यूरिक एसिड बढ़ने से पैरों की उंगलियों में बेहद दर्द की शिकायत होती है।photo-freepik

Closing bell: कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन बाजार में बिकवाली, सेंसेक्स 389 अंक टूटा, निफ्टी 18500 के नीचे हुआ बंद

आज बैंक निफ्टी रिकॉर्ड ऊंचाई छूने के बाद फिसल गया। IT शेयरों उत्तम–प्रवाह संकेतक कैसे काम करता है में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली। रियल्टी, मेटल शेयरों में बिकवाली का दबाव रहा। इस हफ्ते निफ्टी IT इंडेक्स में 6 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। इस हफ्ते निफ्टी रियल्टी इंडेक्स में 3 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है

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Stock market today live Updates

03:40PM

कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन बाजार में बिकवाली देखने को मिली है। आज बैंक निफ्टी रिकॉर्ड ऊंचाई छूने के बाद फिसल गया। IT शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली। रियल्टी, मेटल शेयरों में बिकवाली का दबाव रहा। इस हफ्ते निफ्टी IT इंडेक्स में 6 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। इस हफ्ते निफ्टी रियल्टी इंडेक्स में 3 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। हालांकि आज FMCG और फार्मा शेयरों में हल्की तेजी रही। मिडकैप पर भी दबाव रहा। सेंसेक्स 389 अंक गिरकर 62182 पर बंद हुआ है। वहीं, निफ्टी 113 अंक गिरकर 18497 पर बंद हुआ है। जबकि निफ्टी बैंक 37 अंक चढ़कर 43633 पर बंद हुआ है। वहीं, मिडकैप 129 आंक गिरकर 32375 पर बंद हुआ है।

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03:25PM

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के रेपो रेट 0.35 फीसदी बढ़ाने के बाद अब ज्यादातर बैंकों ने MCLR बढ़ाना शुरू कर दिया है। MCLR बढ़ने का मलतब है कि आपके होम, कार, पर्सनल लोन की EMI बढ़ उत्तम–प्रवाह संकेतक कैसे काम करता है जाएगी। साथ ही लोन लेना पहले से महंगा हो जाएगा। कल ही HDFC बैंक ने MCLR बढ़ाया था। अब MCLR बढ़ाने वाले बैंकों की गिनती में एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank), बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India) और इंडियन ओवरसीज बैंक (Indian Overseas Bank) शामिल हो गया है। यानी ग्राहकों पर अब लोन की EMI का बोझ बढ़ने वाला है। इसका सीधा असर आपके घर के बजट पर होने वाला है

03:15PM

Sunflame Enterprises के अधिग्रहण को V-GUARD के बोर्ड की मंजूरी मिल गई है। V-GUARD 660 करोड़ रुपए में Sunflame Enterprises के 100 फीसदी हिस्से का अधिग्रहण करेगी।

02:55PM

SOM DISTILLERIES के बोर्ड ने राइट्स इश्यू के जरिए 49 करोड़ रुपए जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।

02:35PM

क्रेडिट सुइस सिक्योरिटीज इंडिया (Credit Suisse Securities India) की तरफ से वैल्यूएशन में और करेक्शन की चेतावनी जारी करने के बाद आज आईटी कंपनियों के शेयर बिकवाली के दबाव में आ गए हैं। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि भारत की बड़ी आईटी कंपनियों का वर्तमान वैल्यूएशन अमेरिका और यूरोप के बड़े बाजारों की बिगड़ती आर्थिक स्थिति को देखते हुए अभी भी काफी महंगा नजर आ रहा है। ऐसे में आगे आईटी कंपनियों में और गिरावट देखने को मिल सकती है। दुनिया भर के तमाम जानकारों का कहना है कि साल 2023 की दूसरी छमाही में अमेरिका की इकोनॉमी मंदी में जाती नजर आ सकती है

