साइनस सिरदर्द दर्द और दबाव का कारण बन सकता है जो सिर को विशेष रूप से भारी महसूस करा सकता है. लोगों को इस सिरदर्द का अनुभव तब होता है जब चेहरे के सामने से साइनस के मार्ग सूज जाते हैं. बैक्टीरिया और वायरस साइनस मार्ग के अंदर फंस सकते हैं.

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कंधे में दर्द - Shoulder Pain in Hindi

कंधे के हिलने-ढुलने व घूमने की सीमा रोटेटर कफ (कंधों को घुमानेवाली पेशी) द्वारा निर्धारित की जाती है। रोटेटर कफ चार टेंडन्स से मिलकर बना होता है। टेंडन वे रेशेदार ऊतक होते हैं, जो हड्डियों को मांसपेशियों से जोड़ते हैं। अगर रोटेटर कफ के आस-पास के टेंडन्स क्षतिग्रस्त या उनमें सूजन आई हुई है, तो बाजुओं को सिर को ऊपर की तरफ उठाने में दर्द या कठिनाई अनुभव हो सकती है।

कंधे किसी भी प्रकार के शारीरिक श्रम से क्षति ग्रस्त हो सकते हैं, जैसे खेल-कूद, काफी देर तक या बार-बार एक ही मूवमेंट करना। कुछ ऐसे रोग भी हैं, जिनसे कंधों में दर्द होने लगता है। इनमें गर्दन की सरवाइकल हड्डियां, साथ ही लिवर, हृदय या पित्ताश्य संबंधी रोग शामिल हैं।

उम्र बढ़ने के साथ-साथ कंधों में दर्द होने की संभावना भी बढ़ जाती है। विशेष रूप से 60 साल से ज़्यादा उम्र में यह समस्या आम हो जाती है, क्योंकि उम्र के साथ-साथ कंधे के आस-पास के ऊतक नष्ट या खराब होने लगते हैं।

सिर के इस तरफ होता है दर्द तो हो सकता है अधकपारी रोग, जानें क्यों होता है आधे स‍िर में दर्द, लक्षण कारण और इलाज

सिर के इस तरफ होता है दर्द तो हो सकता है अधकपारी रोग, जानें क्यों होता है आधे स‍िर में दर्द, लक्षण कारण और इलाज

एक अध्ययन में पाया गया कि भारत में 15 करोड़ लोग माइग्रेन से पीड़ित हैं.सिर और कंधों के बनने का क्या कारण है

माइग्रेन में आधे सिर में असहनीय दर्द होता है इस कारण इसे अधकपारी भी कहते है. हालांकि कई बार इसके कारण पूरे सिर में भी दर्द होने लगता है. यह दर्द दो घंटे से 72 घंटे तक रह सकता है. एक अध्ययन में पाया गया कि भारत में सिर और कंधों के बनने का क्या कारण है 15 करोड़ लोग माइग्रेन से पीड़ित हैं. पुरुषों की अपेक्षा भारतीय महिलाएं इस बीमारी से ज्यादा परेशान हैं. ट्राइगेमिनल नर्व में न्यूरोकेमिकल बदलाव और ब्रेन कैमिकल्स, खासतौर से सेरोटोनिन में असंतुलन की वजह से माइग्रेन उत्पन्न होता है. सेरोटोनिन का लेवल कम हो जाने पर न्यूरोपेप्टाइड का स्राव ब्रेन के बाहरी हिस्से में पहुंच कर माइग्रेन उत्पन्न करता है.

माइग्रेन के कुछ प्रमुख कारण

  • अनुवांशिक तौर पर ये बीमारी पीढ़ी दर पीढ़ी लोगों को अपनी चपेट में ले सकती है. परिवार में किसी को माइग्रेन हो तो माइग्रेन होने की आशंका बढ़ जाती है.
  • सिर और कंधों के बनने का क्या कारण है
  • हार्मोनल चेंजेस माइग्रेन की वजह हो सकते हैं. मासिक धर्म या गर्भावस्था के कारण महिलाओं में कई तरह के हार्मोनल चेंजेस देखे जाते हैं. कई बार इन बदलाव के कारण माइग्रेन का दर्द शुरू हो सकता है. इस तरह की हार्मोनल चेंजेस के कारण ही पुरुषों की तुलना में महिलाएं को ये रोग ज्यादा अपनी चपेट में लेता है.
  • तेज आवाज या बढ़ती घटती रोशनी के कारण सिर में माइग्रेन का दर्द शुरू हो सकता है.
  • एलोपैथी की कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट से भी ये दर्द शुरू हो सकता है. महिलाएं यदि बहुत ज्यादा बर्थ कंट्रोल पिल्स लेती हैं तो ये भी माइग्रेन पैदा कर सकते हैं.
  • सोने और जागने के समय में लगातार बदलाव दर्द का कारण बन सकते हैं.
  • बहुत ज्यादा थकान से माइग्रेन शुरू हो सकता है.
  • ज्यादा टेंशन लेने और बेचैनी के माहौल में अधिक समय तक रहना पड़े, तो माइग्रेन का दर्द हो सकता है.सिर और कंधों के बनने का क्या कारण है सिर और कंधों के बनने का क्या कारण है
  • सही समय पर भोजन न करने या कम पानी पीने से भी माइग्रेन का दर्द हो सकता है.
  • विटामिन की कमी भी कई बार माइग्रेन का कारण बनती है.

