आरबीआई ने अवैध विदेशी मुद्रा व्यापार ऐप

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आरबीआई ने एचडीएफसी बैंक और केनरा बैंक को रूस के साथ व्यापार के लिए विशेष वोस्ट्रो रुपया खाता खोलने की अनुमति दी

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआईI) ने भारत के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंक एचडीएफसी बैंक और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक केनरा बैंक को रूस के साथ रुपये में व्यापार के लिए एक विशेष "वोस्ट्रो खाता" खोलने की अनुमति दी है।

वोस्ट्रो एक प्रकार का बैंक खाता होता है जहां एक बैंक स्थानीय मुद्रा में अन्य बैंकों की ओर से एक खाता रखता है। आम तौर पर यहां अन्य बैंक विदेशी बैंक होते हैं।

जुलाई 2022 में आरबीआई ने निर्यात को बढ़ावा देने और आयात को सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से रुपये में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार निपटान के लिए एक तंत्र की शुरुआत की थी।

यह रूस के साथ व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए किया गया था जो यूक्रेन पर आक्रमण के लिए पश्चिमी देशों से प्रतिबंध का सामना कर रहा था।

रूसी ऊर्जा प्रमुख गज़प्रोम ने यूको बैंक के साथ एक खाता खोला है जबकि वीटीबी बैंक और सबरबैंक ने भारत में स्थित शाखा कार्यालयों में खाते खोले हैं।

एचडीएफसी बैंक आरबीआई ने अवैध विदेशी मुद्रा व्यापार ऐप भारत का सबसे बड़ा निजी क्षेत्र का बैंक है जिसका मुख्यालय मुंबई में है।

केनरा बैंक एक सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है जिसका मुख्यालय बेंगलुरु में है।

देश का विदेशी मु्द्रा भंडार 4.854 अरब डॉलर घटकर 532.664 अरब डॉलर पर पहुंचा

नई दिल्ली। आर्थिक र्मोचे (economic front) पर झटका लगने वाली खबर है। देश के विदेशी मुद्रा भंडार (country’s foreign exchange reserves) में लगातार 9वें हफ्ते भी गिरावट (9th straight week decline) आई है। विदेशी मुद्रा भंडार 30 सितंबर को समाप्त हफ्ते में 4.854 अरब डॉलर ($ 4.854 billion down) घटकर 532.664 अरब डॉलर ($ 532.664 billion) रह गया है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी।

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आरबीआई के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार में यह कमी विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति (एफसीए) में आई गिरावट की वजह से आई है। आंकड़ों के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार 30 सितंबर को समाप्त हफ्ते में 4.854 अरब डॉलर घटकर 532.664 अरब डॉलर रह गया है। इससे पहले 23 सितंबर को समाप्त हफ्ते में यह 8.134 अरब डॉलर घटकर 537.518 अरब डॉलर रह गया था।

रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक 30 सितंबर को समाप्त हफ्ते में एफसीए 4.406 अरब डॉलर घटकर 472.807 अरब डॉलर रह गया। इस दौरान स्वर्ण भंडार का मूल्य 28.1 करोड़ डॉलर घटकर 37.605 अरब डॉलर रह गया है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (आरबीआई ने अवैध विदेशी मुद्रा व्यापार ऐप एसडीआर) 4.826 अरब अमेरिकी डॉलर पर अपरिवर्तित रहा है।

उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक देश का विदेशी मुद्रा भंडार घटकर जुलाई, 2020 के न्यूनतम स्तर पर आ गया है, जो 27 महीने का न्यूनतम स्तर है। वित्त वर्ष 2022-23 की शुरुआत के समय विदेशी मुद्रा भंडार 607 अरब डॉलर पर था। हालांकि, आरबीआई ने अवैध विदेशी मुद्रा व्यापार ऐप अक्टूबर 2021 में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। इस लिहाज से इसमें 110 बिलियन डॉलर से ज्यादा की गिरावट आई है। (एजेंसी, हि.स.)

