चीन में राष्ट्रपति के रूप में एक और कार्यकाल मिलने के बाद शी जिनपिंग पर देश की टूटती अर्थव्यवस्था को शेयर बाजार के नुकसान पटरी पर लाने का बड़ा दबाव होगा। कई चीनी बैंक अपने निवेशकों को पैसा वापस करने की स्थिति में नहीं हैं, तो चीन की अर्थव्यवस्था की रीढ़ रहा रियल स्टेट कारोबार बेहद कमजोर हालत में पहुंच गया है। अनुमान है कि इस परिस्थिति से निपटने के लिए चीन एक बार फिर मूल उद्योगों को ज्यादा राहत देकर निर्माण क्षेत्र में मजबूत होने की कोशिश कर सकता है। इससे भी भारत पर असर पड़ सकता है।

Share Market

शेयर बाजार में पैसा लगाते वक्त ध्यान रखें ये बातें, मुनाफा होने का चांस हो जाएगा डबल

शेयर बाजार में पैसा लगाते वक्त ध्यान रखें ये बातें, मुनाफा होने का चांस हो जाएगा डबल

शेयर बाजार में निवेश करते वक्त कंपनी का चुनाव और पैसे लगाने का समय बहुत अहम होता है. इसके अलावा भी कई चीजें होती हैं, जिनसे तय होता है कि आपको फायदा होगा या नुकसान.

कोरोना काल के दौरान बहुत सारे लोगों ने अपने डीमैट अकाउंट खुलवाए और शेयर बाजार (Investing in Share Market) में पैसे लगाए. कुछ ने फायदा भी कमाया और कुछ को तगड़ा नुकसान भी हुआ. शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव के दौरान किसे फायदा होगा और किसे नुकसान, यह बहुत हद तक आपके चुनाव और आपके फैसलों पर निर्भर करता है. अगर आप शेयर बाजार से तगड़ी कमाई करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको कुछ बातों को ध्यान में रखना होगा.

1- शेयरों का चुनाव सबसे अहम

शेयर बाजार में निवेश करने में सबसे अहम होता है शेयरों का चुनाव. आपको जिस भी कंपनी का शेयर खरीदना है सबसे पहले उसके बारे में पूरी एनालिसिस शेयर बाजार के नुकसान करें. देखें कि कंपनी का बिजनस क्या है और कैसा चल रहा है. चेक करें कि कंपनी को फायदा हो रहा है या नुकसान. ये भी देखें कि कंपनी भविष्य को लेकर क्या प्लान बना रही है. इतना ही नहीं, कंपनी के मैनेजमेंट के बारे में भी जरूर स्टडी करें, क्योंकि अगर मैनेजमेंट में ही गड़बड़ होगी तो तगड़ा मुनाफा देने वाली कंपनी भी भारी नुकसान का सबब बन सकती है.

वैसे तो शेयर बाजार में निवेश करने का सही समय क्या है, ये कोई नहीं बता सकता, लेकिन आपको इसका अनुमान लगाना होगा. इसके लिए आपको खबरों को अच्छे से पढ़ना होगा, ताकि इस बात का अंदाजा लगाया जा सके कि शेयर बाजार में तेजी कब से शुरू हो सकती है या ये पता चल सके कि कब तक शेयर बाजार के नुकसान बाजार गिरेगा. कोरोना काल में जब बाजार गिरने लगा तो बहुत सारे लोगों ने पैसे निकालने शुरू कर दिए. वहीं जो लोग बाजार और खबरों को अच्छे से ट्रैक कर रहे थे, उन्होंने निचले स्तरों पर पैसा लगाया और चंद महीनों में ही दोगुना-तिगुना मुनाफा कमाया. उस सही समय को अगर आप पहचान लेते हैं तो आपको भी तगड़ा मुनाफा हो सकता है.

3- निवेश पर करें फोकस, ट्रेडिंग पर नहीं

शेयर बाजार में पैसा लगाने का मतलब अधिकतर लोग ये समझते हैं कि हर रोज सुबह से शाम तक शेयर बाजार ही देखते रहें. उन्हें लगता है कि जैसै ही दाम बढ़ेंगे, शेयर बेचकर मुनाफा कमा लेंगे. कई लोग एक ही दिन में शेयर खरीद कर बेच देते हैं, जिसे इंट्रा डे ट्रेडिंग कहा जाता है. वहीं कुछ लोग कुछ दिनों, हफ्तों या महीनों में मुनाफा काट लेते हैं, जिसे स्विंग ट्रेडिंग कहते हैं. वहीं सबसे तगड़ा मुनाफा मिलता है निवेश से, जो लंबे वक्त के लिए किया जाता है. राकेश झुनझुनवाला से लेकर वॉरेन बफे तक सभी निवेश की सलाह देते हैं. कभी-कभी ट्रेडिंग बुरी बात नहीं, लेकिन अधिकतर समय निवेश के बारे में सोचना चाहिए.