02:15PM

HCL TECH की मैनेजमेंट कमेंट्री में कहा गया है कि उसके टेलीकॉम और सर्विस वर्टिकल में दबाव है। क्लाइंट कम खर्च कर रहे हैं। Q2 में जो उम्मीद थी उससे काफी कम खर्चा हुआ है। दिसंबर में FURLOUGH बढ़ने का भी असर हैं। गाइडेंस के लोअर बैंड की तरफ रेवेन्यू की आशंका उत्तम–प्रवाह संकेतक कैसे काम करता है है। कंपनी सर्विसेज सेक्टर में 16 फीसदी का CC रेवेन्यू गाइडेंस दिया है। कुल CC रेवेन्यू गाइडेंस 13.5 फीसदी है।

02:00PM

सरकार से फर्टिलाइजर सेक्टर को 1.09 लाख करोड़ अतिरिक्त रकम मिलेगी। सरकार P&K सब्सिडी के तौर पर 23,122.23 करोड़ रुपए देगी। वहीं,यूरिया सब्सिडी के लिए अतिरिक्त 86166.72 करोड़ रुपए मिलेंगे।

01:45 PM

Alembic Pharma की पेनेलेव इकाई को US FDA से क्लीन चिट मिल गई है। तकनीकी भाषा में कहें तो US FDA से पेनेलेव इकाई को EIR मिला है। पेनेलेव इकाई में कैंसर इलाज की दवा बनती है। इस इकाई की जांच 4 से 14 अक्टूबर के बीच हुई थी।

01:25 PM

सरकार ने टेलीग्राफ एक्ट में बदलाव किया है। इस बदलाव के बाद R&D के लिए यूनिवर्सल सर्विस फंड का इस्तेमाल हो सकेगा। यूनिवर्सल सर्विस फंड का 5 फीसदी हिस्सा R&D के लिए इस्तेमाल हो सकेगा।

01:20 PM

L&T की सब्सिडियरी LTIFZE ने 10 लाख डॉलर में OPRO.AI INC का अधिग्रहण किया है।

01:10 PM

नवंबर में हाइब्रिड फंड आउटफ्लो अक्टूबर के 2819.3 करोड़ रुपए से बढ़कर 6477.3 करोड़ रुपए पर रहा है। वहीं, नवंबर में उत्तम–प्रवाह संकेतक कैसे काम करता है लिक्विड फंड इनफ्लो 19084.6 करोड़ रुपए से बढ़कर 34,276.4 करोड़ रुपए पर आ गया है। नवंबर में Net Equity इनफ्लो 9253 करोड़ रुपए से घटकर 2224 करोड़ रुपए पर आ गया है। नवंबर में ETF इनफ्लो 4844.76 करोड़ से घटकर 1,967.3 करोड़ रुपए पर आ गया है। नवंबर में Credit Risk आउटफ्लो 407.85 करोड़ रुपए से घटकर 204.1 करोड़ रुपए पर आ गया है। नवंबर Total Debt Scheme इनफ्लो 3,668.6 करोड़ रुपए रहा है। नवंबर में Corp Bond Fund इनफ्लो 3,466.4 करोड़ रुपए और कुल Assets Under Management (AUM)39.5 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर 40.37 लाख करोड़ रुपए पर आ गया है।

12:50 PM

बाजार दिन के निचले स्तर के करीब के करीब नजर आ रहा है। IT शेयरों पर भारी दबाव है। वहीं, FMCG शेयर चमके हैं। फिलहाल सेंसेक्स 407.06 अंक यानी 0.65 फीसदी टूटकर 62,163.62 के आसपास दिख रहा है। वहीं, निफ्टी 126 अंक यानी 0.68 फीसदी की गिरावट के साथ 18485 के आसपास दिख रहा है।

12:40 PM

KPI GREEN ENERGY ने 38.76 MWP सोलर पावर प्रोजेक्ट शुरू किया है। उधर SNAPDEAL बाजार की स्थिति के मद्देनजर IPO के लिए दायर DRHP अर्जी वापस ले सकता है।

