हिन्दुस्तान से बातचीत में बताया कि झटका मशीन ट्रांजिस्टर, वोल्टेज डेबलपेर, इंडेक्टर, पांच वाट का सोलर पैनल, लीथियम आयन की पांच वाट की बैटरी व अन्य कुछ व्यापारियों के उपयोग के लिए 8 महत्वपूर्ण उपकरण उपकरण के माध्यम से तैयार की गई है। यह झटका मशीन करीब दो हेक्टेयर खेत को आवारा मवेशियों से बचा सकती है। मशीन की बैटरी उसमें लगे सोलर पैनल से चार्ज होती है। जो 24 घण्टे काम करती है। लोहे के पतले प्लेन तार से खेत के चारो ओर वैरिकेटिंग के बाद एक कोने पर एक लकड़ी के पोल में झटका मशीन फिक्स कर दी जाती है। मशीन को ऑन आफ करने के लिए स्विच भी लगाई गई है। सोलर झटका मशीन को बिजली की भी मदद से से भी चलाने का विकल्प है। मशीन से डीसी करंट प्रवाहित होता है जो तारों में दौड़ता रहता है।आवारा मवेशी जब खेत में घुसने का प्रयास करते हैं तो तार स्पर्श होने के बाद उन्हें हल्का सा झटका लगता जिसके बाद डर की वजह मवेशी वहां दुबारा नही जाते।

दावा: मां की कोख के बजाय फैक्टरी में पैदा होंगे बच्चे, इस सुविधा से बच्चों में मनचाही आदतें डलवा सकेंगे

नई दिल्ली। भविष्य में मां की कोख के बजाय इन्सानों के बच्चे फैक्टरी में पैदा होंगे। विज्ञान के क्षेत्र में यह नई खोज काफी चौंकाने वाली है। एक्टोलाइफ नामक कंपनी उन सभी महिला-पुरुषों की मदद का दावा कर रही है, जिनके किसी भी कारण से बच्चे पैदा नहीं हो पा रहे हैं। दुनिया की पहली कृत्रिम गर्भ सुविधा से फैक्टरी में हर साल 30 हजार बच्चे जन्म लेंगे।

एक्टोलाइफ के वैज्ञानिकों का यह भी दावा है कि माता-पिता चाहें तो बच्चे के जीन में बदलाव भी करा सकते हैं। बच्चे की ‘कोई भी खासियत’ जैसे बालों का रंग, आंखों का रंग, ऊंचाई, बुद्धि और त्वचा के रंग को आनुवंशिक रूप से 300 से अधिक जीनों के माध्यम से बदला जा सकता है। एक्टोलाइफ वैज्ञानिकों और इस पूरी प्रक्रिया की शुरुआत करने वाले हासिम अल गायली ने फेसबुक पर एक वीडियो जारी किया है, जिसमें दुनिया का पहला कृत्रिम भ्रूण केंद्र दिखाया गया है। इसमें बच्चे को विकसित होते हुए देखा जा सकता है।

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आर्टिफिशियल कोख में बच्चे पूरी तरह सुरक्षित रहेंगे
वैज्ञानिकों के मुताबिक, कृत्रिम कोख में बच्चे मां के गर्भ की तरह ही सुरक्षित रहेंगे। इस दौरान उनके खान-पान और उनसे जुड़ी बीमारियों का पूरा ध्यान रखा जाएगा। ग्रोथ पॉड में सेंसर भी होगा जो बच्चे के महत्वपूर्ण संकेतों जैसे दिल की धड़कन, रक्तचाप, सांस लेने की दर और ऑक्सीजन की निगरानी करेगा। हर पॉड (जिसमें भ्रूण पल रहा होगा) को एक स्क्रीन से जोड़ा गया है, जहां कोई भी मां-बाप अपने बच्चे व्यापारियों के उपयोग के लिए 8 महत्वपूर्ण उपकरण के विकास की प्रक्रिया को सीधे तौर पर देख सकते हैं।