माइग्रेन के लिए घरेलू उपाय

- सिर में पिपरमिंट के तेल की मालिश करने से दर्द से राहत मिलती है.
- अदरक का छोटा टुकड़ा खा लें. इससे मिचली की परेशानी से राहत मिलती है.
- दर्द होने पर सिर को पलंग से थोड़ा नीचे लटकाएं और जिस हिस्से में दर्द हो रहा है उस तरफ की नाक में सरसों के तेल या गाय के घी की तीन-चार बूंदें डाल दें, आराम महसूस होगा.
- नियमित रूप से नाक और मुंह से भाप लें.
- गर्दन, सिर और कंधों की मालिश कराएं तो आराम मिलेगा.

प्राणायाम करें

माइग्रेन के रोगियों के लिए प्राणायाम बड़े काम के साबित हो सकते हैं, साथ ही योग करना लाभकारी है. शवासन, सेतुबंधासन, हस्तपादासन, , मर्जरासन, पद्मासन, शिशु आसन पश्चिमोत्तानासन, शशांकासन, हलासन और मत्स्यासन माइग्रेन में राहत पहुंचाते हैं. प्राणायामों में अनुलोम-विलोम के साथ कपालभाति और भ्रामरी करें.

Why My Head Feels Like Heavy: क्यों अक्सर भारी लगने लगता है सिर, आसान भाषा में जानिए क्या है इसका कारण

Why My Head Feels Like Heavy: क्यों अक्सर भारी लगने लगता है सिर, आसान भाषा में जानिए क्या है इसका कारण

Causes Of Heavy Head: सिर भारी अक्सर तनाव की वजह से भी हो सकता है.

खास बातें

  • आपने भी महसूस किया होगा कि आपका सिर भारी सा हो गया है.
  • ऐसा तनाव में रहने से या सर्दी-खांसी होने पर भी हो सकता है.
  • यहां कुछ कारण बताए गए हैं जिनसे अक्सर सिर भारी महसूस होता है.

Why Does My Head Feel Too Heavy: आपने भी महसूस किया होगा कि आपका सिर भारी सा हो गया है. ये सुबह उठने के बाद या तनाव में रहने से या सर्दी-खांसी होने पर भी हो सकता है. कभी-कभी, यह गर्दन और स्पाइन मैकेनिज्म के कारण होता है. अन्य समय में यह अंतर्निहित मेडिकल कंडिशन के कारण हो सकता है. आमतौर पर अगर सिर भारी लगता है, तो घबराने की जरूरत नहीं है यहां कुछ कारण बताए गए हैं जिनसे अक्सर सिर भारी महसूस होता है.

सिर को भारी महसूस कराने वाले कारण | Why Does The Head Feel Heavy

1. बैलेंस डिसऑर्डर

चक्कर आना संतुलन को प्रभावित करता है, सिर को भारी महसूस कर सकते हैं. ये लक्षण संतुलन विकार के भी हो सकते हैं. कई अलग-अलग प्रकार के संतुलन विकार मौजूद हैं. इसमे शामिल है:

  • मेनियार्स का रोग
  • पोजिशनल वर्टिगो
  • वेस्टिबुलर न्यूरोनाइटिस

2. मायस्थेनिया ग्रेविस

मायस्थेनिया ग्रेविस (एमजी) एक ऐसी स्थिति है जिसके कारण मांसपेशियां सामान्य से कमजोर हो जाती हैं. लक्षण शुरू में गर्दन की मांसपेशियों में कमजोरी और थकान का कारण बन सकते हैं. ऐसे में सरल कार्य भी मुश्किल लगते हैं, जैसे कि चबाना, बात करना या सिर को पकड़ना. इन लक्षणों को बल्ब की कमजोरी के लक्षणों के रूप में जाना जाता है.

3. खराब पोश्चर

सर्जिकल टेक्नोलॉजी इंटरनेशनल के अनुसार, अगर गर्दन और सिर को लगभग 15 डिग्री आगे झुकाएं, तो सिर ऐसा महसूस कर सकता है कि उसका वजन 27 पाउंड है. 60 डिग्री के कोण पर, जो जमीन पर नीचे देखने के बराबर है, सिर ऐसा महसूस कर सकता है जैसे उसका वजन 60 पाउंड है.

cervical spondylosis: जानिए गर्दन और सिर में होने वाले दर्द का आसान और कारगर इलाज

cervical spondylosis: जानिए गर्दन और सिर में होने वाले दर्द का आसान और कारगर इलाज

सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस गर्दन में स्थित रीढ़ की हड्डियों में लम्बे समय तक कड़ापन होने, गर्दन तथा कंधों में दर्द तथा जकड़न के साथ सिर में दर्द होने की स्थिति को कहते हैं। यह दर्द धीरे-धीरे कंधे से आगे बाहों तथा हाथों तक बढ़ जाता है। गर्दन दर्द को ही सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस कहा जाता है। मगर, इस दर्द को दूर करने के सिर और कंधों के बनने का क्या कारण है सिर और कंधों के बनने का क्या कारण है लिए दवाओं पर निर्भर रहना उचित नहीं है इसके लिए योग का अभ्यास बेहतर विकल्प हो सकता है।

उपयोगी कड़ियाँ

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