12:20 PM

वित्त मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक सरकार IDBI के लिए बोली की समय सीमा बढ़ा सकती है।

12:00 PM

बाजार को ऑलटाइम हाई पर पहुंचाने में लार्ज कैप स्टॉक्स ने काफी बड़ी भूमिका निभाई है। अब बाजार को आगे ले जाने की जिम्मेदारी स्माल और मिड कैप शेयरों पर आ गई है। छोटे मझोले शेयर आगे की तेजी के लिए तैयार नजर आ रहे हैं। मिड और स्माल कैप इंडेक्स जल्द ही बेंचमार्क इंडेक्स को आउटपरफॉर्म करते नजर आ सकते हैं। इनसे निवेशकों को काफी अच्छा रिटर्न मिलेगा। ये Refolio Investments के संतोष जोसेफ ने मनीकंट्रोल के साथ हुई बातचीत में कही हैं

जलवायु परिवर्तन का कृषि पर प्रभाव

किसी क्षेत्र विशेष की परंपरागत जलवायु में समय के साथ होने वाले बदलाव को जलवायु परिवर्तन कहा जाता है। जलवायु में आने वाले परिवर्तन के प्रभाव को एक सीमित क्षेत्र में अनुभव किया जा सकता है और पूरी दुनिया में भी। वर्तमान में जलवायु परिवर्तन की स्थिति गंभीर दिशा में पहुँच रही है और पूरे विश्व में इसका असर देखने को मिल रहा है। संयुक्त राष्ट्र की जलवायु रिपोर्ट में बताया गया है कि जलवायु परिवर्तन का पर्यावरण के सभी पहलुओं के साथ-साथ वैश्विक आबादी के स्वास्थ्य और कल्याण पर व्यापक प्रभाव पड़ रहा है। विश्व मौसम विज्ञान संगठन की अगुवाई में तैयार रिपोर्ट में जलवायु परिवर्तन के भौतिक संकेतों – जैसे भूमि और समुद्र के तापमान में वृद्धि, समुद्र के जल स्तर में वृद्धि और बर्फ के पिघलने के अलावा सामाजिक-आर्थिक विकास, मानव स्वास्थ्य, प्रवास और विस्थापन, खाद्य सुरक्षा और भूमि तथा समुद्र के पारिस्थितिक तंत्र पर प्रभाव का दस्तावेजीकरण किया गया है। जीवाश्म ईंधन के दहन से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन होता है जो पृथ्वी के चारों ओर लिपटे एक आवरण की तरह काम करता है। यह सूर्य की ऊष्मा को जब्त करता है और तापमान बढ़ाता है। जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ता तापमान हिम गलन में तेजी ला रहा है, जिससे समुद्र का जल स्तर बढ़ रहा है और बाढ़ एवं कटाव की घटनाओं में वृद्धि हो रही है

जलवायु परिवर्तन का कृषि पर प्रभाव

जलवायु परिवर्तन प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से एक पारिस्थितिकी तंत्र को भी प्रभावित करता है। जलवायु में परिवर्तन भूजल पुनर्भरण, जल चक्र, मिट्टी की नमी, पशुधन और जलीय प्रजातियों को प्रभावित करेगा। जलवायु में परिवर्तन से कीटों और रोगों की घटनाओं में वृद्धि होती है, जिससे फसल उत्पादन में भारी नुकसान होता है

जलवायु परिवर्तन के कारण कृषि क्षेत्र और भी कई तरह से प्रभावित हो सकता है, जैसे कि:

Uric Acid बढ़ता है तो हो जाएं सावधान, आ सकती हैं ये बीमारियां; जानिए कैसे पाएं राहत

Uric Acid Control Tips: जब आप प्यूरीन युक्त कुछ खाद्य पदार्थ खाते हैं, तो शरीर में यूरिक एसिड का स्तर सामान्य से अधिक हो जाता है।

Uric Acid बढ़ता है तो हो जाएं सावधान, आ सकती हैं ये बीमारियां; जानिए कैसे पाएं राहत