शेयर बाजार में वह लोग अक्सर मुंह की खाते हैं, जो अपना सारा पैसा एक ही शेयर में झोंक देते हैं. शेयर बाजार में पैसा लगाते वक्त सारा पैसा एक ही शेयर में नहीं लगाना चाहिए, बल्कि एक पोर्टफोलियो बनाना चाहिए. अगर आप एक ही शेयर में पैसे लगाएंगे और उसमें नुकसान होता है तो आपके सारे पैसे डूब सकते हैं. वहीं अगर आपने एक पोर्टफोलियो बनाया होगा और आप कई शेयरों में थोड़ा-थोड़ा पैसा लगाते हैं तो एक के नुकसान की भरपाई दूसरे शेयर से हो जाएगी.

बिखरे RIL, TCS जैसी बड़ी कंपनियों के शेयर, सेंसेक्स 770 अंक डाउन

बाजार पर ग्लोबल प्रेशर

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 01 सितंबर 2022,
  • (अपडेटेड 01 सितंबर 2022, 4:03 PM IST)

Stock Market Today: ग्लोबल मार्केट में जारी गिरावट के कारण घरेलू बाजार पर अभी भी प्रेशर बना हुआ है. एक दिन के अवकाश के बाद गुरुवार को जब बाजार खुला तो शुरुआत में ही बड़ी गिरावट देखने को मिली. दोनों प्रमुख सूचकांकों बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) और एनएसई निफ्टी (NSE Nifty) ने आज कारोबार की खराब शुरुआत की. सेंसेक्स की ज्यादातर कंपनियां शेयर बाजार के नुकसान शुरुआती कारोबार में ही गिरावट की गिरफ्त में आ गई. बाजार को पूरे दिन उबरने का मौका नहीं मिला. रिलायंस इंडस्ट्रीज और टीसीएस जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट से दोनों सूचकांक घाटे में ही बंद हुए.

सम्बंधित ख़बरें

'अनोखा हेलमेट' प्रदूषण से 80% तक बचाएगा, इतनी है कीमत
TCS, Infosys, Wipro के शेयर लुढ़के, इस बात से बिखर गया बाजार
आज आखिरी मौका. सरकार से खरीदें 99.9% प्योर गोल्ड, भाव बाजार से कम
NTPC, Titan से संभला बाजार, मामूली तेजी में Sensex-Nifty
एक से बढ़कर एक रॉकेट बनाती है कंपनी, एक साल से शेयर भी बना रॉकेट!

सम्बंधित ख़बरें

सबसे ज्यादा गिरे बड़ी कंपनियों के शेयर

कारोबार समाप्त होने के बाद सेंसेक्स 770.48 अंक (1.29 फीसदी) गिरकर 58,766.59 अंक पर बंद हुआ. निफ्टी 216.50 अंक (1.22 फीसदी) के नुकसान के साथ 17,542.80 अंक पर रहा. आज के कारोबार में बाजार की सबसे बड़ी कंपनियों में ज्यादा गिरावट देखने को मिली. सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर आज सबसे ज्यादा 2.99 फीसदी टूटा. इसी तरह दूसरी सबसे बड़ी कंपनी टीसीएस के शेयरों में 2.49 फीसदी की गिरावट देखने को मिली. सन फार्मा, टेक महिंद्रा में भी 2-2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई.

अभी तक ऐसा रहा यह सप्ताह

इससे पहले बुधवार को बाजार में कोई कारोबार नहीं हुआ था. गणेश चतुर्थी के कारण बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी पर ट्रेड बंद था. इससे पहले मंगलवार को बाजार में शानदार रैली देखने को मिली थी. मंगलवार को कारोबार समाप्त होने के बाद सेंसेक्स 1564.45 अंक (2.70 फीसदी) चढ़कर 59,537.07 अंक पर बंद हुआ था. इसी तरह निफ्टी 446.40 अंक (2.58 फीसदी) मजबूत होकर 17,759.30 अंक पर बंद हुआ था. सोमवार को घरेलू बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली थी. कारोबार समाप्त होने के बाद सेंसेक्स 861.शेयर बाजार के नुकसान 25 अंक (1.46 फीसदी) गिरकर 57,972.62 अंक पर और निफ्टी 246 अंक (1.40 फीसदी) लुढ़ककर 17,312.90 अंक पर बंद हुआ था. घरेलू बाजार पिछले सप्ताह से ही प्रेशर में है. पिछले सप्ताह के दौरान सेंसेक्स में 812 अंक से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली थी.