ED ने फेमा के तहत ऑक्टाएफएक्स ट्रेडिंग के 21.14 करोड़ रुपये के बैंक बैलेंस को फ्रीज किया !

ED ने फेमा के तहत ऑक्टाएफएक्स ट्रेडिंग के 21.14 करोड़ रुपये के बैंक बैलेंस को फ्रीज किया !

दिल्ली न्यूज डेस्क . प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को कहा कि, उसने फेमा के तहत ऑक्टाएफएक्स ट्रेडिंग ऐप और वेबसाइट ऑक्टाएफएक्स.कॉम के माध्यम से अवैध ऑनलाइन विदेशी मुद्रा व्यापार के मामले में ऑक्टाएफएक्स और संबंधित संस्थाओं के 21.14 करोड़ रुपये के बैंक बैलेंस को फ्रीज कर दिया है। इससे पहले, ईडी ने ऑक्टाएफएक्स ट्रेडिंग ऐप और वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.ऑक्टाएफएक्स.कॉम के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय दलालों के जरिए अवैध ऑनलाइन विदेशी मुद्रा व्यापार के मामले में फेमा के प्रावधानों के तहत ऑक्टाएफएक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के अलग-अलग परिसरों में तलाशी ली थी। फेमा की जांच से पता चला कि ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप और वेबसाइट भारत स्थित इकाई ऑक्टाएफएक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से भारत में काम कर रही हैं।

अधिकारी ने कहा कि इस विदेशी मुद्रा व्यापार मंच को सोशल नेटवकिर्ंग साइटों पर व्यापक रूप से प्रचारित किया जाता है और उपयोगकर्ताओं को अपने प्लेटफॉर्म पर आकर्षित करने के लिए रेफरल-आधारित प्रोत्साहन मॉडल का इस्तेमाल किया जाता था। ईडी ने दावा किया, यह देखा गया है कि मुख्य रूप से यूपीआई, स्थानीय बैंक ट्रांसफर आरबीआई ने अवैध विदेशी मुद्रा व्यापार ऐप के माध्यम से उपयोगकर्ताओं से धन एकत्र किया जाता है और डमी संस्थाओं के माध्यम से प्रसारित किया जाता है। इन निधियों को विभिन्न डमी संस्थाओं के बैंक खातों में जमा किया जाता है और लेयरिंग के उद्देश्य से घरेलू स्तर पर अन्य बैंकों में स्थानांतरित किया जाता है और बाद में सीमा पार लेनदेन किया गया है।

ईडी ने कहा कि उसे अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन विदेशी मुद्रा व्यापार दलालों और उनके भारतीय भागीदारों/एजेंटों के बीच सांठगांठ के बारे में पता चला है। ऐप (ऑक्टाएफएक्स) और इसकी वेबसाइट को आरबीआई द्वारा फॉरेक्स ट्रेडिंग में डील करने के लिए अधिकृत नहीं किया गया है। विदेशी मुद्रा व्यापार का संचालन (मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज पर नहीं किया जा रहा है) अवैध है, और फेमा नियमों का भी उल्लंघन करता है। जांच के दौरान यह सामने आया है कि विभिन्न भारतीय बैंकों के कई खातों को निवेशकों, उपयोगकर्ताओं को ऑक्टाएफएक्स ट्रेडिंग ऐप/डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.ऑक्टाएफएक्स.कॉम पर विदेशी मुद्रा व्यापार की सुविधा की आड़ में धन एकत्र करने के लिए दिखाया जा रहा था। निवेशकों को धोखा देने के बाद इन्हें एक साथ कई ई-वॉलेट खातों जैसे कि नेटेलर, स्क्रिल या आरबीआई ने अवैध विदेशी मुद्रा व्यापार ऐप डमी संस्थाओं के बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया गया। अधिकारी ने कहा, हमें पता चला है कि इस ट्रेडिंग ऐप पर धोखाधड़ी की गई राशि का एक बड़ा हिस्सा जानमाई लैब्स प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से क्रिप्टो मुद्राओं को खरीदने के लिए इस्तेमाल किया गया था।

