Bitcoin से Dogecoin तक भारी गिरावट, क्यों आए क्रिप्टोकरेंसी के बुरे दिन?

Bitcoin समेत दुनिया की सभी प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की कीमतों में भारी गिरावट आई है. 10 दिनों में क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप करीब 30 हजार करोड़ डॉलर यानी 22 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा गिरा है.

इस समय क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) मार्केट की हालत पस्त है. Bitcoin की कीमत में इस साल 55 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है. नवंबर 2021 में एक बिटकॉइन की कीमत 47 लाख रुपये से अधिक थी. जो एक तिहाई रह गईं है. मतलब अगर नवंबर 2021 में आपने एक लाख रुपये बिटकॉइन में लगाए बिटकॉइन क्यों गिरता रहेगा थे, तो अब आपका निवेश 30 हजार रुपए से भी कम हो गया है.

सभी क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट

अकेले बिटकॉइन ही नहीं, दुनिया की सभी प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में भारी गिरावट आई है. एलन मस्क (Elon Musk) की पसंदीदा क्रिप्टो करेंसी डॉजकॉइन (Dogecoin) इस साल 61 फीसदी से ज्यादा गिरी है. इथेरियम (Ethereum) की कीमतों में भी करीब 70 फीसदी की गिरावट है. इसले अलावा Cardano में भी 65 फीसदी गिरावट दर्ज की गई है.

10 दिन में डूब गए 22 लाख करोड़

NEWS 18 की खबर के मुताबिक बीते 10 दिनों में क्रिप्टो निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है. बीते 10 दिनों में क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप करीब 30 हजार करोड़ डॉलर यानी 22 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा गिरा है. 10 दिन के अंदर ही सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin और दूसरी बड़ी करेंसी इथेरियम 30 फीसदी से ज्यादा टूट चुकी हैं.

क्यों गिर रही है क्रिप्टोकरेंसी की कीमत?

क्रिप्टो करेंसी गिरने की बड़ी वजह दुनियाभर में इसे लेकर अचानक पैदा हुई निगेटिविटी है. क्रिप्टो का मार्केट बेहद संवेदनशील और अस्थिर है. इस साल न सिर्फ क्रिप्टो को लेकर निगेटिव खबरें सामने आई बल्कि दुनिया भर के शेयर मार्केट (Share Market) भी नीचे जाते दिखाई दिए. अमेरिका का एस ऐंड पी इंडेक्स करीब 20 फीसदी से ज्यादा गिरा. भारत के शेयर बाजार में भी गिरावट का दौर जारी है.

इसकी एक और बड़ी वजह ब्याज दरों का बढ़ना है. अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक ने भी ब्याज दरों में इजाफा किया है. निवेशक ऐसी जगहों से पैसा निकाल रहे हैं जहां से अच्छे रिटर्न की गारंटी नहीं है. चाहे वह शेयर बाजार हो या क्रिप्टो मार्केट.

दुनिया भर में सरकारें क्रिप्टो पर निगरानी रख ही हैं. जनवरी 2022 में रूस के सेंट्रल बैंक ने भी क्रिप्टो पर रक लगा दी थी. चीन पहले ही ऐसा कर चुका था. मिस्र, इराक, कदर जैसे कई देशों में यह बैन है. भारत में अभी स्थित साफ नहीं है लेकिन एक्सपर्ट बता रहे हैं कि सरकार के इरादे इसे लेकर अच्छे बिल्कुल नहीं है.

Bitcoin Price Crash: 20,000 डॉलर के नीचे फिसला Bitcoin, उच्चतम स्तर से 72 फीसदी हुआ क्रैश

Bitcoin Price Update: नवंबर 2021 में बिट्कॉइन ने 68,000 डॉलर के लेवल को छूआ था. इन स्तरों से 72 फीसदी भाव गिर चुका है. तो केवल 2022 में बिट्कॉइन में 59 फीसदी की गिरावट आई है.