यह है उद्देश्य
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह सुविधा फिलहाल वास्तव में मौजूद नहीं है लेकिन वीडियो में यह दावा किया गया है कि इसका उद्देश्य जनसंख्या में गिरावट से पीड़ित देशों की मदद करना है। 08:39 मिनट के एनीमेशन वीडियो में दावा किया गया है कि यह सुविधा पूरी तरह से अक्षय ऊर्जा से संचालित होगी। इसमें कहा गया है कि एक्टोलाइफ सुविधा के लिए प्रयोगशाला में बड़ी संख्या में पॉड्स या कृत्रिम गर्भ होंगे, जिसके अंदर बच्चों को पाला जाएगा। डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट के मुताबिक गर्भावस्था में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के चलते दुनिया भर में हर साल 3 लाख महिलाओं की मौत होती है।

व्यापारियों के उपयोग के लिए 8 महत्वपूर्ण उपकरण

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Reliance - Metro Deal: मेट्रो को 2850 करोड़ रुपये में खरीदेंगे मुकेश अंबानी?

Reliance - Metro Deal: मेट्रो को 2850 करोड़ रुपये में खरीदेंगे मुकेश अंबानी?

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Reliance Industries Limited) यानी RIL के रिटेल ब्रांच रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (Reliance Retail Ventures Limited) यानी (RRVL) ने जर्मन फर्म मेट्रो कैश एंड कैरी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (Metro India) का कुल 2850 करोड़ रुपये में अधिग्रहण कर लिया है. वहीं, इसका असर आज 22 दिसंबर 2022 को शेयर बाज़ार (Share Market) में भी देखने को मिला, जहां आज के कारोबार में रिलायंस के शेयर बढ़त के साथ 2605 रुपये के भाव पर पहुंच गए.

आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि भारत के रिटेल सेक्टर में अपना आधार मजबूत करने के लिए मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने के साथ यह अधिग्रहण पूरा किया है. ऐसा माना जा रहा है, कि इसके ज़रिए को अच्छा फायदा मिलेगा. इतना ही नहीं, कंपनी को बड़े शहरों में प्रमुख स्थानों पर मौजूद मेट्रो स्टोर्स का नेटवर्क भी मिलेगा, जिससे उसकी बाजार में पकड़ मजबूत होगी.

8 प्रतिशत चढ़ा शेयर

मौजूदा जानकारी के मुताबिक, रिलायंस के शेयर में इस साल अब तक करीब 8% तेजी आई है. इस दौरान, इसकी कीमत 2404 रुपये से 2600 रुपये पहुंच गई. इसके अलावा, 5 साल में इसने निवेशकों को करीब 185% रिटर्न दिया है.

Metro India क्‍या है?

आपको बता दें, कि मेट्रो इंडिया ने भारत में साल 2003 में अपना बिजनेस करना शुरू किया था. यह पहली कंपनी थी. जो देश में कैश एंड कैरी बिजनेस फॉर्मेट लेकर आई थी. फिलहाल इसके देश में 31 बड़े स्टोर हैं और देश के 21 शहरों में 3500 कर्मचारी काम कर रहे हैं. वहीं, इसमें से 10 लाख ग्राहक ऐसे हैं जो इसके डेली कस्‍टमर भी हैं. यह देश के किराना दुकानदारों और छोटे कारोबारियों के लिए वनस्टॉप विकल्प मुहैया कराती थी.

फिलहाल रिलायंस रिटेल की डायरेक्टर ईशा अंबानी (Isha Ambani) ने कहा है, कि “मेट्रो इंडिया भारतीय बी2बी बाजार में एक लीडिंग प्‍लेयर है. इसने एक मजबूत मल्टी-चैनल प्लेटफॉर्म बनाया है. भारतीय व्यापारी और किराना ईको सिस्टम की व्यापारियों के उपयोग के लिए 8 महत्वपूर्ण उपकरण हमारी समझ और मेट्रो इंडिया की नए स्टोर्स मिलकर छोटे व्यवसायों के लिए वरदान साबित होंगे.”