OctaFX ट्रेडिंग के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, ईडी ने फ्रीज किया 21.14 करोड़ रुपए का बैंक बैलेंस

नई दिल्ली (उत्तम हिन्दू न्यूज): प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को कहा कि, उसने फेमा के तहत ऑक्टाएफएक्स ट्रेडिंग ऐप और वेबसाइट ऑक्टाएफएक्स.कॉम के माध्यम से अवैध ऑनलाइन विदेशी मुद्रा व्यापार के मामले में ऑक्टाएफएक्स और संबंधित संस्थाओं के 21.14 करोड़ रुपये के बैंक बैलेंस को फ्रीज कर दिया है। इससे पहले, ईडी ने ऑक्टाएफएक्स ट्रेडिंग ऐप और वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.ऑक्टाएफएक्स.कॉम के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय दलालों के जरिए अवैध ऑनलाइन विदेशी मुद्रा व्यापार के मामले में फेमा के प्रावधानों के तहत ऑक्टाएफएक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के अलग-अलग परिसरों में तलाशी ली थी। फेमा की जांच से पता चला कि ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप और वेबसाइट भारत स्थित इकाई ऑक्टाएफएक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से भारत में काम कर रही आरबीआई ने अवैध विदेशी मुद्रा व्यापार ऐप हैं।

अधिकारी ने कहा कि इस विदेशी मुद्रा व्यापार मंच को सोशल नेटवकिर्ंग साइटों पर व्यापक रूप से प्रचारित किया जाता है और उपयोगकर्ताओं को अपने प्लेटफॉर्म पर आकर्षित करने के लिए रेफरल-आधारित प्रोत्साहन मॉडल का इस्तेमाल किया जाता था। ईडी ने दावा किया, यह देखा गया है कि मुख्य रूप से यूपीआई, स्थानीय बैंक ट्रांसफर के माध्यम से उपयोगकर्ताओं से धन एकत्र किया जाता है और डमी संस्थाओं के माध्यम से प्रसारित किया जाता है। इन निधियों को विभिन्न डमी संस्थाओं के बैंक खातों में जमा किया जाता है और लेयरिंग के उद्देश्य से घरेलू स्तर पर अन्य बैंकों में स्थानांतरित किया जाता है और बाद में सीमा पार लेनदेन किया गया है।

ईडी ने कहा कि उसे अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन विदेशी मुद्रा व्यापार दलालों और उनके भारतीय भागीदारों/एजेंटों के बीच सांठगांठ के बारे में पता चला है। ऐप (ऑक्टाएफएक्स) और इसकी वेबसाइट आरबीआई ने अवैध विदेशी मुद्रा व्यापार ऐप को आरबीआई द्वारा फॉरेक्स ट्रेडिंग में डील करने के लिए अधिकृत नहीं किया गया है। विदेशी मुद्रा व्यापार का संचालन (मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज पर नहीं किया जा रहा है) अवैध है, और फेमा नियमों का भी उल्लंघन करता है।

जांच के दौरान यह सामने आया है कि विभिन्न भारतीय बैंकों के कई खातों को निवेशकों, उपयोगकर्ताओं को ऑक्टाएफएक्स ट्रेडिंग ऐप/डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.ऑक्टाएफएक्स.कॉम पर विदेशी मुद्रा व्यापार की सुविधा की आड़ में धन एकत्र करने के लिए दिखाया जा रहा था। निवेशकों को धोखा देने के बाद इन्हें एक साथ कई ई-वॉलेट खातों जैसे कि नेटेलर, स्क्रिल या डमी संस्थाओं के बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया गया।

अधिकारी ने कहा, हमें पता चला है कि इस ट्रेडिंग ऐप पर धोखाधड़ी की गई राशि का एक बड़ा हिस्सा जानमाई लैब्स प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से क्रिप्टो मुद्राओं को खरीदने के लिए इस्तेमाल किया गया था।

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