85 रुपये प्रति डॉलर तक पहुंच सकता है

भारतीय शेयर बाजार पर सबसे ज्यादा नकारात्मक असर गिरते रुपये के कारण पड़ रहा है। रुपया लगातार गिर रहा है और मंगलवार को यह 82.81 रुपये प्रति डॉलर तक पहुंच गया है। वर्तमान अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों में रुपये में गिरावट का यह दौर जारी रह सकता है। आर्थिक विशेषज्ञों की आशंका है कि दिसंबर के अंत तक यह 85 रुपये प्रति डॉलर तक पहुंच सकता है। निवेशकों को आशंका है कि यदि ऐसा होता है तो उनके निवेश की बाजार कीमत घट सकती है।

लिहाजा नुकसान से बचने के लिए निवेशक भारतीय बाजारों से पैसा निकालकर डॉलर में निवेश करने को प्राथमिकता दे सकते हैं। इससे भारतीय शेयर बाजार से विदेशी निवेशकों के बाहर जाने का खतरा बढ़ सकता है और घरेलू निवेशकों को एक और झटका लग सकता है।

विस्तार

अंतरराष्ट्रीय शेयर बाजार में कई कारणों से जारी दबाव का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी दिखाई पड़ रहा है। आज सेंसेक्स में गिरावट के कारण निवेशकों के लाखों करोड़ रुपये डूब गए। दिवाली के बाद हुए कारोबार में सेंसेक्स में 288 पॉइंट या लगभग 0.48 फीसदी की गिरावट आई। निफ्टी शेयर बाजार के नुकसान भी इससे अछूता नहीं रहा और इसमें 74 पॉइंट या 0.42 फीसदी की कमी दर्ज की गई। आर्थिक विश्लेषकों का अनुमान है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में जारी दबाव के कारण आने वाले दिनों में भी कमजोरी का यह दौर बना रह सकता है।

अमेरिका के दबाव के बावजूद ओपेक देशों ने तेल उत्पादन में कटौती करने का निर्णय लिया है, जिसका असर तेल-गैस कीमतों में बढ़ोतरी के रूप में दिखाई पड़ सकता है। इससे महंगाई से जूझ रहे अमेरिकी-यूरोपीय बाजारों को राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। इससे बाजार पर असर पड़ना भी तय है और एशियाई देशों से होने वाला आयात प्रभावित हो सकता है। कुछ भारतीय कंपनियों को इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है। ब्रिटिश पीएम के रूप में ऋषि सुनक के आने से भी निवेशकों को आशंका है कि ब्रिटिश अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए वे कड़े कदम उठाने के लिए मजबूर होंगे। इससे भी बाजार पर नकारात्मक असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।

बाजार में आई गिरावट में आम निवेशक को भारी पड़ेगी ये गलतियां, उठा लेंगे तगड़ा नुकसान

बाजार में आई गिरावट में आम निवेशक को भारी पड़ेगी ये गलतियां, उठा लेंगे तगड़ा नुकसान

विदेशी बाजारों से मिले नकारात्मक संकेतों की वजह से घरेलू शेयर बाजार में तेज गिरावट देखने को मिल रही है. शुक्रवार को ही बाजार में निवेशकों ने 6 लाख करोड़ रुपये गंवा दिये है. वहीं बाजार के जानकार आगे भी अनिश्चितता के बीच बाजार में दबाव बने रहने की बात कर रहे हैं. ऐसे में आम लोगों के बीच डर और लालच दोनों ही बढ़ने की आशंका बन गई है. बाजार के अधिकांश जानकार आम निवेशकों से हर स्थिति में सोचसमझ कर फैसला लेने की बात करते हैं. लेकिन डर या लालच हावी होने पर आम निवेशक अक्सर ऐसा फैसला ले लेतें हैं जिससे उनका नुकसान होना तय हो जाता है. जानिए अगर बाजार में गिरावट हावी हो रही हो तो आपको किन गलतियों से दूर रहने की जरूरत है.

