रिपोर्ट में आरबीआइ ने कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी क्रिप्टोकरेंसी क्रिप्टोकरेंसी को एक करेंसी नहीं माना जाना चाहिए क्योंकि इसकी निगरानी करने वाला कोई नहीं है। ये ना तो वित्तीय परिसंपत्तियां हैं और ना ही ऋण प्रपत्र हैं। यह कई तरह के जोखिम को जन्म दे सकता है। पूर्व में भी जब निजी तौर पर करेंसी चलाने की कोशिश की गई है तो उसके काफी खराब परिणाम देखने को मिले हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि क्रिप्टोकरेंसी की वजह से मौजूदा वित्तीय ढांचे को सेंध लग सकती है। यह कई विकासशील देशों के लिए उनकी संप्रभु मौद्रिक नीति के लिए चुनौती बनने का खतरा है।

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क्रिप्टोकरेंसी के हर ट्रांजैक्शन पर आज से लगेगा 1% TDS, जानिए पूरी डिटेल

क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन पर TDS लगाने के लिए सरकार ने इनकम टैक्स एक्ट में सेक्शन 194AS को जोड़ा है.

TDS on Cryptocurrencies: अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते हैं तो आज 1 जुलाई से आप पर टैक्स का बोझ बढ़ जाएगा। आज से क्रिप्टोकरेंसी के हर ट्रांजैक्शन पर 1% TDS देना होगा। इस साल आम बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सभी क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन पर 1 फीसदी TDS लगाने का प्रस्ताव रखा था। वित्त मंत्री ने क्रिप्टोकरेंसी, नॉन-फंजिबल टोकन (NFT) सहित सभी वर्चुअल डिजिटल एसेट्स से होने वाली कमाई पर 30% टैक्स लगाने का भी ऐलान किया था।

CBDT ने बताया कि क्रिप्टो प्लेटफॉर्म्स को टीडीएस कटौती से जुड़ी विस्तृत जानकारियों को अब आयकर विभाग के साथ शेयर करना होगा। इसके तहत उन्हें ट्रांजैक्शन की तारीख से लेकर पेमेंट के तरीके के बारे में भी बताना होगा।

CRYPTOCURRENCY

Cryptocurrency Rate Today 7 December: क्रिप्टोकरेंसी के रेट में बड़ी गिरावट, बिटकॉइन-इथेरियम के दाम फिसले

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क्रिप्‍टोकरेंसी बाजार में लौटी तेजी, बिटकॉइन और इथेरियम सहित सभी प्रमुख कॉइन उछले

ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कैप (Global Crypto Market Cap) 2.84 फीसदी उछाल के साथ 935.59 बिलियन डॉलर हो गया है.

ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कैप (Global Crypto Market Cap) 2.84 फीसदी उछाल के साथ 935.59 बिलियन डॉलर हो गया है.

आज इथेरियम (Ethereum) में गिरावट थमी है. पिछले 24 घंटों के दौरान इथेरियम में 4.33 फीसदी का उछाल आया है. इसका मार्केट प . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : September 20, 2022, 10:35 IST
पिछले 24 घंटों के दौरान इथेरियम में 4.33 फीसदी का उछाल आया है.
बिटकॉइन की बात करें क्रिप्टोकरेंसी तो पिछले 24 घंटों में यह 2.81 फीसदी उछला है.
शिबू इनू पिछले 24 घंटों में 1.43 फीसदी मजबूत हुआ है.

नई दिल्ली. पिछले कई दिनों से क्रिप्‍टोकरेंसी (Cryptocurrency) मार्केट में जारी गिरावट मंगलवार, 20 सितंबर को थमी है और क्रिप्टो मार्केट में उछाल आया है. पिछले चौबीस घंटों में बिटकॉइन (Bitcoin) और इथेरियम (Ethereum) सहित लगभग सभी नामी कॉइन के भाव चढ़े हैं. खबर लिखते समय तक ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कैप (Global Crypto Market Cap) 2.84 फीसदी उछाल के साथ 935.59 बिलियन डॉलर हो गया था. आज क्‍लाउट (CLOUT) नामक कॉइन में जबरदस्‍त तेजी आई है और यह पिछले 24 घंटों में 82 फीसदी तेज हुआ है. इसका भाव फिलहाल 0.001745 डॉलर चल रहा है.

