीदने (buy stocks ) के बाद सही भाव का इंतजार कीजिये जब आपको लगे की अब शेयर बेच देना चाहिए । तब आप शेयर को बेच (sell) सकते हैं । अगर जिस दिन शेयर को खरीदा है उसी दिन बेचेंगे तो इंटरडे ट्रेडिंग (Intraday Trading ) कहलाएगा । और यदि शेयर खरीद कर होल्ड (hold) कर लिया जाए और पहला दिन छोड़ कर किसी और दिन बेचा जाएगा तो डिलेवरी ट्रेडिंग ( Delivery trading )कहलाता है । Holdings के स्टॉक को 1 दिन से लेकर कई साल तक अपने पास रखा जा सकता है ।
How to place sell order – zerodha kite
मोबाइल ऐप या वेबसाइट खोलिए । लॉगिन कीजिये ।
- Holdings अथवा Positions पर क्लिक कीजिये। आपको आपका खरीदा हुआ शेयर दिखाई देगा।
- उस शेयर के Moreऑप्शन पर क्लिक कीजिये ।
- Exit पर क्लिक कीजिये ।
- शेयर को बेचने का फॉर्म भरें और Sell पर क्लिक करके बेचने के लिए ऑर्डर लगा दीजिये ।
⊗ हर ब्रोकर के ऐप, वेबसाइट मे ऑप्शन भिन्न हो सकते है।
नोट – अगर शेयर को खरीदे गए भाव से ऊपर के भाव पर बेचा जाएगा तो फायदा होगा।और अगर नीचे के भाव पर बेचा गया तो नुकसान होगा।
“”उम्मीद है कि जानकारी से आपको फायदा हुआ होगा है , अगर हाँ तो इस पेज को शेयर कीजिये।””
शेयर मार्केट में पहला शेयर कैसे खरीदें और बेचे
दोस्तों आज के इस पोस्ट में हम Step By Step सीखेंगे की किसी भी कंपनी के शेयर कैसे खरीदे और बेचे जाते हैं। अगर आप शेयर मार्केट में पहली बार शेयर खरीदना चाहते हैं ट्रेडिंग कैसे बेचें? तो आज का यह पोस्ट आपके लिए बहोत Helpfull साबित होगा। तो चलिए आज का यह पोस्ट प्रारंभ करते हैं।
दोस्तों आज मैं आपको Upstox एप्लीकेशन की मदद से शेयर खरीद और बेचकर दिखाऊंगा। तो सबसे पहले मैं Upstox एप्लीकेशन में लॉगिन कर लेता हूं। अगर आपका Upstox पर डिमैट अकाउंट बन गया है तो यूजर आईडी और पासवर्ड डालकर इस तरह से लॉगिन हो जाइए और अगर आपने अभी तक अकाउंट नहीं खोला है तो यहां पर क्लिक करके (Upstox Download) इस एप्लीकेशन पर अपना अकाउंट खोल लीजिए।
दोस्तों Upstox से पहली बार ट्रेडिंग करने जा रहे हैं तो आपको Fund वाले Tab में क्लिक करके Fund Add कर लेना है यानी कि अपने बैंक अकाउंट से पैसे Add कर लेने हैं।
शेयर कैसे खरीदें :
स्टेप 01 : दोस्तों अब आपको ऊपर की तरफ "+" का आइकन मिल रहा होगा। इस पर क्लिक करके आप जिस भी कंपनी का शेयर खरीदना चाहते हैं उस कंपनी का नाम Search कर लीजिए और उस पर क्लिक करिए।
स्टेप 2 : दोस्तों अब आपको नीचे की तरफ Buy और Sell का ऑप्शन मिल रहा है। तो सबसे पहले आपको Buy पर क्लिक करना है।
स्टेप 3 : दोस्तों अब आपको Product Type में डिलीवरी Quantity में वह संख्या डालिए जितना आप शेयर खरीदना चाहते हैं। इसके बाद Order Type में आप Limit या Market Price करके खरीद सकते हैं। अब आपको नीचे की तरफ Review Order करने का ऑप्शन मिल रहा होगा इस पर आपको क्लिक करना है।
