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चांदी में निवेश के हैं कई कारण
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महंगा हो गया है सोना, चांदी का भी बढ़ा भाव
इंदौर. गोल्ड की गिनती इन्वेस्टमेंट के पारम्परिक तरीकों में होती है। खासकर भारत में गहनों के अलावा भी सोने को निवेश के साधन के रूप में पुराने जमाने से इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसे अनिश्चितता भरे समय में सुरक्षित निवेश माध्यमों में से एक माना जाता है। इसका कारण है कि यह लॉन्ग टर्म में हमेशा फायदा ही देकर जाता है। पिछले एक साल के दौरान गोल्ड की चाल पर गौर करें तो ये बात सच साबित होती है। बीते एक साल में सोने की चमक में करीब 12 फीसदी की तेजी आई है। वैश्विक रुझानों के अनुरूप दुनिया भर में बढ़ती मुद्रास्फीति की चिंताओं और मंदी की आशंकाओं के बीच घरेलू बाजार में सोना-चांदी की कीमतों में तेजी आई। हालांकि, अमरीकी ट्रेजरी यील्ड में बढ़ोतरी और डॉलर में मजबूती ने पीली धातु की बढ़त पर नियंत्रण बनाए रखा। बाजार अमरीकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों चांदी में निवेश के हैं कई कारण का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जिससे निवेशकों को फेडरल रिजर्व के नीतिगत रुख के बारे में जानने में मदद मिलेगी। कॉमेक्स पर सोना ऊपर में 1962.20 डॉलर प्रति औंस जाने के बाद यह 1956.50 डॉलर प्रति औंस रहा। चांदी ऊपर में 25.37 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार किया बाद में यह 25.06 डॉलर प्रति औंस पर रही। इंदौर सराफा बाजार बंद भाव में : सोना कैडबरी (99.50) 53650 रुपए प्रति दस ग्राम। चांदी (एसए) 69000 रुपए प्रति किलो रही। आरटीजीएस में सोना कैडबरी 54000 रुपए प्रति दस ग्राम। चांदी (एसए) चौरसा 69200 रुपए किलो रही। चांदी सिक्का 750 रुपए प्रति नग रहा।
2020 में बनाया था रेकॉर्ड
भारतीय बाजार में सोना अगस्त 2020 में रिकॉर्ड बनाने में कामयाब हुआ था, तब सोने की कीमत 56,200 रुपये प्रति दस ग्राम हो गई थी। यह मौजूदा स्तर से 4.55 फीसदी ज्यादा है. हालांकि बीते कुछ दिनों में जिस तरह सोने चांदी में निवेश के हैं कई कारण के भाव में तेजी आई है, ऐसा लगता है कि भारतीय बाजार में सोना फिर से नया रिकॉर्ड बना सकता है. अभी कई फैक्टर्स हैं, जो सोने के भाव को चढ़ाने में मदद कर रहे हैं। ग्लोबल मार्केट की बात करें तो स्पॉट गोल्ड आज 1.5 फीसदी चढक़र 1,998.37 डॉलर प्रति औंस पर जा पहुंचा है. इससे पहले दिन के कारोबार में यह 2000 डॉलर के लेवल को भी पार कर चुका है. इस तरह ग्लोबल मार्केट में अभी सोने के भाव 18 महीने के हाई लेवल पर हैं. इसका मुख्य कारण रूस-यूक्रेन के बीच जारी जंग के चलते कायम अनिश्चितता और क्रूड ऑयल में आया उबाल है। दुनिया भर में इन्वेस्टर्स सुरक्षित निवेश के रूप में सोना खरीद रहे हैं।
भारत सोना आयात करने वाल बड़ा देश