RBI on Cryptocurrency: रिजर्व बैंक ने क्रिप्टोकरेंसी को बताया स्पष्ट खतरा, कहा- यह एक सट्टेबाजी है जिसका कोई आधार नहीं

आरबीआइ ने कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी को एक करेंसी नहीं माना जाना चाहिए क्योंकि इसकी निगरानी करने वाला कोई नहीं है। ये ना तो वित्तीय परिसंपत्तियां हैं और ना ही ऋण प्रपत्र हैं। यह कई तरह के जोखिम को जन्म दे सकता है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली: क्रिप्टोकरेंसी को लेकर आरबीआइ के विचार में कोई बदलाव नहीं आया है। केंद्रीय बैंक के गवर्नर डा. शक्तिकांत दास का साफ तौर पर मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी एक साफ तौर पर दिखने वाला खतरा है। गुरुवार को जारी वित्तीय स्थायित्व रिपोर्ट (एफएसआर) में यह बात उन्होंने कही है। उन्होंने यह भी संकेत दिया है कि इससे उत्पन्न खतरे से देश के वित्तीय सेक्टर को बचाने के लिए आरबीआइ उचित कदम भी उठाएगा।

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भारत का डिजिटल रुपया क्रिप्टोकरेंसी से कितना अलग? जानिए कैसा होगा भविष्य का पैसा

भारत का डिजिटल रुपया क्रिप्टोकरेंसी से कितना अलग? जानिए कैसा होगा भविष्य का पैसा

डिजिटल क्रिप्टोकरेंसी रुपये (Digital Rupees) की सुगबुगाहट पिछले एक साल से थी, आखिरकार इसका पायलट प्रोजेक्ट 1 नवंबर से शुरू हो गया। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने मंगलवार को डिजिटल रुपये का पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च कर दिया है। लेकिन, सभी के मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या यह क्रिप्टोकरेंसी जैसा होगा? इसे किस तरह संचालित किया जाएगा? आइए एक-एक करके जानते हैं क्रिप्टोकरेंसी कि भविष्य का पैसा कैसा होगा?

हाल के कुछ साल में क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। क्रिप्टोकरेंसी के बढ़ते प्रचलन की वजह से दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों के सामने अपने देश की करेंसी को बचाए रखने का संकट भी धीरे-धीरे खड़ा हो रहा है। यही वजह है कि सभी देश अपने-अपने स्तर पर क्रिप्टोकरेंसी को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं, क्योंकि क्रिप्टोकरेंसीज को कोई रेगुलेट नहीं करता क्रिप्टोकरेंसी है इसलिए इसके जरिए टेरर फंडिंग की भी बात सामने आई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्रिप्टोकरेंसीज के संचालन को लेकर कई बार चिंता भी व्यक्त की है। इस साल बजट में सरकार की तरफ से जब डिजिटल रुपये का ऐलान हुआ तभी यह बात स्पष्ट हो गई थी कि भारत सरकार किसी प्रकार मौका क्रिप्टोकरेंसीज को नहीं देना चाहती है। तब रही-कही कसर क्रिप्टोकरेंसी पर 30 प्रतिशत का टैक्स लगाकर पूरा कर दिया था। आइए जानते हैं जिस डिजिटल रुपये को भारत, क्रिप्टोकरेंसी के बराबर खड़ा करने की सोच रहा है वह है क्या? रिजर्व बैंक इसे रेगुलेट कैसे करेगा? इन सबके अलावा हम और आप जैसे आम आदमी इसका उपयोग कैसे कर पाएंगे।

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