स्टेप 4 : दोस्तों Review Order पर जैसे ही आप क्लिक करेंगे अब आपको Confirm Order का ऑप्शन मिलेगा। इसमें आपको नीचे की तरफ Buy पर क्लिक करना है।शेर कैसे बेचे :
दोस्तों अगर आपने यह शेयर Intraday में खरीदा है, तो आज ही आपको यह शेयर बेचना पड़ेगा। लेकिन यदि आपने इसे डिलीवरी में खरीदा है। तो इस शेयर को आप कभी भी बेंच सकते हैं आज भी और साल भर बाद भी। तो अगर आपने इंट्राडे / डिलीवरी में खरीदा है तो आप नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करके शेयर बेंच सकते हैं।
और यदि डिलीवरी में खरीदा है, तो आपको TPIN का जरूरत पड़ेगा। यह TPIN कहां मिलेगा ? कैसे जनरेट करना होगा ? यह जानने के लिए आप मेरा यह पोस्ट (TPIN कैसे Generate करें) पढ़ सकते हैं। तो चलिए अब आपको शेयर बेचने का स्टेप बताता हूं।
स्टेप 01 : दोस्तों शेयर बेचने के लिए आपको नीचे की तरफ Portfolio वाले Tab में क्लिक करना है। यहां आप Portfolio में देख सकते हैं कौन कौन से शेयर आपने कितनी Quantity में खरीदी है। साथ ही साथ आप नीचे की तरफ Profit & Loss भी देख सकते हैं।
स्टेप 2 : अब आपको इस शेयर पर क्लिक करना है। जैसे ही आप इस पर क्लिक करेंगे आपके सामने दो ऑप्शन मिलेगा Add More और Square Off तो अब आपको Square Off पर क्लिक करना है।
स्टेप 3 : दोस्तों अब आपको Square Off आर्डर में Review करने का ऑप्शन मिलेगा। आप नीचे की तरफ Review Order पर क्लिक करेंगे।
स्टेप 04 : दोस्तों अब आपको अंत में Confirm Order करने का ऑप्शन मिलेगा। जिसमें नीचे की तरफ आपको सेल पर क्लिक करना है। जैसे ही आप सेल पर क्लिक करेंगे आपका यह शेयर Sell हो जाएगा।वीडियो के रूप में :
दोस्तों अगर आपको यह सारे स्टेप वीडियो के रूप में देखना है, तो आप मेरा यह यूट्यूब वीडियो देख सकते हैं। इसमें भी मैंने इसी तरह Live step by step शेयर खरीद और बेच कर दिखाया है।
अधिक जानकारी :
दोस्तों शेयर बाजार सोमवार से लेकर शुक्रवार तक सुबह 9:15 से शाम के 3:30 बजे तक खुला रहता है इसी समय पर आप कोई भी शेयर खरीद या बेच सकते हैं।
- Upstox से Refer करके पैसे कैसे कामएं।
- Upstox में Demat Account कैसे बनायें।
सावधानियां :
दोस्तों शेयर मार्केट में निवेश करना जोखिमों के अधीन हैं। निवेश करने से पहले सभी संबंधित दस्तावेज को ध्यान से पढ़ लें।
दोस्तों अब अंत में मैं आपसे जानना चाहता हूं की मेरे द्वारा लिखा गया यह पोस्ट Upstox first trading in hindi आपके लिए कितना Helpfull रहा। और यदि आपका इस पोस्ट से संबंधित कोई सवाल या सुझाव हो तो Comment Section में जरूर लिखियेगा धन्यवाद।
शेयर कैसे खरीदे और बेचे जाते हैं
शेयर मार्केट में शुरुआती दिनों में निवेश ₹ 5000 से ₹10000 के बीच करना चाहिए शेयर खरीदने और बेचने का तरीका और शेयर मार्केट की जानकारी होने के बाद निवेश की राशि बढ़ा सकते हैं .