By: ABP Live | Updated at : 18 Jun बिटकॉइन क्यों गिरता रहेगा 2022 02:53 PM (IST)

प्रतिकात्मक फोटो ( Image Source : Getty )

Bitcoin Price Crash: क्रिप्टोकरेंसी बाजार में भी गिरावट जारी है. बिट्कॉइन ( Bitcoin) में शनिवार 18 जून, 2022 को 6.53 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है. बिट्कॉइन 20,000 डॉलर के नीचे जा लुढ़का है. बिट्कॉइन (Bitcoin) दिसंबर 2020 के बाद बड़ी गिरावट के चलते अपने सबसे निचले स्तर 19,047 डॉलर पर आ गया है. अपने पिछले क्लोजिंग से 1334 डॉलर यानि 6.53 फीसदी गिरकर (Bitcoin) अपने 18 महीने के निचले लेवल पर आ चुका है. नवंबर 2021 में बिट्कॉइन ने 68,000 डॉलर के लेवल को छूआ था. इन स्तरों से 72 फीसदी भाव गिर चुका है. तो केवल 2022 में बिट्कॉइन में 59 फीसदी की गिरावट आई है.

क्यों गिरा बिट्कॉइन
दरअसल अमेरिका में महंगाई दर ( Inflation Rate) के आंकड़ों में तेज उछाल आया है. जिसके चलते अमेरिकी फेडरल रिजर्व ( US Federal Reserve) द्वारा ब्याज दरें महंगा किए जाने की संभावना जताई जा रही है. यही वजह है कि दुनियाभर के शेयर बाजारों से लेकर क्रिप्टकरेंसी ( Cryptocurrency) में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली रही है. कई जानकार क्रिप्टोकरेंसी के 14,000 डॉलर के लेवल तक गिरने की भविष्यवाणी कर रहे हैं. ऐसा हुआ तो क्रिप्टोकरेंसी नवंबर 2021 के अपने लेवल से 80 फीसदी नीचा आ चुका होगा. जानकारों के मुताबिक 2023 के बाद ही बिट्कॉइन के भाव के 40,000 डॉलर से ऊपर जाने की भविष्यवाणी की बिटकॉइन क्यों गिरता रहेगा जा रही है.

इथीरियम में भी गिरावट
बिट्कॉइन (Bitcoin) के बाद दूसरी सबसे बड़ी करेंसी एथेरेम (Ethereum) में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली है. एथेरेम (Ethereum) 1,000 डॉलर के नीचे जा फिसला है. और 999.86 डॉलर पर ट्रेड कर रहा है जो जनवरी 2021 के बाद सबसे निचला लेवल है. Ethereum में 2022 में 73 फीसदी की गिरावट आ चुकी है.

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Published at : 18 Jun 2022 02:53 PM (IST) Tags: Cryptocurrency Bitcoin Price Bitcoin Ethereum Bitcoin Crash crypto crash हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

Bitcoin Crash: शेयर बाजार के बाद Cryptocurrency में भी बड़ी गिरावट, ऑलटाइम हाई से 60 फीसदी नीचे गिरा Bitcoin

Bitcoin Crash: बिट्कॉइन ( Bitcoin) में सोमवार को 7 फीसदी की बड़ी गिरावट देखने को मिली बिटकॉइन क्यों गिरता रहेगा है. बिट्कॉइन ( Bitcoin)अपने 18 महीने के निचले लेवल 25,600 डॉलर के लेवल पर जा लुढ़का है.

By: ABP Live | Updated at : 13 Jun 2022 03:01 PM (IST)

Bitcoin Price Crash: दुनियाभर के शेयर बाजार ( Global Stock Market) में ही निवेशक इन दिनों बिकवाली नहीं कर रहे हैं. बल्कि क्रिप्टो मार्केट ( Crypto Market) में भी निवेशकों ( Investors) की बिकवाली के चलते इन दिनों लगातार गिरावट देखी जा रही है. बिट्कॉइन ( Bitcoin) में सोमवार को 7 फीसदी की बड़ी गिरावट देखने को मिली है. बिट्कॉइन (Bitcoin) अपने 18 महीने के निचले लेवल 25,600 डॉलर के लेवल पर जा लुढ़का है. नवंबर 2021 में बिट्कॉइन ने 68,000 डॉलर के लेवल को छूआ था. इन स्तरों से 60 फीसदी भाव गिर चुका है.