फ्रांस में टीम योगी के रोड शो को निवेशकों का मिला भरपूर समर्थन

विदेशी निवेशकों को उत्तर प्रदेश में व्यापार करने और व्यापार का विस्तार करने के लिए आमंत्रित करने कई देशों की यात्रा पर गई टीम योगी का पड़ाव सोमवार को फ्रांस में था। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और आईटी मंत्री योगेंद्र उपाध्याय के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधिमंडल ने फ्रांस की राजधानी पेरिस में फ्रांस के बड़े औद्योगिक घरानों व उनके प्रतिनिधियों से मुलाकात की और उन्हें उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया। फ्रांस की कंपनियों ने भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गए संदेश पर खुशी जताते हुए प्रदेश में निवेश के जरिए व्यापारिक संबंधों को मजबूती देने पर सहमित जताई। फ्रांस की कंपनियां उत्तर प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण, कृषि, डेयरी, नवीनीकरण ऊर्जा, रक्षा और जल यातायात के क्षेत्र में निवेश के लिए इच्छुक नजर आईं। उल्लेखनीय है कि सीएम योगी ने प्रदेश को आगामी 5 वर्ष व्यापारियों के उपयोग के लिए 8 महत्वपूर्ण उपकरण में वन ट्रिलियन अर्थव्यवस्था तक ले जाने का जो प्रण लिया है उसके तहत आगामी 10 से 12 फरवरी के बीच लखनऊ में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से 10 लाख करोड़ का निवेश लाने का लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों की 8 टीमों को 18 देशों के भ्रमण पर भेजा है। विदेशों में टीम योगी के रोड शो व ट्रेड शो को निवेशकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिला है और हजारों करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्रदेश सरकार का उत्साह बढ़ाने वाले रहे हैं।

सुलतानपुर: मवेशियों से फसल को बचाने को सोलर झटका मशीन

सुलतानपुर: मवेशियों से फसल को बचाने को सोलर झटका मशीन

आवारा मवेशियों से फसल बचाव को सोलर झटका मशीन

आवारा मवेशियों से किसान परेशान हैं। उन्हें फसलों को बचाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। ऐसे में इलाक़े के एक युवक ने काफी कम लागत में सोलर और बिजली से चलने वाली झटका मशीन तैयार किया है। आस पास के गांवों के किसान इस झटका मशीन से अपनी फसलों का बचाव कर रहे हैं। कम लागत में उन्हें झटका मशीन आसानी से उपलब्ध हो जा रही है।

जयसिंहपुर तहसील क्षेत्र के गोशैसिंहपुर ग्राम पंचायत के आनूपुर पुरवे के रहने वाले दयाशंकर मिश्र ग्रेजुएट हैं। वे घर पर रहकर खेती करते हैं। खेतों में आवारा मवेशियों के आतंक से परेशान होकर उन्होंने खुद ही घर पर सौर ऊर्जा और बिजली से चलने वाली झटका मशीन बनाई। उसके बाद उसे अपने खेत में लगाकर उसका ट्रायल किया। जब उनका प्रयोग सफल हो गया तो कई किसानों ने उसे अपने खेतों में लगवाकर अपनी फसल का बचाव किया। किसान उनसे झटका मशीन लगवाने के लिए सम्पर्क करते हैं। दो दर्जन से अधिक किसान युवक की ओर से बनाई गई मशीन को अपने खेत मे लगवाया भी है। युवक दयाशंकर मिश्र ने बताया कि खेत मे झुंड में घुसने वाले छुट्टा मवेशी फसल बर्बाद कर रहे थे। इससे उपज घर तक नही पहुंच पा रही थी। उसके बाद उन्होंने झटका मशीन बनाने की दिशा में काम शुरू किया।

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