यदि ट्रेडिंग कैसे बेचें? आप शेयर खरीदते और बेचते हैं तो आप मुनाफा कमा सकते हैं लेकन उसके लिए आपको शेयर मार्केट की जानकारी होना अति आवश्यक है मौजूदा समय में शेयर बाजार में लोग निवेशकर रहे हैं
शेयर बाजार जोखिमों ट्रेडिंग कैसे बेचें? के अधीन होता है यदि बाजार में गिरावट आई तो द्वारा खरीदे गए शेयरों में पैसे घटने के आसार बढ़ जाते हैं और यदि बाज़ार में बढ़त है तो आपके शेयर आपको मुनाफा देंगे
इसलिए जब मार्केट में मंदी हो तो शेयरों में इन्वेस्ट करना चाहिए और सही भाव देखकर शेयरों को बेच देना चाहिए
- शेयर का चुनाव करें.
- डीमैट अकाउंट में buy के ऑप्शन पर क्लिक करें
- खरीदे जाने वाले शेयरों की संख्या दर्ज करें
- नॉर्मल या सीएनसी ऑप्शन सेट करें
- मार्केट या लिमिट ऑप्शन सेट करें
- शेयर भाव दर्ज करके सबमिट कर दें
शेयर एक तरह से कंपनी अपने ग्राहक को सीधे तौर से स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से ग्राहक को देती है और म्यूच्यूअल फंड मैं सैकड़ों लोगों का पैसा मिला कर किसी कंपनी के शेयर खरीदते है
शेयर खरीदने के लिए आपको पहले डीमैट अकाउंट खुलवाना होगा और ब्रोकर के माध्यम से आप नेशनल स्टॉक एक्सचेंज , मुंबई स्टॉक एक्सचेंज आदि एक्सचेंजों पर ऑनलाइन शेयर खरीद या बेच सकते हैं
खरीदे हुए शेयर आपके NSDL के अकाउंट में जमा हो जाएंगे यह प्रक्रिया बिल्कुल बैंकिंग की तरह होती है बस बैंकिंग में रुपए का लेना देना होता है उसी तरह डीमेट अकाउंट में शेयर का लेना देना या होल्डिंग होती है .
डीमैट अकाउंट ओपन होने के बाद आप डीमैट में अकाउंट में अपनी आवश्यकता अनुसार बैलेंस क्रेडिट करें और शेयर खरीदना और बेचना शुरू कर सकते हैं यहां पर यह कहना सही होगा कि शेयर मार्केट में आप कम पूंजी से शुरुआत करें और अनुभव के साथ साथ ही सही समय आने पर अपनी जमा राशि डीमैट अकाउंट में बढ़ा सकते हैं शेयर मार्केट में लंबी अवधि के लिए खरीद फरोख्त करना शुरू करें
लंबी अवधि के शेयरों में नुकसान होने का चांस बहुत ही कम होता और जैसे ही आप लंबी अवधि के शेयरों में मुनाफा कमाना शुरु कर दें इंट्राडे शेयर में खरीद फरोख्त जारी कर सकते हैंशेयर मार्केट में पैसा कमाने के लिए आपको शेयर मार्केट के संबंधित न्यूज़ समाचारों से अपडेट रहना होगा समय-समय पर शेयर मार्केट से जुड़े टीवी कार्यक्रम शेयर मार्केट न्यूज़ देखते रहना होगा सबसे पहले आप बैंकिंग सेक्टर में खरीदारी कर सकते हैं क्योंकि यह ऐसे सेक्टर है जिनमें ज्यादा उतार चढ़ाव देखने को नहीं ट्रेडिंग कैसे बेचें? मिलते हैं अन्य सेक्टरों में या नई कंपनियों में नफा के साथ साथ नुकसान भी आपको ज्यादा उठाना पड़ सकता है इसलिए शुरुआती दिनों में ऐसे शेयर का चुनाव करें शेयर बाजार में शेयर खरीदने का यही सबसे सही तरीका है .