क्यों गिरा बिट्कॉइन
दरअसल अमेरिका में महंगाई दर ( Inflation Rate) के आंकड़ों में तेज उछाल आया है. जिसके चलते अमेरिकी फेडरल रिजर्व ( US Federal Reserve) द्वारा ब्याज दरें महंगा किए जाने की संभावना जताई जा रही है. यही वजह है कि दुनियाभर के शेयर बाजारों से लेकर क्रिप्टकरेंसी ( Cryptocurrency) में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली रही है. कई जानकार क्रिप्टोकरेंसी के 14,000 डॉलर के लेवल तक गिरने की भविष्यवाणी कर रहे हैं. ऐसा हुआ तो क्रिप्टोकरेंसी नवंबर 2021 के अपने लेवल से 80 फीसदी नीचा आ चुका होगा. जानकारों के मुताबिक 2023 के बाद ही बिट्कॉइन के भाव के 40,000 डॉलर से ऊपर जाने की भविष्यवाणी की जा रही है.

इथीरियम में भी गिरावट
बिट्कॉइन (Bitcoin) के बाद दूसरी सबसे बड़ी करेंसी इथीरियम (Ethereum) में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली है. इथीरियम (Ethereum) भी 18 महीने के निचले लेवल 1400 डॉलर के नीचे जा फिसला है.

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Published at : 13 Jun 2022 02:54 PM (IST) Tags: Cryptocurrency Bitcoin Price Bitcoin Bitcoin Crash crypto crash हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

Bitcoin से Dogecoin तक बिटकॉइन क्यों गिरता रहेगा भारी गिरावट, क्यों आए क्रिप्टोकरेंसी के बुरे दिन?

Bitcoin समेत दुनिया की सभी प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की कीमतों में भारी गिरावट आई है. 10 दिनों में क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप करीब 30 हजार करोड़ डॉलर यानी 22 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा गिरा है.

इस समय क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) मार्केट की हालत पस्त है. Bitcoin की कीमत में इस साल 55 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है. नवंबर 2021 में एक बिटकॉइन की कीमत 47 लाख रुपये से अधिक थी. जो एक तिहाई रह गईं है. मतलब अगर नवंबर 2021 में आपने एक लाख रुपये बिटकॉइन में लगाए थे, तो अब आपका निवेश 30 हजार रुपए से भी कम हो गया है.

सभी क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट

अकेले बिटकॉइन ही नहीं, दुनिया की सभी प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में भारी गिरावट आई है. एलन मस्क (Elon Musk) की पसंदीदा क्रिप्टो करेंसी डॉजकॉइन (Dogecoin) इस साल 61 फीसदी से ज्यादा गिरी है. इथेरियम (Ethereum) की कीमतों में भी करीब 70 फीसदी की गिरावट है. इसले अलावा Cardano में भी 65 फीसदी गिरावट दर्ज की गई है.

10 दिन में डूब गए 22 लाख करोड़

NEWS 18 की खबर के मुताबिक बीते 10 दिनों में क्रिप्टो निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है. बीते 10 दिनों में क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप करीब 30 हजार करोड़ डॉलर यानी 22 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा गिरा है. 10 दिन के अंदर ही सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin और दूसरी बड़ी करेंसी इथेरियम 30 फीसदी से ज्यादा टूट चुकी हैं.

क्यों गिर रही है क्रिप्टोकरेंसी की कीमत?

क्रिप्टो करेंसी गिरने की बड़ी वजह दुनियाभर में इसे लेकर अचानक पैदा हुई निगेटिविटी है. क्रिप्टो का मार्केट बेहद संवेदनशील और अस्थिर है. इस साल न सिर्फ क्रिप्टो को लेकर निगेटिव खबरें सामने आई बल्कि दुनिया भर के शेयर मार्केट (Share Market) भी नीचे जाते दिखाई दिए. अमेरिका का एस ऐंड पी इंडेक्स करीब 20 फीसदी से ज्यादा गिरा. भारत के शेयर बाजार में भी गिरावट का दौर जारी है.

इसकी एक और बड़ी वजह ब्याज दरों का बढ़ना है. अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक ने भी ब्याज दरों में इजाफा किया है. निवेशक ऐसी जगहों से पैसा निकाल रहे हैं जहां से अच्छे रिटर्न की गारंटी नहीं है. चाहे वह शेयर बाजार हो या क्रिप्टो मार्केट.