यूरिक एसिड बढ़ने से पैरों की उंगलियों में बेहद दर्द की शिकायत होती है।photo-freepik

How to control Uric Acid natural: यूरिक एसिड हमारे शरीर में एक तरह का वेस्ट होता है जो पेशाब के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है। प्यूरीन युक्त खाद्य पदार्थ हमारे शरीर में यूरिक एसिड को बढ़ाते हैं। प्यूरीन एक प्रकार का रसायन है जो शरीर में बनता और टूटता है, अधिक प्यूरीन युक्त खाद्य पदार्थ खाने से शरीर के लिए यूरिक एसिड को तोड़ना कठिन हो जाता है और इससे कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। यूरिक एसिड का निर्माण अक्सर रक्त प्रवाह को प्रभावित करता है। जो हाइपरयुरिसीमिया का कारण बनता है।

हाइपरयुरिसीमिया से गठिया, जोड़ों में दर्द, गुर्दे की पथरी, पेशाब करने में कठिनाई जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। यह विषाक्त पदार्थों के रक्तप्रवाह में प्रवेश करने और शरीर में जमा होने की संभावना को भी बढ़ाता है। अध्ययनों से पता चलता है कि उच्च यूरिक एसिड से हड्डी, जोड़ या ट्यूमर, गठिया हो सकता है। यह टाइप-2 मधुमेह और हृदय रोग के खतरे को भी बढ़ा सकता है।

किन चीजों के खाने से यूरिक एसिड बढ़ता है?

प्यूरीन के अधिकता के कारण शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है। रेड मीट, एनिमल ऑर्गन मीट, मीठे खाद्य पदार्थ, हाई फ्रुक्टोज सामग्री, शराब के साथ बीयर, बीन्स, मटर, दाल, दलिया, फूलगोभी, मशरूम आदि का सेवन करना चाहिए। दूसरी ओर, पुरुषों में यूरिक एसिड का स्तर 4 से 6.5 mg/dl और महिलाओं में 3.5 से 6 mg/dl सामान्य माना जाता है। इससे अधिक बढ़ने पर शरीर में दिक्कतें शुरू हो जाएंगी।

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हाई यूरिक एसिड के लक्षण क्या हैं?

आर्थ्राल्जिया, मांसपेशियों के आसपास लगातार दर्द, जोड़ों के आसपास रेडड्रामिन ब्लड शुगर को कम करने में परेशानी है। मूत्र पथ के संक्रमण (यूटीआई) आदि हाई यूरिक एसिड के संकेत हैं।

हाई यूरिक एसिड शरीर के लिए हानिकारक क्यों है?

यूरिक एसिड का बढ़ना बहुत दर्दनाक हो सकता है। कई बार इस स्थिति में गुर्दे यानि की किडनी भी फेल हो सकती है और किडनी में पथरी बन सकते हैं। यदि इसका सही समय पर इलाज न किया जाए तो हाई यूरिक एसिड का स्तर अंततः हड्डियों, जोड़ों की क्षति, गुर्दे की बीमारी और हृदय रोग का कारण बन सकता है।

हाई यूरिक एसिड कंट्रोल करने के असरदार नुस्खे

ज्यादा वजन शरीर में सूजन के स्तर को बढ़ाता है और यूरिक एसिड के उत्पादन को भी प्रभावित करता है। अध्ययनों के अनुसार, वसा कोशिकाएं शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ा सकती हैं। एक भारी शरीर किडनी के लिए अपना काम करना और मूत्र को छानना मुश्किल बना देता है।

इसके अलावा डाइट में शामिल प्यूरीन युक्त खाद्य पदार्थ को पहचानें और उनसे दूरी बनाएं। कुछ प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ और आहार भी जोखिम बढ़ा सकते हैं। चीनी का सेवन कम करें, अधिक कार्ब्स खाएं, और अंतर देखने के लिए अपने आहार में अधिक फाइबर शामिल करें। साथ ही विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करने का एक आसान तरीका हाइड्रेशन के स्तर को बनाए रखना है। पूरे दिन तरल पदार्थ और हाइड्रेटिंग तरल पदार्थ पीने से किडनी को तेजी से फ़िल्टर करने में मदद मिलती है और यूरिक एसिड के निर्माण को कम करता है और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल देता है।