घबराहट में बिकवाली करना

शेयर बाजार में गिरावट आने पर बिना सोचे समझे शेयर बेचने से बड़ी गलती कोई नहीं है. हालांकि ये भी सही नहीं है कि हाथ पर हाथ धरे बैठे रहें. अगर आपने सिर्फ स्टॉक के प्रदर्शन को देखकर जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में कहीं निवेश किया है तो तुरंत निवेश की समीक्षा करें और तेजी के साथ फैसला लें . हालांकि अगर आपने किसी कंपनी के प्रदर्शन के आधार पर सोच समझकर निवेश किया है तो शांत रहें, मजबूत कंपनियों में संभावना होती है कि वो रिकवरी के संकेत दिखते ही न केवल अपने नुकसान की भरपाई करती हैं वहीं इस गति के साथ वो और बढ़त भी दर्ज करती हैं. सलाह दी जाती है कि निवेश सोचसमझ कर करें फिर अपने इस फैसले पर भरोसा बनाए रखें..

छोटे निवेशकों की सबसे बड़ी समस्या ये है कि वो बाजार में गिरावट आते ही उसको लेकर नकारात्मक छवि गढ़ शेयर बाजार के नुकसान लेते हैं. ध्यान रखें की बाजार एक ऐसी जगह है जहां कई लोग तब भी कमा रहे होते हैं जब बाजार गिर रहा होता है…हालांकि इसके लिए बाजार की काफी अच्छी जानकारी होनी चाहिए. छोटे निवेशकों को चाहिए कि वो किसी भरोसे के मार्केट एक्सपर्ट के संपर्क में बने रहें. और गिरावट के बीच उनसे निवेशक के विकल्प के बारे में सलाह ले सकते हैं. सलाह है कि बाजार को लेकर सकारात्मक या नकारात्मक कोई राय न बनाएं. बेहतर है कि बाजार को समझने की कोशिश करें, जानकारों से बात करें उनसे सलाह लें और निवेश के विकल्प हमेशा खुले रखें

एसआईपी को बंद करना

बाजार में गिरावट के बीच ये एक और बड़ी गलती है जिसे छोटे निवेशक करते है. बाजार अगर गिरता है तो कई स्कीम के रिटर्न निगेटिव दिखने लगते हैं. ऐसे में कई लोग एसआईपी बंद करा देते हैं. हालांकि वो नहीं समझ पाते कि उन्होने दोगुना नुकसान उठाया शेयर बाजार के नुकसान है. पहला वो निवेश का चक्र तोड़ देते हैं वहीं निचले स्तरों पर पहुंचे स्टॉक्स की खरीद का फायदा गंवा देते हैं. साल 2008 में आए क्रैश के दौरान कई लोगों ने अपनी एसआईपी बंद कर दी थी. हालांकि जिन लोगो ने निवेश जारी रखा उन्हें बाजार में रिकवरी के साथ तगड़ा मुनाफा मिला. बाजार में एसआईपी के जरिए निवेश किसी भी छोटे निवेशक के लिए सबसे कारगर तरीका होता है हर महीने छोटी रकम के साथ निवेशक बाजार के एक्सपर्ट्स की रणनीतियों का फायदा उठाते हैं. हालांकि ऐसा नहीं है कि आप स्कीम पर नजर रखना ही छोड़ दें. आपको अपने निवेश की जानकारी होनी जरूरी है. ध्यान रखें कि एसआईपी समय से पहले बंद करने के नुकसान होते हैं इसलिए सोचसमझ कर ही इस पर निर्णय लिया जाना शेयर बाजार के नुकसान जरूरी है.

बाजार लगातार दूसरे दिन फिसला, सेंसेक्स 87 अंक नुकसान में, साप्ताहिक आधार पर लगभग स्थिर

शुरुआती कारोबार में 400 से अधिक अंक लुढ़कने के बाद तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स कुछ हद तक उबरते हुए 87.12 अंक या 0.14 प्रतिशत टूटकर 61,663.48 पर बंद हुआ।

इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 36.25 अंक या 0.20 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,307.65 पर बंद हुआ।

सेंसेक्स की कंपनियों में महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर में सबसे अधिक 2.46 प्रतिशत की गिरावट आई। मारुति, बजाज फाइनेंस, इंडसइंड बैंक, एनटीपीसी, भारती एयरटेल, आईटीसी और विप्रो के शेयर भी प्रमुख रूप से गिरावट में रहे।

दूसरी तरफ, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एशियन पेंट्स, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, भारतीय स्टेट बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए।

रेटिंग: 4.38
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 838