दुनिया भर में सरकारें क्रिप्टो पर निगरानी रख ही हैं. जनवरी 2022 में रूस के सेंट्रल बैंक ने भी क्रिप्टो पर रक लगा दी थी. चीन पहले ही ऐसा कर चुका था. मिस्र, इराक, कदर जैसे कई देशों में यह बैन है. भारत में अभी स्थित साफ नहीं है लेकिन एक्सपर्ट बता रहे हैं कि सरकार के इरादे इसे लेकर अच्छे बिल्कुल नहीं है.

क्यों डूब सकता है बिटकॉइन में लगा आपका पैसा, ये हैं वजहें

बिटकॉइन में निवेश जोखिम से भरा हुआ है. 1 सितंबर को एक बिटकॉइन की कीमत करीब 3.50 लाख रुपये थी जो अब घटकर करीब 2.70 लाख रुपये रह गई है.

क्यों डूब सकता है बिटकॉइन में लगा आपका पैसा, ये हैं वजहें

पेठे ने बताया कि जब मैंने कंपनी को कई बार फोन और दूसरे तरीके से संपर्क साधा तो अंत में तीन महीने बाद उनके अकाउंट में पैसा आया. पेठे का कहना है कि अब मुझे इस बात का डर लगने लगा है कि इस क्रिप्टोकरेंसी की स्कीम में मेरा किया हुआ निवेश डूबेगा तो नहीं. इसे देखकर पेठे जल्द से जल्द अपना पैसा निकालना चाहते हैं. और भविष्य में वह इस तरह के निवेश से बचना चाहते हैं.

Bitcoins

Bitcoin is a cryptocurrency, or a digital currency, that uses rules of cryptography for regulation and generation of units of currency.

क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के मुताबिक भारत में रोजाना करीब 2500 नए ग्राहक इसमें पैसा लगा रहे हैं. पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्रेसीडेंट गोपाल जीवराजका के मुताबिक बिटकॉइन क्यों गिरता रहेगा बिटकॉइन में निवेश जोखिम से भरा हुआ है और इसमें कोई फिजिकल एसेट नहीं हैं. इसके बावजूद बिटकॉइन में निवेश करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है जोकि काफी चिंता का विषय है.

itsblockchain.com के संस्थापक और बिटकॉइन एक्सपर्ट हितेश मालवीय का कहना है कि दूसरे किसी भी निवेश के साधन में इतने कम समय में इतना तगड़ा रिटर्न नहीं मिला है. इसलिए ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाने के लिए बड़ी संख्या में निवेशक इसमें बिटकॉइन क्यों गिरता रहेगा पैसा लगा रहे हैं. हालांकि अब लग रहा है कि भारतीय निवेशकों का इस क्रिप्टोकरेंसी से पैसा कमाने का समय खत्म हो चुका है. इस साल जनवरी से सितंबर के बीच ही बिटकॉइन की कीमतें 5 गुना उछली हैं.

अब बिटकॉइन में भारी गिरावट का दौर देखने को मिल रहा है. 1 बिटकॉइन क्यों गिरता रहेगा सितंबर को एक बिटकॉइन की कीमत करीब 3.5 लाख रुपये पर पहुंच गई थी. 14 सितंबर को भाव गिरकर 2.4 लाख रुपये पर आ बिटकॉइन क्यों गिरता रहेगा गया. यानी महज दो हफ्ते में 31 फीसदी की भारी गिरावट. चीन में ऑनलाइन टोकन (इनीशियल कॉइन ऑफरिंग) पर रोक के बिटकॉइन की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली है.

एक साल में 750% चढ़ी बिटकॉइन की कीमतें
पिछले एक साल में बिटकॉइन की कीमतें 750 फीसदी चढ़ी है लेकिन पिछले कुछ हफ्तों में इसका दाम 30 फीसदी लुढ़का है. 20 सितंबर 2016 को एक बिटकॉइन का भाव 41,455 रुपये था. एक सितंबर को करीब 3.54 लाख रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद 26 सितंबर को भाव 2.68 लाख पर आ गया. बिटकॉइन में आई यह गिरावट क्या निवेश का सुनहरा मौका है? हालांकि एक्सपर्ट अब बिटकाइन में निवेश से दूर रहने की सलाह दे रहे हैं. ये हैं 7 वजहें क्यों बिटकॉइन या दूसरी वर्चुअल करेंसी में निवेश नहीं करना चाहिए.

bitcoin

Investments in the digital currency have been rewarding for investors.