तनाव से हमेशा रहते हैं परेशान, तो रोजाना सुनिए Piano का संगीत

एक अध्ययन के मुताबिक पियानो जैसा म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट सीखने से वास्तव में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं से निपटा जा सकता है. पियानो का संगीत हमें रिलेक्स फील कराने में मदद करती हैं

TV9 Bharatvarsh | Edited By: प्रदीप तिवारी

Updated on: Dec 09, 2022 | 12:30 PM IST

लोग अक्सर अपने खुद को शांत करने के लिए संगीत का सहारा लेते हैं. किसी तो फास्ट और लाउड गाने पसंद होते हैं, तो किसी को रोमांटिक गाने सुनना पसंद होता है. हम सभी जानते हैं की संगीत हमारे मेंटल हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद होता है. एक अध्ययन के मुताबिक पियानो जैसा म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट सीखने से वास्तव में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं से निपटा जा सकता है.

लोग अक्सर अपने खुद को शांत करने के लिए संगीत का सहारा लेते हैं. किसी तो फास्ट और लाउड गाने पसंद होते हैं, तो किसी को रोमांटिक गाने सुनना पसंद होता है. हम सभी जानते हैं की संगीत हमारे मेंटल हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद होता है. एक अध्ययन के मुताबिक पियानो जैसा म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट सीखने से वास्तव में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं से निपटा जा सकता है.

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, डोपामाइन जैसे मस्तिष्क संकेतों पर संगीत का लाभकारी प्रभाव पड़ता है. यह आनंद की भावनाओं और ऑक्सीटोसिन से जुड़ा होता है, जिसे लव हार्मोन भी कहा जाता है.

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, डोपामाइन जैसे मस्तिष्क संकेतों पर संगीत का लाभकारी प्रभाव पड़ता है. यह आनंद की भावनाओं और ऑक्सीटोसिन से जुड़ा होता है, जिसे लव हार्मोन भी कहा जाता है.

कहा जाता है कि शास्त्रीय संगीत सुनने से मन को कॉन्सन्ट्रेट करने में मदद मिलती है. यहां तक की 60 बीट प्रति मिनट की गति वाला संगीत आपके मस्तिष्क की क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है.

कहा जाता है कि शास्त्रीय संगीत सुनने से मन को कॉन्सन्ट्रेट करने में मदद मिलती उत्तम–प्रवाह संकेतक कैसे काम करता है है. यहां तक की 60 बीट प्रति मिनट की गति वाला संगीत आपके मस्तिष्क की क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है.

बता दें कि 60 बीट प्रति मिनट की गति वाला संगीत आपके दिमाग की क्षमता बढ़ाने में मदद करता है. गीत आपके विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने का एक अच्छा तरीका है.

बता दें कि 60 बीट प्रति मिनट की गति वाला संगीत आपके दिमाग की क्षमता बढ़ाने में मदद करता है. गीत आपके विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने का एक अच्छा तरीका है.

पियानो, संगीत, स्ट्रिंग इंस्ट्रूमेंट से निकलने वाली शांतिपूर्ण आवाजें अक्सर हमें रिलेक्स फील कराने में मदद करती हैं. शांत संगीत का हम पर भावनात्मक प्रभाव पड़ता है, जो हमारे मन को शांत करने में मदद करता है.

पियानो, संगीत, स्ट्रिंग इंस्ट्रूमेंट से निकलने वाली शांतिपूर्ण आवाजें अक्सर हमें रिलेक्स फील कराने में मदद करती हैं. शांत संगीत का हम पर भावनात्मक प्रभाव पड़ता है, जो हमारे मन को शांत करने में मदद करता है.

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