भारतीय अर्थव्यवस्था में शेयर मार्केट का महत्वपूर्ण योगदान है जिसमें सभी कंपनियां अच्छा मुनाफा करने की उम्मीद से आम जनता से पैसा जुटाने का तरीका ढूंढती रहती हैं पिछले दिनों covid 19 के संक्रमण के कारण शेयर मार्केट में भारी गिरावट आई बैंकिंग शेयरों से लेकर फार्मा सेक्टर तक गिरावट की चपेट में आ गया लेकिन पिछले कुछ दिनों से शेयर मार्केट में एक अच्छी महंगाई देखने को ट्रेडिंग कैसे बेचें? मिली है फार्मा सेक्टर हो या बैंकिंग सेक्टर सभी सेक्टरों की कंपनियों और बैंकों के शेयरों में रिकवरी हुई हैंनेशनल स्टॉक एक्सचेंज और मुंबई स्टॉक एक्सचेंज में भारी कारोबार हुआ SENSEX 52100 और निफ्टी 15700 के आसपास अपना स्कोर बना चुकी है
शेयर बाजार में एक ही शेयर पर 2 व्यक्तियों की सोच अलग-अलग होती है जिस शेयर को आप महंगा होने के लिए खरीद रहे हैं उसी शेयर को दूसरा व्यक्ति या सोचकर बेच रहा है कि आगे जाकर यह शेयर सस्ता हो जाएगा व्यक्तियों की अलग सोच की वजह से ही शेयर मार्केट में ट्रेडिंग शेयरों की खरीदारी बिकवाली चलती रहती हैं आपकी कमाई इस पर निर्भर करती है कि आपका लिया गया फैसला कितना सही हैशेयर बाजार में क्या है कमोडिटी ट्रेडिंग, जानिए कैसे करते हैं खरीद-बेच, कितना फायदेमंद
जिस तरह से हम अपनी रोजमर्रा की जरुरतों के लिए कोई वस्तु यानी कमोडिटी (commodity) जैसे अनाज, मसाले, सोना खरीदते हैं वैस . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : May 06, 2021, 09:25 IST
मुंबई. जिस तरह से हम अपनी रोजमर्रा की जरुरतों के लिए कोई वस्तु यानी कमोडिटी (commodity) जैसे अनाज, मसाले, सोना खरीदते हैं वैसे ही शेयर बााजार (share market) में भी इन कमोडिटी की खरीद बेच होती है. शेयर बााजार के कमोडिटी सेक्शन में इनकी ही खरीद बेच को कमोडिटी ट्रेडिंग (commodity trading) कहते हैं. यह ट्रेडिंग कैसे बेचें? कंपनियों के शेयरों यानी इक्विटी मार्केट की ट्रेडिंग से थोड़ी अलग होती है. कमोडिटी की ट्रेडिंग ज्यादातर फ्यूचर मार्केट में होती है. भारत में 40 साल बाद 2003 में कमोडिटी ट्रेडिंग पर लगा प्रतिबंध हटा लिया गया था.
सामान्य तौर पर, कमोडिटी को चार प्रकारों में वर्गीकृत किया जाता है.
कीमती धातु - सोना, चांदी और प्लेटिनम
बेस मेटल - कॉपर, जिंक, निकल, लेड, टीन और एन्युमिनियम
एनर्जी - क्रूड ऑयल, नेचुरल गैस, एटीएफ, गैसोलाइन
मसाले - काली मिर्च, धनिया, इलायची, जीरा, हल्दी और लाल मिर्च.
अन्य - सोया बीज, मेंथा ऑयल, गेहूं, चना
कमोडिटी ट्रेडिंग में क्या अलग है
- कमोडिटी ट्रेडिंग और शेयर बाज़ार ट्रेडिंग करने में बुनियादी फर्क है. शेयर बाजार में आप शेयरों को एक बार खरीद कर कई साल बाद भी बेच सकते हैं लेकिन कमोडिटी मार्केट में दो-तीन नियर मंथ में ही कारोबार होता है. इसलिए सौदे खरीदते या बेचने में एक निश्चित ट्रेडिंग कैसे बेचें? अवधि का पालन करना जरूरी होता है. यह इक्विटी फ्यूचर ट्रेडिंग (equity future trading) की तरह होता है.फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट क्या है -
दो पार्टियों के बीच यह खरीदने बेचने का ऐसा सौदा होता है जो आज के दाम पर फ्यूचर की डेट में एक्सचेंज होता है. कमोडिटी राष्ट्रीय स्तर ऑनलाइन मॉनिटरिंग और सर्विलांस मैकेनिज्म के साथ ट्रेड होता है. एमसीएक्स और एनसीडीएक्स में कमोडिटी फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट एक महीने, दो महीने और तीन महीने के लिए एक्सापाइरी सायकल के आधार पर खरीदे जाते हैं.