1- भारी उतार-चढ़ाव
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना बहुत जोखिम भरा है क्योंकि इस वर्चुअल करेंसी में उतार-चढ़ाव बहुत ज्यादा है. रेगुलेशन न होने से इसमें बहुत ज्यादा उठापटक देखने को मिलती है.

2- न ये कमोडिटी है न ही करेंसी
पुराने जमाने में सोने-चांदी जैसी धातुओं के सिक्के चलते थे. इसके बाद सरकार द्वारा या आरबीआई की ओर से चलाए गए सिक्के आए. इन्हें फिएट करेंसी बोला जाता था. जबकि बिटकॉइन अब तक न करेंसी की कैटेगरी में न ही कमोडिटी है.

3-अगर आप वर्चुअल करेंसी के बारे में नहीं जानते तो इससे दूर रहें
दुनियाभर के कई बड़े बैंकों और जानकारों ने इस क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से दूर रहने की सलाह दी है. उनकी नजर में बिटकॉइन का बुलबुला कभी भी फूट सकता है. दुनिया के बड़े बैंकों में से एक जेपी मॉर्गेन के सीईओ जैमी डिमॉन का तो यहां तक कहना है कि यह छुईमई के पौधे से भी ज्यादा संवेदनशील है.

4- अब तक कोई रेगुलेटर नहीं
बिटकॉइन या दूसरी क्रिप्टोकरेंसी को नियंत्रण करने के लिए अब तक कोई रेगुलेटर नहीं हैं. न इस पर सरकार का नियंत्रण है और न ही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया . इसके अलावा इस पर सेबी (भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड) का भी कोई कंट्रोल नहीं है.

5- कानून की नजर से कितनी सही है क्रिप्टोकरेंसी
भारत में जो लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं उनके लिए सबसे बड़ी रुकावट है कि इसको लेकर कोई स्पष्ट कानून नहीं हैं. रिजर्व बैंक ने इसे न कानूनी घोषित किया है न ही गैरकानूनी. आरबीआई ने 2013 में एक प्रेस रिलीज के जरिये कहा था कि जो लोग क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड कर रहे हैं वो अपने रिस्क पर इसमें निवेश करें. इसी साल फरवरी 2017 में बैंक ने फिर रिलीज जारी कर कहा कि आरबीआई ने किसी बिटकॉइन क्यों गिरता रहेगा बैंक या संस्था को बिटकॉइन में कारोबार के लिए लाइसेंस जारी नहीं किया है.

bitcoin

A federal government panel is examining options such as banning, regulating or limited intervention for virtual currencies in India.

6- पोंजी स्कीम का रैकेट
क्रिप्टोकरेंसी में सिर्फ ऑपरेशनल खतरे ही नहीं बल्कि इसमें दूसरे जोखिम भी हैं. ठगी के लिए पोंजी स्कीम लॉन्च की जा रही हैं. ये निवेशकों से गारंटीड रिटर्न का वादा कर रहे हैं. आईएफआईएम में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन बैकिंग बिटकॉइन क्यों गिरता रहेगा के प्रोफेसर एवं चेयरमैन राजेन्द्र के सिन्हा का कहना है कि कुछ कंपनियां कम समय में दोगुना रिटर्न के वादा कर रही हैं . निवेशकों को इनसे बचना चाहिए क्योंकि क्रिप्टोकरेंसी के भाव में बहुत उतार-चढ़ाव रहता है.

7- गैर कानूनी धंधों में इस्तेमाल
सरकार के नियंत्रण से बाहर होने से आतंकवादी, माफिया और हैकर्स बिटकॉइन का इस्तेमाल गैर कानूनी धंधों में कर रहे हैं. इसमें लेनदेन में पहचान छुपी रहती है. इसलिए सरकार की पकड़ में ऐसे लोग नहीं आ पाते हैं. हैकर भी फिरौती के लिए बिटकॉइन को माध्यम बना रहे हैं. हाल ही रैनसममवेयर के हैकर ने बिटकॉइन में फिरौती मांगी थी.

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