भारत सोना आयात करने वाले सबसे बड़े देशों में से एक है। इस कारण घरेलू बाजार में सोने की कीमत पर ग्लोबल ट्रेंड का सीधा असर देखने को मिलता है। इसके अलावा घरेलू बाजार में सोने की कीमत पर कुछ सीजनल फैक्टर्स का भी डाइरेक्ट असर पड़ता है. शादी-विवाह का सीजन शुरू होते ही सोने की लोकल डिमांड बढ़ जाती है। अभी ये दोनों फैक्टर इस बात का इशारा कर रहे हैं कि आने वाले समय में घरेलू बाजार में सोने की कीमतों में तेजी बरकरार रह सकती है।
चांदी से चमकेगी किस्मत, अभी करोगेें निवेश तो दिवाली तक मिल सकता है मोटा रिटर्न
भारत समेत दुनियाभर के कई देशों के लिए कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर ने एक बड़े संकट में डाल दिया है. यही कारण है कि अब निवेशक भी अपने पूंजी को सुरक्षित जगह लगाने के बारे में सोच रहे हैं. आमतौर पर ऐसी स्थिति में इक्विटी मार्केट में अनिश्चितता देखने को मिलती है, इसीलिए अधिकतर निवेशकों को झुकाव सोने-चांदी जैसे सुरक्षित निवेशक विकल्प की ओर होता है. वैसे तो सोने की मांग और कीमत चांदी की तुलना में ज्यादा रहती है, लेकिन बीते कुछ समय में ऐसी स्थिति में एक बेहतर विकल्प बनकर सामने आया है.
दरअसल, दुनियाभर में सोने की डिमांड निवेश और गहनों के तौर पर सबसे ज्यादा होता है. लेकिन चांदी इसके अलावा इंडस्ट्रियल कामों में भी इस्तेमाल किया जाता है. 'द सिल्वर इंस्टीटयूट' की एक रिपोर्ट की मानें तो इस साल बढ़ते इंडस्ट्रियल डिमांड की वजह से चांदी का भाव 30 फीसदी तक चढ़ सकता है.
Digital Gold Investment: सिर्फ 1 रुपये में खरीदें 24K गोल्ड, जानिए सभी डिटेल
Digital Gold Investment: गोल्ड ईटीएफ, बॉन्ड और गोल्ड फंड डिजिटल सोने में निवेश करने के तीन मुख्य तरीके हैं। सरकार समर्थित प्रतिभूतियों को सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के रूप में जाना जाता है। जिसे ग्राम में मापा जाता है।
Digital Gold Investment: सोने को एक सुरक्षित निवेश के रूप में माना जाता है। खासकर वित्तीय बाजार में उतार-चढ़ाव के समय। इस तथ्य के कारण कि गोल्ड का स्टॉक और विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों के साथ विपरीत संबंध है। जब धातु की कीमत बढ़ती है, तो अन्य प्रतिभूतियों के मूल्य में गिरावट आती है। निवेशक अपना पैसा गोल्ड में जमा करना शुरू कर रहे हैं, क्योंकि शेयर मार्केट व घरेलू मुद्रा मजबूत डॉलर और बढ़ती मुद्रास्फीति के दबाव में हैं। डिजिटल युग में सोने में निवेश करने के कई तरीके हैं। फिजिकल सोने के अलावा डिजिटल गोल्ड में पैसा जमा करना एक लोकप्रिय निवेश विकल्प है
सोना न सही,आपकी हो सकती है चांदी: क्यों बढ़े दाम, क्या करें निवेशक
महंगी धातुओं जैसे सोना-चांदी के भाव में पिछले दिनों अच्छी तेजी देखने को मिली है, खासतौर पर चांदी ने खासा प्रदर्शन किया है. चांदी के दाम 75 हजार रुपये प्रति किलो के पार जा चुके हैं, इसी के साथ चांदी के भाव में तेज उतार-चढ़ाव भी देखने को मिला है. इस वक्त सोना भी दिन-ब-दिन कीमत के चांदी में निवेश के हैं कई कारण नए रिकॉर्ड बना रहा है. सोने-चांदी को एक ही तरह से देखा जाता है लेकिन दोनों धातुओं के उतार-चढ़ाव के पीछे अलग-अलग कारण होते हैं.
हम यहां चांदी को लेकर कुछ सवालों के जवाब दे रहे हैं-
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