पोर्टफोलियो में विविधता के लिए कमोडिटी में निवेश फायदेमंद -
विशेषज्ञों के मुताबिक पोर्टफोलियों में विविधता के लिए निवेशक को इक्विटी के साथ साथ कमोडिटी में भी निवेश करना चाहिए. इससे कीमतों में उतार-चढ़ाव का फायदा लिया जा सकता है. हालांकि, रिटेल और छोटे निवेशकों को कमोडिटी में निवेश में विशेष सावधान होना चाहिए. बाजार की अस्थिरता और कम जानकारी पूरा पैसा डूबा ट्रेडिंग कैसे बेचें? सकती है. निवेशकों को इसमें डिमांड सायकल और कौन से कारक कमोडिटी बाजार को प्रभावित करते हैं यह जानना जरूरी होता है.कमोडिटी ट्रेडिंग से फायदा -
भारत में 25 लाख करोड़ रुपए सालाना का कमोडिटी मार्केट तेजी से बढ़ रहा है. यह मुख्यत लिवरेज मार्केट होता है. मतलब छोटे और मध्यम निवेशक भी छोटी सी राशि से मार्जिन मनी के जरिये कमोडिटी ट्रेडिंग कर सकते हैं.हेजिंग -
किसानों, मैन्युफैक्चरर और वास्तविक उपयोगकर्ताओं के लिए कमोडिटी के दाम में उतार चढ़ाव का रिस्क कम हो जाता है.पोर्टफोलियों में विविधता -
कमोडिटी एक नए एसेट क्लास के रुप में विकसित हो रही है. यह पोर्टपोलियों में प्रभावी विविधता लाती है.ट्रेडिंग अपॉरच्यूनिटी -
कमोडिटी का डेली टर्नओवर लगभग 22,000 - 25,000 करोड़ रुपए है, जो एक बेहतर ट्रेडिंग अपॉर्च्यूनिटी उपलब्ध कराती है.हाई लिवरेज -
इसमें बहुत कम पैसे में आप मार्जिन मनी के सहारे बड़े सौदे कर सकते हैं.समझने में आसानी-
कमोडिटी के बेसिक नेचर और सिंपल इकोनॉमिक फंडामेंटल की वजह से इसे समझना भी आसान होता हैइंडियन कमोडिटी एक्सचेंज का क्या है रोल -
इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज वह संस्था है जो कमोडिटी फ्यूचर में ट्रेडिंग के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराती है. जैसे स्टॉक मार्केट इक्विटी में ट्रेडिंग के लिए स्पेस उपलब्ध कराता है. वर्तमान में फ्यूचर ट्रेडिंग के लिए 95 कमोडिटी उपलब्ध है जो रेगुलेटर फॉर्वर्ड मार्केट कमिशन ( एफएमसी) द्वारा जारी गाइडलाइन और फ्रेमवर्क के अंदर हैं. भारत में 3 नेशनल और 22 क्षेत्रिय एक्सचेंज अभी काम कर रहे हैं.
एमसीएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) क्या है -
एमसीएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) द्वारा सुगम कमोडिटी मार्केट में कमोडिटी का कारोबार अक्सर एमसीएक्स ट्रेडिंग के रूप में जाना जाता है. जिस प्रकार बीएसई और एनएसई स्टॉक में कारोबार के लिए मंच प्रदान करते हैं, वैसे ही एमसीएक्स कमोडिटी में कारोबार के लिए एक मंच प्रदान करता है. इसमें कारोबार मेजर ट्रेडिंग मेटल और एनर्जी में होती है. इसमें रोजाना एक्सचेंज वैल्यूम 17,000-20,000 करोड़ है.
एनसीडीएक्स-
यह दिसंबर 2003 में अस्त्तिव मे आया. इसमें मुख्यत एग्री ट्रेडिंग होती है. रोजाना एक्सचेंज वैल्यूम लगभग 2000 - 3000 करोड़.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
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